पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर प्रदेश में राजकीय शोक घोषित है तो नहीं होना चाहिए नए साल के स्वागत पर कोई कार्यक्रम, आयोजनों पर रोक लगाने यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने सौंपा ज्ञापन

बालोद । विगत दिनों देश के पूर्व प्रधानमंत्री व अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह का निधन हो गया। जिसके बाद से विभिन्न राज्यों में राजकीय शोक घोषित किया गया है। छत्तीसगढ़ में भी यह शोक घोषित किया गया है। जिसे देखते हुए यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रशांत बोकड़े ने नए साल के स्वागत पर होने वाले आयोजनों पर रोक लगाने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन भी सौंपा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को जिलाधीश द्वारा दिए ज्ञापन में कहा गया है कि देश में राजकीय शोक होने के कारण प्रदेश भर में 31 दिसंबर को होने वाले पार्टी पर रोक लगाई जाए। देश के पूर्व प्रधानमंत्री और महान अर्थशास्त्री श्री डॉ.मनमोहन सिंह के निधन के बाद देश में 7 दिवस का राजकीय शोक का आदेश सरकार के द्वारा दिया गया है। जिसकी वजह से किसी भी तरह का सांस्कृतिक कार्यक्रम, कोई उद्घाटन पर रोक है।

लेकिन इसी कड़ी में इस शोक पर नियम उल्लंघन करने 31 दिसंबर को बड़े बड़े अभद्र पार्टी आयोजन की तैयारी किया जा रहा है। देश के युवा किस ओर आगे बढ़ रहे है वो कितना न्याय उचित है। कलेक्टर कार्यालय के समीप ही कई बड़े आयोजन की तैयारी,मंदिरो और पब्लिक प्लेस में भी शराब शबाब फूहड़ नृत्य और संगीत का आयोजन किया जा रहा है। जिसका हम पुरजोर विरोध करते है और इस पत्र के माध्यम से आपसे निवेदन करते है की राष्ट्रिय शोक का पालन कर ऐसे कार्यक्रमों में रोक लगाया जाए।

पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह के निधन पर 07 दिन का राजकीय शोक है घोषित

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री माननीय डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर पूरे राज्य में सात दिवस का राजकीय शोक घोषित किया गया है। छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग के आदेशानुसार राज्य में 26 दिसंबर 2024 से 01 जनवरी 2025 राजकीय शोक की अवधि में स्थित समस्त शासकीय भवनों एवं अन्य स्थानों जहां पर नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराये जाते हैं उन स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे तथा राजकीय शोक की अवधि में राज्य में शासकीय स्तर पर कोई मनोरंजन एवं सांस्कृतिक कार्यकम आयोजित नही किया जाएगा।

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