एक दूजे के वास्ते: बालोद जिले की यह जोड़ी बनी मिसाल: ढाई – ढाई फीट के दूल्हा-दुल्हन ने लिए सात फेरे,की नई जीवन की शुरुआत
माधुरी दीपक यादव,बालोद/ खुशी यादव, दुर्ग। दुर्ग और बालोद जिला की सीमा पर स्थित बालोद जिले के एक गांव सिरसिदा में देवांगन परिवार में हुई शादी यादगार बन गई। इस शादी को देखकर हर किसी के जुबान पर एक ही लाइन थी: रब ने बना दी जोड़ी…….।सिरसिदा में हुई बौना बौनी की शादी ने देवांगन सहित सभी समाज में मिसाल पेश की। कहते हैं जोड़ियां आसमानों में तय होती है। पर बनते जमीं पर हैं। शादी नसीब से होती है और नसीब एक न एक दिन जोड़ियों को मिला ही देते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ गुण्डरदेही ब्लॉक के ग्राम सिरसिदा के देवांगन परिवार में। जहां एक बौनी दुल्हन को अपना बौना दूल्हा आखिर मिल ही गया। शनिवार को ग्राम में विधि विधान मंत्र उच्चारण के साथ सामाजिक रीति रिवाज से दुल्हन रामेश्वरी देवांगन ने अपने दूल्हे मनीष कुमार के साथ सात फेरे लिए और अपने नए जीवन की शुरुआत की। यह शादी आकर्षण का केंद्र रही। तो वही समाज सहित ग्रामीणों ने इस जोड़ी को मिसाल के तौर पर सराहा। दुल्हन रामेश्वरी के भाई खिलेंद्र देवांगन ने बताया कि उनके परिवार में दो भाई एक बहन है रामेश्वरी सबसे बड़ी बहन है। जो की सिलाई का काम करती है। वही जिनके साथ रिश्ता तय हुआ यानी उनके जीजा भरदा (टटेंगा) के रहने वाले मनीष कुमार एक प्राइवेट कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर हैं। उन्होंने बताया कि सामाजिक रीति रिवाज से विवाह संपन्न हुआ। हम ऐसे ही रिश्ते की तलाश कर रहे थे। इत्तेफाक से हमारे घर मनीष का रिश्ता आया। सोच विचार के बाद रामेश्वरी सहित सभी की राय से इस रिश्ते के लिए हां की गई और दोनों को सुखी जीवन का आशीर्वाद देते हुए परिवार ने विदा किया। अपनी दिव्यांगता को नजरंदाज कर दोनों ने मिलकर नए जीवन की शुरुआत करने का संकल्प लिया। दोनो की उम्र 35 वर्ष है।दोनो की ऊंचाई करीब ढाई फीट है।