इस परिवार में मानते हैं बेटियों को खुशियों का खजाना, बेटियों के नाम रहा पूरा दिन: जगन्नाथपुर में हुआ दो बेटियों का एक ही दिन जन्मोत्सव और जन्मदिन का आयोजन
पापा बोले: बेटियों से ही तो घर है रोशन
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की एक अच्छी कोशिश: ठाकुर परिवार ने की पहल, हुआ विशेष आयोजन, पूरे ग्रामवासी सहित सरस्वती शिशु मंदिर परिवार बने सहभागी
बालोद। बालोद ब्लाक के ग्राम जगन्नाथपुर जहां बेटियों के नाम से चर्चा में रहता है। इस गांव को कोई जुड़वा बेटियों का गांव कहता है तो कोई यहां के यादव परिवार द्वारा बेटी है तो कल है की थीम पर हर साल दिवाली मनाने वाली पहल से जानता है।
जो लोगों को बेटी बेटा में फर्क दूर करने का संदेश देते आ रहे हैं। अब ऐसी ही एक अच्छी कोशिश बेटियों को बढ़ावा देने यहां के ठाकुर परिवार ने भी की है।
जिन्होंने पूरा दिन बेटियों के नाम कर दिया। एक ऐसा आयोजन इस परिवार ने गांव में कराया कि जिसके सहभागी पूरे ग्रामवासी सहित यहां के संस्कारों के नाम से चर्चित सरस्वती शिशु मंदिर परिवार भी बना।
दरअसल में इस गांव में ठाकुर परिवार के दो बेटियों का एक ही दिन जन्मोत्सव और जन्मदिन पड़ा। इसका आयोजन सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में किया गया। दोनों बेटियों को आशीर्वाद देने के लिए रिश्तेदार सहित पूरे ग्रामीण उमड़ पड़े। जन्मोत्सव और जन्मदिन के जरिए पूरा दिन इन बेटियों के नाम रहा। तो वही इस खुशी के मौके पर इन बेटियों के पिता तीरथ ठाकुर भी कहने लगे बेटियों से ही तो घर रोशन है। यही तो मेरी खुशियों का खजाना है। उनके आने से मेरी दुनिया खुशियों से भर गई है। बता दें कि इन दोनो बेटियों के पिता तीरथ राम ठाकुर और माता संध्या ठाकुर दोनो ही पेशे से शिक्षक हैं। शिक्षक जो बच्चों का भविष्य संवारते हैं, वे स्वयं अपने बच्चों (बेटियों) को इस तरह बढ़ावा दे रहे हैं यह देखकर पूरे समाज ने भी उसे गौरव भरा कदम बताया और अपना आशीष बेटियों को दिया।
26 जून को था विशेष आयोजन
तीरथ की दो बेटियां हैं। इन्हीं बेटियों में से द्वितीय छोटी बेटी का जन्मोत्सव और बड़ी बेटी अर्चना का जन्मदिन 26 जून को रखा गया था। इस कार्यक्रम को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से जोड़ते हुए ठाकुर परिवार ने बेटियों को बढ़ावा देने के लिए गांव में भंडारा का आयोजन किया। प्रवेश उत्सव के दिन ठाकुर परिवार की ओर से सरस्वती शिशु मंदिर के सभी बच्चों और स्टाफ को न्यौता भोज प्रदान किया गया। साथ ही शाम को इसी विद्यालय परिसर में बड़ी बेटी अर्चना का जन्मदिन भी मनाया गया। शाम को जन्मोत्सव पर ग्रामीण और रिश्तेदारों को भी भोज कराया गया।
बेटियों से गूंजता है हंसी-खुशी भरा आंगन
शिक्षक तीरथ राम ठाकुर का कहना है कि बेटियों से घर आंगन हमेशा हंसी-खुशी से गूंजता है। उनकी दो बेटियां हैं। इस बात की उन्हें काफी खुशी है। वे बेटी बेटा में फर्क नहीं करते हैं और इसी उद्देश्य के साथ उन्होंने बेटियों को बढ़ावा देने के लिए अपनी बड़ी बेटी अर्चना के जन्मदिन पर ही अपने छोटी बेटी का नामकरण संस्कार रखा। और सब ने बड़े प्यार से छोटी बेटी का नाम हर्षिखा रखा है। जो सबको हर्ष यानी खुशी प्रदान कर रही है। दोनों बेटियों से घर में खुशियों की बरसात हो रही है। दोनों बहनों में भी आपस में खास प्रेम नजर आता है। यह देखकर हमें भी बहुत अच्छा लगता है।
बेटियों की तस्वीर वाली आमंत्रण कार्ड पूरे गांव में बटवाया
उक्त बेटियों के दादा अर्जुन ठाकुर और दादी सुशीला ठाकुर द्वारा जगन्नाथपुर के प्रत्येक घर में जन्मोत्सव, आमंत्रण कार्ड बटवाया गया था। जिसमें दोनों बेटियों की तस्वीर भी प्रकाशित थी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए यह पहल की गई। रात को आशीर्वाद देने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण सहित रिश्तेदार पहुंचे। अर्चना ठाकुर के जन्मदिन के साथ ही छोटी बेटी हर्षिखा के जन्मोत्सव से यह पल दुगुनी खुशियों से भर गया।