15जून के पहले ही मिले सभी को अनुकंपा नियुक्ति: सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) और सहायक शिक्षक के हजारों रिक्त पदों पर अनुकम्पा नियुक्ति देने से ही होगा सम्पूर्ण समाधान- जितेंद्र शर्मा
सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला)के लिए नही है TET और Ded की बाध्यता, सहायक शिक्षक पद में भी खत्म किया जावे दोनों की अनिवार्यता : तृतीय वर्ग के इन दोनों पदों पर नियुक्तियां देने से ही हजारों लंबित अनुकम्पा नियुक्तियों का हो पायेगा 100% निपटारा: छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ ने प्रमुख सचिव ,स्कूल शिक्षा विभाग व संचालक लोक शिक्षण संचालनालय को लिखा पत्र, लंबित अनुकम्पा मामलों को 15 जून तक अनिवार्यतः निराकृत करने समुचित निर्देश प्रदान करने की मांग
बालोद।कोरोना काल से पहले और कोरोना काल मे मृत हुए प्रदेश के शिक्षकों के आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति दिए जाने के हजारों मामले प्रदेश में लंबित हैं,जिसके निराकरण के लिए छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ समेत प्रदेश के अन्य सन्गठन मांग करते आये हैं, इस परिपेक्ष्य छ्ग शासन द्वारा तृतीय श्रेणी के पदों में 10% अनुकम्पा नियुक्ति देने के बंधन को भी शिथिल करने का निर्णय लिया गया है ।किंतु रिक्त पदों केअभाव,प्रशासकीय निरंकुशता,जिला स्तर पर सक्षम अधिकारियों में व्याप्त भ्रम व असमंजस तथा उचित मार्गदर्शन के अभाव में प्रदेश के जिलों में अनुकम्पा नियुक्ति के सैकड़ो मामले लंबित पड़े हैं।
उपरोक्त समस्याओं के समाधान हेतु छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र दुबे के मार्गदर्शन में प्रांतीय महासचिव धर्मेश शर्मा ने छ्ग स्कूल शिक्षाविभाग के प्रमुख सचिव व संचालक लोकशिक्षण संचालनालय को पत्र लिखकर मांग किया है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में लंबित इन सैकड़ो मामले का सम्पूर्ण समाधान तभी किया जा सकता है जब यह अनुकम्पा नियुक्ति सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला ) और सहायक शिक्षक के पदों पर नियुक्तियां दी जावे,क्योंकि इसके हजारो पद पूरे प्रदेश में रिक्त हैं। ये दोनों पद तृतीय श्रेणी के ही हैं,प्रशासनिक निरंकुशता,सक्षम अधिकारियों में व्याप्त भ्रम व उचित जानकारी के अभाव में जिलों में तृतीय श्रेणी में केवल सहायक ग्रेड 3 (क्लर्क)में नियुक्तियां दी जाती रही जिसकी रिक्तता जिले में नगण्य होती है, जिसके कारण योग्यता होते हुए भी दिवंगत शिक्षक के आश्रितों को प्यून जैसे चतुर्थ पद पर नियुक्तियां दी गई।
छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के बालोद जिलाध्यक्ष जितेन्द्र शर्मा ने मांग करते हुए कहा कि सहायक शिक्षक विज्ञान(प्रयोगशाला ) और सहायक शिक्षक ये दोनों पद तृतीय श्रेणी के हैं और इसके रिक्त पद पूरे प्रदेश में हजारों की संख्या में है। चूंकि सहायक शिक्षक पद हेतु Ded प्रशिक्षण और TET उत्तीर्ण होने की अनिवार्य योग्यता है इसलिए इस पद में उपरोक्त योग्यताधारी आश्रित ही अनुकम्पा प्राप्त कर पाते हैं बाकियों के लिए यह पद भी हाथी के दांत साबित होते हैं इसलिए Ded और TET की बाध्यता को भी शिथिल किया जावे। वहीं सहायक शिक्षक विज्ञान(प्रयोगशाला ) हेतु केवल 12वी विज्ञान विषय से उत्तीर्ण होने की अनिवार्य योग्यता है, इस पद में डीएड और टेट उत्तीर्ण होने जैसी कोई बाध्यता नही होती,इसलिए समस्त जिलों में रिक्त पड़े सहायक शिक्षक विज्ञान के पदों पर ज्यादा से ज्यादा अनुकंपा नियुक्ति देनी चाहिए और दिवंगत शिक्षक साथियो के आश्रितों को भी अपने आवेदन में इस पद की मांग अनुकम्पा नियुक्ति हेतु की जानी चाहिए।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी,प्रदेश सहसचिव सत्येंद्र सिंह और प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने संविलियन पूर्व दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रितों को भी शासन द्वारा सहानुभूति पूर्वक अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने की मांग की है,उनकी योग्यता अनुरूप सहायक शिक्षक विज्ञान,सहायक शिक्षक,क्लर्क,भृत्यआदि पदों पर अनुकम्पा नियुक्ति देकर सरकार संवेदनशीलता दिखाये क्योंकि इन परिवारों की आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब हो चुकी है,वर्षों से यह अनुकम्पा नियुक्ति हेतु बाट जोह रहे हैं किंतु अभी तक इनकी समस्या का समाधान न होना चिंताजनक है। ऐसे समस्त दिवंगत पंचायत शिक्षक के परिजनों को भी अनुकम्पा नियुक्ति जल्द से जल्द दिया जावे।
छतीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के समस्त प्रांतीय पदाधिकारियो,जिला व ब्लाक अध्यक्षों, जिला तथा ब्लाक पदाधिकारियो ने शासन से मांग किया है कि शिक्षाविभाग, अनुकम्पा नियुक्ति के मामले में अपने समस्त सक्षम अधिकारियों को उचित निर्देश प्रदान करते हुए 15 जून तक समस्त लंबित मामलों को सहायक शिक्षक विज्ञान,सहायक शिक्षक, सहायक ग्रेड 3 व प्यून के पदों पर योग्यतानुसार नियुक्तियां प्रदान करे।