सत्ता शक्तिशाली: भाजपा प्रत्याशी भले ही चुनाव हार गए, लेकिन ‘शैडो एमएलए’ के तौर पर करेंगे काम, प्रदेश स्तरीय बैठक में बनी रणनीति, हारे प्रत्याशियों की हुई समीक्षा
बालोद। उन क्षेत्रों पर जहां भाजपा के प्रत्याशी चुनाव हार गए वहां पार्टी के कार्यक्रमों को अपने नियंत्रण में रखने के लिए प्रदेश के भाजपा संगठन ने एक ‘शैडो एमएलए’ का विचार रखा है जो ऐसे क्षेत्रों में छाया विधायक के रूप में सक्रिय रहेंगे। ये निर्णय विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के हारे हुए प्रत्याशियों की बैठक में हुआ है। कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में हुई इस बैठक में क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल के अलावा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, विधानसभा में हारे हुए प्रत्याशी राकेश यादव, वीरेंद्र साहू, देवलाल ठाकुर, प्रेम प्रकाश पांडे, शिवरतन शर्मा, सौरभ सिंह, कृष्णमूर्ति बांधी, रंजना साहू, सरला कोसरिया, विक्रांत सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
मोदी की गारंटी को घर-घर तक पहुचाएंगे छाया विधायक:
बैठक में सभी प्रत्याशियों ने अपने-अपने हार की समीक्षा करते हुए उसकी वजह वरिष्ठ नेताओं को बताई। बैठक में जिन क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी को हार मिली है वहां पर भाजपा के छाया विधायकों को संगठन के साथ मिलकर मोदी सरकार के कामों और मोदी की गारंटी को घर-घर तक पहुंचाने और पार्टी को मजबूत करने को कहा गया है।
पार्टी के आगामी सभी कार्यक्रमों में जोड़ने के निर्देश:
बैठक के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि किन्ही कारणों की वजह से विशेष परिस्थितियों में 36 विधानसभा में हमारे 36 प्रत्याशियों की हार हुई है। बैठक में छाया विधायकों को पार्टी के आगामी कार्यक्रमों से जोड़ने का निर्णय लिया गया है।
भितरघातियों पर कार्यवाही की तैयारी में पार्टी:
जिन क्षेत्रों में हार हुई है वहां पर पार्टी के कार्यक्रम लगातार आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। छाया विधायकों संगठन के कामों से जुड़ कर गतिशीलता बनाए रखने को भी कहा गया है। कुछ प्रत्याशियों ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा भीतरघात किए जाने की शिकायत की है जिसे पार्टी ने गंभीरता से लेते हुए आने वाले दिनों में कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
जीतेंगे लोकसभा के चुनाव में सभी 11 सीट:
भाजपा के छाया विधायकों ने बताया कि अपने अपने क्षेत्रों की स्थिति से वरिष्ठ नेताओं को अवगत कराया है। लोकसभा चुनाव में सभी को संगठन के साथ जोड़कर काम करने का निर्देश मिला है। छाया विधायकों ने आश्वासन दिया है कि लोकसभा के चुनाव में सभी मिलकर काम करेंगे और सभी 11 सीट जीतेंगे।