अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन @ 2047 तैयार करने युवा, कृषक, महिला एवं प्रबुद्धजनों से सीएम ने किया संवाद, बालोद जिले की ड्रोन दीदी चित्ररेखा साहू भी बनी सहभागी

बालोद। अमृतकाल छत्तीसगढ़ विजन 2047, युवा, कृषक, महिला एवं प्रबुद्ध जनों से संवाद कार्यक्रम विगत दिनों सर्किट हाउस सिविल लाइन रायपुर में आयोजित किया गया। जिसमें लखपति दीदी और नमो ड्रोन दीदी को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। इसमें बालोद जिले से ड्रोन दीदी चित्ररेखा साहू भी सहभागी बनी। उन्होंने इस सहभागिता पर कहा कि मैं अभी ड्रोन पायलट हूं। मैं किसान भाइयों की सहयोगी बनकर उनके काम में मदद कर रही हूं। ड्रोन से स्प्रे करने में किसानों का समय, पानी तथा खेतों के अंदर जाने में जो मेहनत लगता है उनसे राहत मिल रही है।

खास करके गन्ना उत्पादक किसानों भाइयों के लिए ड्रोन स्प्रे वरदान है। गन्ना छोटे होने पर हाथों से छोटे स्पेयर से काम हो जाता है। लेकिन गन्ना जब 8 से 10 फीट का होता है तो दवाई से स्प्रे करने में बहुत समस्या का होती है। अब ड्रोन के आ जाने से किसानों की समस्या का निदान हो गया है। प्रधानमंत्री की जो योजना है “नमो ड्रोन दीदी” इससे महिलाओं की आर्थिक और आत्मनिर्भर बनने में बहुत कारगर सिद्ध हो रहा है। मैं कभी नहीं सोची थी कि कम शिक्षित होने के बावजूद मैं ड्रोन दीदी बनकर ड्रोन उड़ा पाऊंगी और किसान भाइयों की सहयोगी बन पाऊंगी। मैं प्रधानमंत्री, इफको कंपनी, मुख्यमंत्री सभी का आभार व्यक्त करती हूं कि मुझे ड्रोन दीदी बनने का सौभाग्य मिला। धन्यवाद इफको परिवार।

आयोजन में क्या कहा है मुख्यमंत्री ने

रायपुर में हुए उक्त आयोजन में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए विजन डॉक्यूमेंट सभी की भागीदारी से तैयार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प लिया है इसे पूरा करने के लिए हम विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण करेंगे। छत्तीसगढ़ विजन 2047 तैयार करने के लिए राज्य नीति आयेाग द्वारा आयोजित मोर सपना मोर विकसित छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय संवाद कार्यक्रम को वे सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में भारत विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। प्रधानमंत्री जी ने अगले पांच साल में भारत को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उद्देश्य को पूरा करने में छत्तीसगढ़ का भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। छत्तीसगढ़ एक समृद्ध राज्य है जहां प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन, वन संपदा और मानव संसाधन हैं। यहां की धरती उर्वरा है, मेहनतकश किसान हैं। यहां के संसाधनों का वैल्यू एडिशन करके हम विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण कर सकते हैं। इसमें सभी का सहयोग आवश्यक होगा। छत्तीसगढ़ युवा प्रदेश है, हमने नई शिक्षा नीति लागू की गई है, जिसमें वोकेशन ट्रेनिंग पर जोर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हर क्षेत्र में सबके सहयोग से रिफॉर्म ला रही है। सरकार काम-काज में भी पारदर्शिता लाने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। हमारी सरकार की नीति करप्शन के प्रति जीरो टालरेंस की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं, कृषकों, महिलाओं और प्रबुद्धजनों ने विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण विचार साझा किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ का विजन डॉक्यूमेंट और नई उद्योग नीति राज्य स्थापना दिवस 01 नवम्बर 2024 को आम जनता को समर्पित करने का लक्ष्य रखा है। 

भिलाई में तकनीकी विश्वविद्यालय में ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत की गई ट्रेनिंग की व्यवस्था

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने ड्रोन दीदी को लेकर आए प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि भिलाई में तकनीकी विश्वविद्यालय में ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का आह्वान किया है, जिसमें ड्रोन दीदी का भी अहम योगदान होगा। मुख्यमंत्री ने पद्मश्री जागेश्वर यादव की तारीफ़ करते हुए कहा कि जागेश्वर जी पढ़े-लिखे नहीं हैं, उन्हें साइकिल चलाना नहीं आता, हाफ पेंट पहनकर और बिना चप्पल के अपना काम चलाते हैं लेकिन आज इन्होंने कोरवा-बिरहोर समुदाय की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया है, मैं उनका अभिनन्दन करता हूं।

खेती में नई तकनीक अपनानी होगी

वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने कहा कि कार्यक्रम में प्राप्त सुझावों का नीति आयोग द्वारा संकलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन तथा सर्विस सेक्टर में भी असीम संभावनाएं हैं। वर्तमान में कृषि में रसायनिक खाद के उपयोग से कैंसर रोगियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। हमें जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा। कृषि में युवाओं की भागीदारी भी बढ़ानी होगी। उन्होंने कहा कि प्रोग्रेसिव फॉर्मिंग के लिए किसानों की जमीन को एक साथ करने के लिए विचार करने की जरूरत है। हॉर्टिकल्चर क्रॉप के लिए जमीन की लेबलिंग, फेंसिंग और सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता आदि पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि एग्रो टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जा सकता है। विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में स्किल डेव्हलपमेंट को भी बढ़ाना होगा।

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