केंद्र की 7 साल और राज्य में 15 वर्ष की बंदरबांट वाली सरकार के लोग आज ढाई वर्ष का हिसाब मांग कर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं : केशव शर्मा


बालोद / भूपेश सरकार के ढाई साल के कार्यकाल में वादा निभाने के भाजपा नेताओं के सवालों का जवाब देते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री केशव शर्मा ने पलटवार करते हुए सवालों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा ढाई साल के कार्यकाल में कांग्रेस सरकार से सभी वादे पूरे करने की बात कही जा रही है। भाजपा नेताओं को बताना चाहिए कि 15 साल के राज में रमन सरकार ने कितने वादे पूरे किए। भाजपा नेता तथ्यों के साथ यह भी बताएं कि सात साल के कार्यकाल में मोदी सरकार ने कितने वादे पूरे किए?
तल्ख लहजे में कहा कि भूपेश सरकार से सवाल करने वाले भाजपा नेताओं को थोड़ी हिम्मत दिखाना चाहिए और केंद्र सरकार से सात साल का रिपोर्ट कार्ड लेना चाहिए। भाजपा नेता जरा हिम्मत करके केंद्र की भाजपा सरकार से पूछें कि विदेशों से काला धन कब वापस आएगा? लोगों के खाते में 15 लाख रुपए कब जमा होंगे? 2 करोड़ युवाओं को हर साल रोजगार कब मिलेगा? पेट्रोल-डीजल के दाम 35 रुपए प्रति लीटर कब होंगे। रसोई गैस का दाम 4 सौ रुपए से कम कब होगा?
केशव शर्मा ने कहा कि भाजपा नेता मोदी सरकार से यह सवाल भी करें कि किसानों की आय दोगुनी कब होगी। पिछले साल प्रधानमंत्री द्वारा घोषणा करने के बाद 20 लाख करोड़ के पैकेज का पैसा आम जनता, लघु व्यवसाइयों और मजदूरों के खाते में कब आएगा। गंगा नदी की सफाई कब होगी। देश भर में सौ स्मार्ट सिटी कब बनेंगे? बुलेट ट्रेन कब से चलेगी?
केशव शर्मा ने कहा कि लोकतांत्रिक देश में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। लेकिन देश की सत्ता में काबिज भाजपा को तथ्यहीन बातें या मनगढ़ंत आरोप नहीं लगाना चाहिए। 2018 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में 36 वादे किए थे। ढाई साल के छोटे से कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी ने किसानों की कर्जा माफी, 400 यूनिट तक बिजली बिल हाफ करने, समर्थन मूल्य में धान खरीदी के साथ-साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रति एकड़ नौ हजार रुपए की आदान सहायता देने, आदिवासियों की जमीन वापस करने, भूमिहीन परिवार को आवास पट्‌टा, तेंदूपत्ता की दर 25 सौ रुपए से बढ़ाकर 4000 रुपए प्रति मानक बोरा करने, शिक्षा कर्मियों के संविलियन सहित लगभग 26 वादे पूरे कर दिए।
इन वायदों के अलावा 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर खरीदी, गौठान योजना, समर्थन मूल्य में लगभग 52 वनोपज की खरीदी करने के साथ ही ग्रामीण रोजगार मूलक योजनाएं राज्य सरकार ने लागू की है। कोरोना काल में जहां देश के अन्य राज्य आर्थिक संकट की मार झेल रहे थे, वहीं छत्तीसगढ़ में आर्थिक मंदी का कोई असर नहीं हुआ। यहां आम जनता की आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ व्यापार व्यवसाय में तेजी आ रही है।
केशव शर्मा ने कहा कि भाजपा नेता “सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। उन्हें मालूम है कि भाजपा की केंद्र सरकार अपने सात वर्षों के कार्यकाल में जनता से किये गए एक वादे को भी पूरा नहीं कर पाई है। केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी और जीएसटी लागू करने से आम जनता को नुकसान ही हुआ है। कोरोना महासंकट से निपटने में भी केंद्र सरकार पूरी तरह विफल रही। इन विफलताओं को लेकर भाजपा नेता मोदी सरकार से कब सवाल पूछेंगे।

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