कबीर आश्रम करहीभदर में शुरू हुआ बाल संस्कार शिविर, गर्मी की छुट्टियों में बच्चे सीखेंगे संस्कार और नवाचार,135 बच्चे ले रहे लाभ

बालोद। कबीर आश्रम करहीभदर में विगत 1 जून को संध्या 8 बजे से बाल संस्कार शिविर कार्यशाला का शुभारंभ हुआ।

इसका उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कबीर आश्रम के व्यवस्थापक संत सुशांत साहेब, शिविर संचालक संत दिनेंद्र साहेब के निर्देशन में यह आयोजन हो रहा। इस शिविर में आसपास के कुल 135 बच्चे भाग ले रहे हैं।

उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में ब्रह्माकुमारी सुश्री नेहा, दीपा साहू, हेमंत अठनागर, डॉक्टर युधन सरवानी, डॉक्टर एनएल सिन्हा, माधुरी साहू, शशि कला साहू आदि मौजूद रहे। सभी गणमान्य जनों ने सतगुरु कबीर साहेब की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर बच्चों को आशीर्वाद और प्रगति पथ पर सदैव सीखने का प्रोत्साहन प्रदान किया। साध्वी श्वेता ने आए अतिथियों का चंदन एवं माला से सम्मान किया। अतिथियों की विदाई पश्चात सभी बच्चों को कॉपी पेन, गुरु वंदना पुस्तक प्रदान किया गया। शिविर की सावधानी और नियम के बारे में बताया गया। दो जून से लगातार यहां सुबह 6 से रात्रि के 9:30 बजे तक विभिन्न कार्यशाला चल रही है। कार्यक्रम का संचालन संत देवेंद्र साहेब प्रधानाचार्य ने किया। 2 से 6 जून तक विभिन्न गतिविधियां बच्चों को कराई जा रही है। खेलकूद सहित कई रचनात्मक गतिविधियां, योग, ध्यान प्राणायाम आदि बच्चों को सिखाए जा रहे हैं। संस्कारों की सीख यहां दी जा रही है। आयोजन 6 जून तक चलेगा।

क्या है उद्देश्य

आयोजन का यह द्वितीय वर्ष है। इसमें 7 से 14 वर्ष के छात्र-छात्राएं ही भाग ले रहें हैं। संतो के सानिध्य में पांच दिवसीय बाल संस्कार शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर बच्चों के नैतिक, बौद्धिक, चारित्रिक एवं व्यक्तित्व विकास की दृष्टि से आयोजित है। शिविर में पढ़ने, याद करने की विधि, कुशाग्र बुद्धि, स्मरण शक्ति, योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान, प्रशिक्षत संतों एवं प्राध्यापकों द्वारा सिखाया जाएगा। 6 जून को कबीर जयंती समारोह परम पूज्य संत श्री कृपाशरण साहेब जी कबीर पारख संस्थान प्रयागराज (उ.प्र.) के सानिध्य में होगा। सभी संत भक्तों एवं पालकों से निवेदन किया गया है कि कबीर जयंती के अवसर पर प्रातः 10 बजे अवश्य आएं।

इस तरह है दिव्य बाल संस्कार शिविर की समय सारणी

4:30 बजे प्रातः जागरण, 6-7 बजे गुरु वंदना, प्राणायाम, ध्यान, 7-8 बजे आध्यात्मिक शिक्षा, महापुरुषों की जीवन कथा, 8:15 बजे जलपान, 9:30-10:30 बजे सेवा कार्य, 11 बजे नैतिक शिक्षा, पहेलियां, प्रश्नोत्तरी, 12:30 बजे भोजन, 1:30 बजे विश्राम, 3:30-5:20 बजे स्वास्थ्य शिक्षा, नैतिक शिक्षा, सामान्य शिक्षा, 5:30 बजे संध्या आरती, 5:45 से 6:45 बजे खेलकूद, प्रतियोगिता, 7 बजे भोजन, 8 बजे संध्या पाठ, भजन संध्या, 9:30 बजे विश्राम होगा। विशेष आकर्षण में एक शाम जादू के नाम होगा। साथ ही बच्चों को पर्यटन स्थल शक्कर कारखाना, भोला पठार, सियादेही मंदिर और कबीर स्तंभ दर्शन, तांदुला बांध बालोद भी ले जाया जाएगा। 5 जून को सामान्य परीक्षा होगी। 6 जून को कबीर जयंती के असवर पर प्रशस्ति प्रत्र दिया जाएगा।

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