आजादी के नायक पुस्तक के मुख्यपृष्ठ का हुआ अनावरण
धमतरी। स्वतंत्रता दिवस के 78वें वर्षगांठ पर साहित्य साधना सभा और काव्य संसद डॉटकाम के सौजन्य से प्रकाशित होने वाली पुस्तक आजादी के नायक : राष्ट्रीय साझा काव्य संग्रह का मुख्यपृष्ठ का अनावरण कबीर संस्थान एवं यथार्थ फाऊंडेशन धमतरी के संत रविकर साहेब के कर कमलों से हुआ। आजादी विषय पर आधारित इस पुस्तक में देश के विभिन्न राज्यों से साहित्यकारों के द्वारा आजादी पर आधारित स्वरचित रचनाओं का संग्रह किया गया है। ज्ञातव्य है कि पुस्तक के टाइटल विमोचन के दौरान श्री संत रविकर साहेब ने कहा कि, साहित्य को समाज का मार्गदर्शन करना चाहिए, साथ ही इस संग्रह में जिन साहित्यकारों ने आजादी के नायकों के लिए कलम चलाई है। वह पाठनीय होगा। एवं आजादी के लिए जो अनंत सेनानियों के बलिदान को याद करते हुए । संपादक पुखराज यादव ‘प्राज’ एवं उनके संस्था के सभी सदस्यों के द्वारा किया जा रहा प्रयास सराहनीय है।
पुस्तक के संदर्भ में जानकारी देते हुए संपादक पुखराज यादव ने बताया कि, मेरे सभी सदस्य या कहें काव्य संसद डॉट काम से जुड़े सभी सदस्य एक परिवार की तरह है। मेरे अनुज परमानंद निषाद और सभा के उपाध्यक्ष जगत जी, कोषाध्यक्ष श्री सुन्दर लाल डडसेना जी सदैव मेरे प्रेरणास्रोत है। जो हर मोड़ पर एक जागरूक साथी और सहयोगी की भूमिका में रहते है। इस पुस्तक में आजादी के महासमर में भाग लेने वाले सभी वीरों को याद किया गया है। इस पुस्तक का विषय आजादी है जिसमें हमने एक सौ एक रचनाओं का संकलन किया है।
जानकारी देते हुए काव्य संसद डॉट काम के तकनीकी प्रभाग प्रमुख परमानंद निषाद ने बताया की आजादी के नायक पुस्तक का प्रकाशन कार्य लगभग 70 फीसदी पूर्ण हो चुका है। संभवतः इस माह के अंत तक पुस्तक का प्रकाशन पूर्ण कर लिया जायेगा। वहीं आजादी विषय पर आधारित यह पुस्तक अपने आप में एक अनोखी किताब है जिसमें केवल आजादी विषय पर 101 कविताओं का संग्रह किया गया है।
इस पुस्तक के टाइटल विमोचन के दौरान केशव साहू, परमानंद निषाद, कबीर संस्थान धमतरी के प्रबुद्धजन की उपस्थिति रही। इस दौरान विभिन्न विषयों के चर्चा और परिचर्चा रखी गई।