प्राथमिक शाला मुंजाल में ग्रीष्मकालीन प्रायोजना आमाराइट के तहत किया गया बच्चों को फाईल और पेपर वितरण
मोहला– ग्रीष्मकालीन प्रायोजना आमाराइट के तहत प्राथमिक शाला मुंजाल के बच्चों को पेपर और फाईल वितरण किया गया।आमाराइट परियोजना के संबंध में बच्चों के पालकों को बताया गया ताकि बच्चे इस प्रयोजना कार्य को अच्छे से कर सके।शिक्षक रोशन यादव ने बताया कि अधिकारियों के मार्गदर्शन और सहयोग से इस प्रायोजना कार्य को बच्चों तक पहुंचाया जा रहा है।शिक्षकों के प्रयास और मार्गदर्शन से इस प्रायोजना कार्य को बच्चे शिक्षक और पालक के सहयोग से आसानी से कर पा रहे हैं तथा इस नवाचार के माध्यम से बच्चे आसानी से सीख रहे हैं।कक्षा पहली से बारहवीं तक के बच्चों को कक्षाअनुरूप विभिन्न गतिविधियों को शामिल किया गया है जिसे बच्चे घर पर ही रह कर अपने अभिभावकों के सहायता से पूरा करेंगे। जिसमें प्रत्येक विद्यार्थी प्रोजेक्ट फाइल तैयार कर शाला खुलने पर स्कूल में जमा करेंगे शाला स्तर पर मूल्यांकन किया जाएगा जिससे ए बी एवं सी श्रेणी प्रदान कर अगले सत्र के आंतरिक मूल्यांकन पर अंकसूची/प्रगति पत्रक में अंकित किया जाएगा।
ग्रीष्मकालीन आमाराइट प्रायोजना– ग्रीष्मकालीन प्रोजेक्ट आमाराइट अपने आसपास के परिवेश में खेल खेल में मनोरंजक तरीके से बच्चों को सक्रिय कर सीखने का कार्यक्रम है यह पूर्णतः नवाचार है।आमा राइट का अर्थ Am I Right का छत्तीसगढ़ी खेल का अपभ्रंश है जिसमें पहले गांव के बच्चे चांद की रोशनी में आंख बंद कर क्रमशः क्रॉस रेखा को पार करते हैं और पार करने के पश्चात पूछते हैं हमारा इट और पूरी रेखाओं को पार करने के बाद विजेता बनते हैं। इसमें माता-पिता,पालक की सहभागिता रहती है।यह कौशल/शोध आधारित कार्यक्रम है जो सीधे जीवन से जुड़े हैं।इसमें सबसे खास बात यह है कि इस प्रायोजना कार्य को घर पर रहकर ही पारिवारिक सहयोग से पूरा करना होता है यह छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं परंपरा से जुड़ी प्रायोजना है जो बच्चों की चयन एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी है।