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ब्रेकिंग: “पति-पत्नी और वो” वाली कहानी,,,,, पत्नी को दो बार भगा ले गया था आरोपी, क्षुब्ध होकर पति ने कर ली आत्महत्या, पुलिस ने पत्नी के प्रेमी को किया गिरफ्तार, पढ़िए बालोद जिले का यह बड़ा मामला!

बालोद। डौंडीलोहारा ब्लॉक के देवरी थाना क्षेत्र के ग्राम परसुली में एक पति लक्ष्मी नारायण सोनकर द्वारा 26 मई को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गई थी। तत्काल घटना के दौरान पुलिस द्वारा जांच और पूछताछ के समय मृतक के जेब से एक सुसाइडल नोट मिला था। जिसमें लिखे बातों और गवाहों के कथन से यह निकलकर सामने आया कि मृतक की पत्नी को गांव का एक व्यक्ति हरिश्चंद सोनकर दो बार भगाकर ले गया था। सामाजिक स्तर पर गांव में समझौता होने के बाद भी उसकी हरकतों में सुधार नहीं आया तो वही आरोपी उसकी पत्नी को मोबाइल और सिम देकर उसके सामने बातचीत किया करता था। दोनों की बाड़ी लगी हुई है। पति के सामने ही दोनों एक दूसरे को निहारा करते थे, बातें करते थे। यह सब देखकर पति को काफी अपमानित महसूस होता था। दूसरी बार भगा दिए जाने से पति को काफी ग्लानि महसूस हुआ और उसने आत्महत्या कर ली। ऐसा सुसाइड नोट से भी पुष्टि हुई और जांच में सामने आया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी हरिश्चंद्र सोनकर के खिलाफ धारा 306 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया।

इस तरह चला जांच का सिलसिला

पुलिस अनुविभागीय अधिकारी द्वारा थाना देवरी के मर्ग क्रमांक 22/2024 धारा 174 जा.फौ. मृतक लक्ष्मीनारायण सोनकर पिता राधेलाल सोनकर उम्र 26 साल ग्राम परसुली की घटना की जांच की गई। लक्ष्मीनारायण सोनकर द्वारा सतीश सोनकर की बाडी ग्राम परसुली में नायलोन रस्सी को नीम पेड में बांधकर एवं स्वयं के गले में बांधकर फांसी लगाकर आत्महत्या करने की प्रार्थी राजू लाल सोनकर पिता राधेलाल सोनकर उम्र 32 वर्ष ग्राम परसुली की रिपोर्ट पर थाना देवरी में मर्ग सदर कायम कर शव पंचनामा कार्यवाही की गई एवं शव निरीक्षण दौरान मृतक के जेब से एक दो पन्ने का सुसाईडल नोट भी में जप्त किया गया। तथा मृतक के जेब से ही दो पन्ने का मोबाईल नंबर से अलग-अलग समय में भेजे मैसेज का स्क्रीन शाट की छायाप्रति भी प्राप्त हुआ। जिसमें गाली गलौच कर धमकी भरे शब्द एवं मृतक की पत्नि को भगा ले जाने संबंधी बातों का उल्लेख था। जिसके नीचे मृतक लक्ष्मीनारायण के नीले स्याही में हस्ताक्षर है, शव का पी.एम. कराया गया। मर्ग जांच क्रम में मृतक के परिजन राधेलाल सोनकर, राजूलाल सोनकर, गोवर्धन सोनकर एवं पंचान मूलसिंह बगरिया, चमन लाल निषाद, श्रीमती मनटोरा बाई सोनकर, श्रीमती ललती बाई साहू, श्रवण साहू, पोषण लाल देवांगन, शिवकुमार धरमगुडे का कथन लेख किया गया।

ऐसे आई रिश्तों में दरार

जांच क्रम में गवाहों के कथन के अवलोकन पर मृतक लक्ष्मीनारायण सोनकर की चन्द्रकला सोनकर के साथ सामाजिक रीति-रिवाज से शादी हुई थी, दोनों के तरफ से एक बच्ची भी है, मृतक लक्ष्मीनारायण सोनकर की पत्नि श्रीमती चन्द्रकला सोनकर ग्राम परसुली को दिनांक 29/12/2022 में हरिशचंद सोनकर पिता स्व. हीरालाल सोनकर ग्राम परसुली द्वारा भगाकर ले गया था। जिसकी रिपोर्ट लक्ष्मीनारायण सोनकर द्वारा थाना देवरी में गुम इंसान क्रमांक 01/2023 दिनांक 01/01/2023 को दर्ज कराया गया है, दिनांक 25/01/2023 को हरिशचंद एवं चन्द्रकला बच्चे के साथ वापस आने पर चन्द्रकला सोनकर को दस्तयाब किया गया है । चन्द्रकला सोनकर को हरिशचंद तीन माह लगभग अपने साथ पति पत्नि के संबंध में रखा था, पश्चात् सामाजिक समझौता के बाद लक्ष्मीनारायण सोनकर अपनी पत्नि और बेटी रीना को अपने साथ अपने घर ले गया । दिनांक 09/05/2024 को पुन: हरिशचंद सोनकर लक्ष्मीनारायण की पत्नि को भगाकर अपने घर ले गया है, इस घटना से दुखी होकर लक्ष्मीनारायण सोनकर बहुत अधिक शराब का सेवन करने लगा, चन्द्रकला सोनकर को हरिशचंद के साथ घर और बाडी तरफ जो पास पास में है, लक्ष्मीनारायण सोनकर देखता था तब दुखी और परेशान हो जाता था, हरिशचंद द्वारा चन्द्रकला को मोबाईल देकर बातचीत करते देखकर क्षुब्ध और प्रताडित महसुस करता था।

दूसरे की बीवी को आरोपी ने दिया था मोबाइल और सिम

हरिशचंद ने चन्द्रकला को बात करने हेतु मोबाईल और सीम दिया था, जिसके कारण पति पत्नि के मध्य विवाद होते रहता था । हरिशचंद सोनकर द्वारा लक्ष्मीनारायण के पत्नि को दो बार भगाकर ले जाने से वह सामाजिक रूप से स्वयं को लोक लाज के कारण कुछ नहीं कर पाने से और बेबस होकर अपमानित महसुस करने लगा था। सुसाईडल नोट में अन्य तथ्यों के अलावा प्रारंभ एवं अंत में अपनी मौत का जिम्मेदार हरिशचंद सोनकर एवं चन्द्रकला को होना बताया है ।

क्या लिखा है सुसाइडल नोट में

मृतक के पास मिले सुसाईडल नोट में लेख है कि हरिशचंद मेरी पुरी दुनिया ही उजाड दिया हरिशचंद द्वारा चन्द्रकला को भडकाने के कारण बुरा बरताव करती थी। हरिशचंद द्वारा धमकी भरा मैसेज एवं मृतक के पत्नि को बार-बार अपने पास भगाकर ले जाने से क्षुब्ध, अपमानित एवं प्रताडित होकर मृतक लक्ष्मीनारायण ने फांसी लगाकर आत्महत्या किया है । आरोपी हरिशचंद के द्वारा लगातार अपमानित एवं प्रताडित करने के कारण मृतक लक्ष्मीनारायण द्वारा स्वयं फांसी लगाकर आत्महत्या किया जाना प्रतीत होने से प्रथम दृष्टया अपराध धारा 306 भादवि. का घटित होना पाये जाने से आरोपी हरिशचंद सोनकर के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया।

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