राहुल गाँधी की सदस्यता समाप्त करना अलोकतान्त्रिक: क्रांति भूषण साहू

बालोद। राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने को जिला कांग्रेस के संयुक्त सचिव क्रांति भूषण साहू ने अलोकतांत्रिक कहा है। उन्होंने कहा राहुल गाँधी पर फैसला कोर्ट ने किया है। उस निर्णय पर टिप्पणी नहीं करूंगा। लेकिन कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाते हुए ये भी कहा है कि उनकी सजा एक माह के लिए शिथिल की जाती है ताकि अपर कोर्ट मे फैसले के खिलाफ जा सके और इसलिए तुरंत जमानत भी दे दिए l
अब सवाल ये है कि ज़ब न्यायालय ने बेल दिया एक माह सजा मे शिथिल किया है तो लोकसभा क़ो इतनी क्या जल्दबाजी थी? या तो न्यायालय के खिलाफ स्टे मिलता या फिर फैसला यथावत रहता तो स्वभाविक रूप से सदस्यता जाती, जेल जाते लेकिन कल फैसला और आज लोकसभा से सदस्यता समाप्ति का लेटर जारी होना लोकतंत्र के लिए सही नहीं। इस फैसले ने ये साबित कर दिया कि राहुल जी लोकसभा के भीतर और बाहर जो बोलते है सच बोलते है। कांग्रेस विरोधियों के लिए जरूर जश्न का दिन हो सकता है लेकिन कांग्रेस और भाजपा की बात नहीं है ये तो सीधा सीधा लोकतंत्र के दमन की बात है।

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