शाला सुरक्षा एवं व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर हुआ प्रशिक्षण, डौंडीलोहारा ब्लॉक से कैशरीन बेग हुई शामिल
बालोद। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित शाला सुरक्षा एवं व्यक्तिगत सुरक्षा के प्रथम चरण 14 से 18 फरवरी तक आयोजित हुआ। इस प्रशिक्षण में एस सी ई आर टी से डॉ शिवहरे , प्रशांत पांडे, ए के सर्वेश्वर ,विद्या चंद्राकर , जकारिया सर यूनिसेफ,छाया मेडम,विशाल सर ,सुनील मिश्रा की उपस्थिति व मार्गदर्शन से प्रशिक्षण प्राप्त हुआ। प्रशिक्षण के प्रमुख बिंदु
बाल लैंगिक शोषण, साइबर बुलिंग, ग्रुमिंग, पासबुक के प्रमुख घटक, व्यक्तिगत सुरक्षा ,शिक्षा कार्यक्रम पाठ योजना पाठ्यक्रम पर प्रदर्शन, ऑनलाइन शिक्षा को सुरक्षित बनाने हेतु वयस्कों के लिए उत्तम कार्य प्रणाली बच्चे के प्राकृतिक करण की प्रकृति शोषण के प्रति हमारी पहली प्रतिक्रिया प्रारंभिक विचारों पर विचार, लैंगिक शोषण के मामले की पहचान कैसे जागरूक रहें बच्चों की व्यवहार में परिवर्तन आसपास के आपदाओं की पहचान, शोषणकर्ता के संपर्क में आने की स्थिति में क्या करना चाहिए। व्यक्ति व्यवहार ,उसकी सराहना इत्यादि, अर्पण फाउंडेशन द्वारा विधि दुबे,सुविधा मैडम द्वारा समूह चर्चा द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
यूनिसेफ द्वारा विशाल जी डॉक्टर श्रवण डॉ श्याम जी,वंदना जी द्वारा प्रबंधन तंत्र उसकी अवधारणाएं हेजार्ड्स , प्राकृतिक आपदाओं, मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा कार्यक्रम विद्यालय समुदाय अदाओं के जोखिमों की पहचान एवं उनके प्रभाव को कम करने के उपाय की समझ एवं क्षमता विकसित करना विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम को नियमित शिक्षण प्रक्रिया में समाहित करना विद्यालय परिसर को अदा जोखिम से सुरक्षित रखना सुरक्षित रहने के अंतर्गत विद्यालय स्तर पर किए गए कार्य
विद्यालय तथा विद्यालय आने जाने की मार्ग में पड़ने वाले जोखिमों की पहचान, योजना को अल्पकालिक और दीर्घकालिक दो भागों में बांधना, विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना को विद्यालय समुदाय प्रबंधन समिति के साथ साझा करना विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना को विद्यालय विकास योजना में समावेशित करना और हितग्राहियों के सहयोग से कार्य करना, प्रशांत पांडे सहायक डायरेक्टर नोडल ऑफिसर स्टेट मीडिया एससीईआरटी द्वारा सस्टेनेबल डेवलपमेंट द्वारा सतत विकास क्या है, सतत विकास प्रक्रिया एवं उसके 17 लक्ष्य के बारे में बताया गया। गांव से आहत होने पर कैसे बिना किसी सुविधा मिले बिना अपने आसपास की वस्तुओं का उपयोग करके प्राथमिक सहायता देना है जिसमें फैक्चर सिर की पट्टी जबड़े की पट्टी स्ट्रेचर मानव वैशाखी, दो,तीन,चार, हाथों द्वारा विभिन्न तरह के स्ट्रक्चर डंडे रस्सी चादर के द्वारा स्ट्रेचर बनाकर ड्रिल करना, मूर्छित व्यक्ति को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने के लिए, आग से बचाव,अग्नि शामक यंत्र का प्रयोग ड्रिल करके बताया गया। परिस्थिति के अनुसार कार्य करना, विभिन्न परिस्थितियों में कार्य करना।
शाला सुरक्षा और व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर हर परिस्थिति के अनुसार कार्य करना बताया गया।
श्रीमती कैशरीन बेग व्याख्याता शासकीय हाई स्कूल भंडेरा डौंडीलोहारा बालोद द्वारा प्राप्त किया गया प्रशिक्षण में प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया गया। इनके द्वारा अपने विकास खंड के प्राचार्य, सीएसी को प्रशिक्षण देकर अपने शाला के शिक्षक, प्रत्येक बच्चों तक पहुंच पायेगा। निश्चित रूप से
शाला सुरक्षा और व्यक्तिगत सुरक्षा आवश्यक हैं, इससे आपदा,दुर्घटनाओं से बचा जा सकता हैं।