समाज के पूर्व संयोजक विजय बघेल बोले: कांग्रेस की हार का बड़ा कारण सीएम बघेल का सतनामी विरोधी व तानाशाही रवैया है
बालोद। सांकरा ज के विजय बघेल जो पूर्व प्रदेश संयोजक, प्रदेश सतनामी समाज छत्तीसगढ़ , पूर्व जिलाध्यक्ष सतनामी समाज जिला बालोद हैं, ने कांग्रेस की हार का कारण तत्कालीन सीएम भूपेश द्वारा सतनामी समाज की उपेक्षा सहित कई कारण बताया है। उन्होंने कहा वैसे तो किसी भी पार्टी का सत्तासीन होते हुए उनकी करारी हार का अनेकों कारण हुआ करते हैं । विगत दिनों हुए छत्तीसगढ़ प्रजा तंत्र चुनाव में कांग्रेस पार्टी के करारी हार का सबसे बड़ा कारण सी एम भूपेश बघेल का सतनामी विरोधी रवैया साथ ही उनकी तानाशाही शासन करना है । जबसे छत्तीसगढ़ के शासन पर का मुखिया भूपेश बघेल बने थे तब से वे अपने सतनामी विरोधी पुरानी गंदी राजनीतिज्ञ मानसिकता के चलते बघेल ने सतनामी समाज को इनडायरेक्ट परेशान करने लग गए थे । सी एम बघेल के द्वारा प्रशासनिक स्तर से लेकर सामाजिक व धार्मिक स्तर पर सतनामी समाज को टारगेट करने लगे थे चाहे वह गिरौधपुरी धाम पर मेला महोत्सव से लेकर गिरौधपुरी की महत्ता को धूमिल करने की हो , चाहे प्रशासनिक स्तर पर दिसंबर माह में सांस्कृतिक विभाग से प्रदत्त कार्यक्रमों की हो या फिर आरक्षण व बेरोजगारों को छलने की बात हो हर स्तर पर समाज को नीचे गिराने का काम करते आ रहे थे । समाज के कांग्रेसी विचारधाराओं से जूड़े हुए लोगों की छोड़ सभी लोग भूपेश बघेल की दोगली नीति व उनकी कार्य प्रणाली से तंग आ गये थे व समय आने पर चुनाव में पुरी तरह से निपटाने के लिए ठान रखा था। फलस्वरूप सतनामी समाज के बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों ने अपनी नाराजगी विगत दिनों हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ वोट डालकर उसे हराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। विजय बघेल ने कहा कांग्रेस पार्टी की हार का एक बड़ा कारण यह भी है कि प्रदेश की मुखिया बनने के बाद भी सी एम बघेल के द्वारा अपनी पुरानी तानाशाही गुस्सैल रवैये से बाज नहीं आया और किसी भी आम लोगों से धमकी भरे अंदाज से संवाद कर दबा दिया करते थे । प्रदेश के मातृ शक्ति माताओं की नाराजगी भी उनके व उनकी पार्टी के पतन का भी एक कारण है क्योंकि चुनाव जीतने के लिए शराब बंदी का झूठे वादे कर चुनाव तो जीत गए लेकिन सत्तासीन होने के बाद शराब बंद न करा कर उलटे गांव गांव गली खोरों में अवैध शराब की बिक्री करा कर गांवों व शहरो की स्थिति को खराब कर मोटी राजस्व ऐंठने लग गए थे। सो परिणाम कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। युवाओं को रोजगार देने की झूठी आश्वासन देकर सत्ता काबिज करने के बाद भी बेरोजगार युवाओं को न तो रोजगार दिया और न सभी बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया। फलस्वरूप युवाओं के क्रोध का परिणाम चुनाव में कांग्रेस पार्टी को हरा कर युवाओं ने अपने साथ हुए छल का बदला लिया । कांग्रेसी विधायकों की कार्य प्रणाली उनकी अपनी क्षेत्रों में निष्कृयता भी कांग्रेस पार्टी के पतन का एक कारण है । कांग्रेस पार्टी की हार का एक और कारण राहुल गांधी की बातों पर आकर जातिगत जनगणना करा कर आरक्षण देने की बात भी रही है क्योंकि राहुल गांधी जी चाहते थे कि जातिगत जनगणना करा कर सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम समुदाय को तगड़ी आरक्षण व्यवस्था कराना था क्योंकि हिन्दू समाज विभिन्न जाति धर्मों में बटे हुए हैं और उसके विपरीत मुस्लिम समुदाय एक जाति एक मजहब से हैं सो वे उन्हें जातिगत जनगणना करा कर अप्रत्यक्ष रुप से ज्यादा आरक्षण प्रदान करना चाहता था जिसे हिन्दू वर्ग के छोटे संप्रदाय ( समाज )के लोगों को आभास हो गया और कांग्रेस पार्टी व भूपेश बघेल सहित राहुल गांधी के मंशे को फेर का कांग्रेस के खिलाफ वोट डालकर तार तार कर दिया । राजनीतिक नेताएं कहते हैं कि जनता सोये हुए रहते हैं थोड़ी सी पानी का छींटा डालकर जगा कर अपनी मन मर्जी वोट डलवा लेंगे। लेकिन जनता अब समझ चुकी है और कब किसे पटकनी देने हैं सब अच्छी तरह से समझते हैं ।