एक सरकारी स्कूल ऐसा भी- जहां बच्चों को निशुल्क देते हैं बैग, जूता, मोजा, टाई सहित कई सामान, बालोद शहर की झुग्गी बस्तियों के बच्चे पढ़ते हैं यहां…
इस शिक्षा सत्र में भी शाला प्रबंधन समिति व जनभागीदारी ने निभाई शिक्षण सामग्री निशुल्क देने की परंपरा
बालोद। बालोद नगर में एक सरकारी स्कूल ऐसा भी है जहां पर बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए निशुल्क बैग, कॉपी, पेंसिल, कंपास बॉक्स, जूता, मोजा, टाई आदि दिया जाता है। पाठ्यपुस्तक तो सरकार से मिलता ही है बाकी पूरी सुविधा यहां स्कूल प्रबंधन व जनभागीदारी समिति द्वारा की जाती है। कोरोना काल के चलते विगत 2 सत्र से यह सुविधा नहीं दी जा रही थी। लेकिन इस सत्र में बच्चों को वह पूरी सुविधा दी जा रही। जो इसके पहले दी गई थी। निशुल्क पाठ्य सामग्री देकर स्कूल प्रबंधन व शिक्षकों ने इस बार भी परंपरा को बरकरार रखा। यह स्कूल है बुनियादी मिडिल स्कूल। यहां पदस्थ रहे प्रधान पाठक स्वर्गीय पीसी केसरिया द्वारा यह परंपरा शुरू की गई थी। जिनका विगत वर्ष कोरोना काल में निधन हो गया। उनके द्वारा शुरू की गई इस परंपरा को आगे बरकरार रखा गया और इस सत्र में बच्चों को उक्त सभी सामग्री भेंट की गई। ज्ञात हो कि इस स्कूल में बालोद शहर के जवाहर पारा सहित झुग्गी बस्तियों व गरीब तबके के अधिकतर बच्चों को पढ़ाया जाता है। जिला शिक्षा अधिकारी व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर के ठीक सामने संचालित इस स्कूल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को पूरी पाठ्य सामग्री निशुल्क दी जाती है। यहां के शाला प्रबंधन समिति व शिक्षकों का उद्देश्य है कि उनके बच्चे भी निजी स्कूलों की तर्ज पर सभी सुविधाएं पाएं, बच्चे भी बकाया टाई मोजा, बेल्ट लगाकर स्कूल आए। बस्ता के बजाय बैग में पुस्तक लेकर आए।
ये रहे मौजूद
शासकीय बुनियादी पूर्व मा. शाला बालोद में शाला विकास समिति के अध्यक्ष अंबिका यादव, शिक्षा विद बीआर बेल्सर, के एल साहिरो, छात्रावास अधीक्षक परमेश्वर साहू की उपस्थिति में सामग्री वितरण हुआ। शाला विकास समिति के अध्यक्ष अंबिका यादव ने कहा कि शाला द्वारा बच्चों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षण सामाग्री प्रदान की गई। सभी बच्चों को पढाई में आगे बढते हुए शाला का नाम रौशन कर उज्जवल भविष्य का निर्माण करना चाहिए। शाला प्रधान पाठिका प्रभावती साहू ने बच्चों को अनुशासित रहकर अध्ययन हेतु प्रेरित किया। शाला स्टाफ के समस्त शिक्षक सरिता काबरा, निवेदिता यदु, वामन यादव ने सहभागिता दिखाई।