छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन का प्रादेशिक पत्रकार सम्मेलन और सम्मान समारोह का हुआ आयोजन

बालोद जिले के पत्रकार भी हुए सम्मानित

कुलपति बोले : पत्रकार जनता की विश्वास और ताकत है इसे बरकरार रखें

बालोद/गुरुर/दुर्ग । छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन (इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट नई दिल्ली से संबद्ध) का प्रादेशिक पत्रकार सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन रविवार को भिलाई के होटल अमित पार्क इंटरनेशनल में संपन्न हुआ। जिसमें गुरुर सहित पूरे बालोद जिले के विभिन्न पत्रकार भी शामिल हुए। जहां लंबे समय से पत्रकारिता में संलग्न और संगठन को मजबूती प्रदान करने वाली पत्रकार साथियों का विशेष रूप से सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में बालोद जिले से जिला अध्यक्ष दीपक देवदास को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। आयोजन के मुख्य अतिथि कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ बलदेव भाई शर्मा थे। अध्यक्षता अखिल भारतीय किसान महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ राजाराम त्रिपाठी ने की ।

विशेष अतिथि के रूप में दुर्ग पुलिस अधीक्षक आईपीएस जितेंद्र शुक्ला, दुर्ग अपर कलेक्टर बजरंग दुबे, शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष आईपी शर्मा, एसपी दुर्ग अभिषेक झा, हिंदी विभाग कल्याण महाविद्यालय अध्यक्ष डॉ सुधीर शर्मा, शकुंतला विद्यालय भिलाई के डायरेक्टर संजय ओझा, स्मृति गृह निर्माण सहकारी संस्था के अध्यक्ष राजीव चौबे, हैवी ट्रांसपोर्ट कंपनी के डायरेक्टर इंद्रजीत सिंह थे। छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष ईश्वर दुबे एवं समस्त पदाधिकारी गण के नेतृत्व में यह सफल आयोजन हुआ। जिसमें पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बलदेव भाई शर्मा ने सभी पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकार का जीवन चुनौती पूर्ण रहता है। छत्तीसगढ़ क्षेत्र में कई दुर्गम इलाके में पत्रकार रहते हैं। कई बार उनके जीवन पर संकट आ जाता है। पत्रकार को आम आदमी की आवाज बने रहना चाहिए। जब आदमी बहुत परेशान हो जाता है। शासन प्रशासन ध्यान नहीं देता है तो पत्रकार के जरिए ही जनता की आवाज पहुंचाई जा सकती है। जनता की हिम्मत पत्रकार बनते हैं। इस ताकत को सभी पत्रकारों को बनाए रखना है। जनता के बीच चौथा स्तंभ के रूप में पत्रकारों को सम्मानित किया जाता है। यह विश्वास और सम्मान बरकरार रखना है। सभी पत्रकार अपने-अपने इलाकों में विभिन्न समस्याओं से जूझते हैं। ऐसा अवसर कभी-कभार मिलता है जब सभी एक साथ इकट्ठा हो और सुख-दुख साझा करें। इस हिसाब से यह सम्मेलन महत्वपूर्ण आयोजन है। मैं ईश्वर दुबे और पूरे संगठन को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने पत्रकार मित्रों को एक साथ लाया है और पारिवारिक मिलन का अवसर दिया है।

प्रदेश अध्यक्ष ईश्वर दुबे ने कहा कि तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पत्रकारिता का दीया जलता हुआ दिखाई देना इसका श्रेय जाता है पंडित माधवराव सप्रे की पत्रकारिता को। जिन्होंने तमाम संघर्ष के बावजूद पेंड्रा से छत्तीसगढ़ से पत्रकारिता की शुरुआत की थी जिस कस्बे में ठीक से स्टेशनरी की दुकान प्रिंटिंग प्रेस नहीं हुआ करता था वहां से एक गरीब संघर्षशील साहित्यकार ने छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता की शुरुआत की। उन्होंने अपने पत्रिका का नाम छत्तीसगढ़ मित्र रखा। जनवरी 1900 में उन्होंने लिखा छत्तीसगढ़ से निकला हुआ पत्रिका है । आज भी छत्तीसगढ़ में संघर्षशील पत्रकार बचे हुए। आज भी समूचा भारत ईमानदार पत्रकार की ओर ध्यान आकर्षित करता है तो फिर उन्हें छग आना पड़ता है। सरस्वती पत्रिका जिससे छत्तीसगढ़ मित्र का संघर्ष हो रहा था। 1923 में जाकर खैरागढ़ के छोटे से मास्टर पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी को उसका संपादक बनाया गया। जिनकी उम्र महज 23 साल थी। जो गर्व का एहसास कराता है। हम उस भूमि के हैं जहां ईमानदार और शुद्ध पत्रकारिता पैदा हुई। यहां के लोगों ने उन्नत पत्रकारिता की। इसलिए आज भी हम उस भूमि से आज भी पत्रकारिता कर रहे हैं। जो यहां के लोग चाहते हैं। प्रत्येक पत्रकार अपने आप में अखबार मालिक की ताकत रखते हैं। जो डिजिटल युग आया है उसके कारण हमारी पूरी दशा बदल गई है। साहित्यकार, संस्कृति और पत्रकारों ने मिलकर राज्य का निर्माण किया है। अगर कोई राजनीतिक कहता है कि मैंने राज्य बनाया है तो मैं बहस करने तैयार हूं। सोए हुए व्यक्ति को जगाने का काम साहित्यकारों ने किया, पत्रकारों ने किया। प्रादेशिक सम्मेलन करने का उद्देश्य एक ही है कि हम आपस में सुख-दुख बांट सके और हमारी समस्या को सरकार तक पहुंचा सके। इस दौरान बालोद जिले से जिला अध्यक्ष दीपक देवदास सहित सुनीता साहू, मधु देवदास, देवधर साहू, ज्योति देवदास, पूनम साहू, अमित मंडावी ,सोनू देवदास ,बालोद ब्लाक के अध्यक्ष दीपक यादव, महिला प्रभाग अध्यक्ष माधुरी यादव आदि मौजूद रहे।

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