सरस्वती शिशु मंदिर पूर्व माध्यमिक विद्यालय कोबा में पंचम आवर्ती प्रशिक्षण का आयोजन किया गया
बालोद। रविवार को मालीघोरी संकुल के समस्त प्रधानाचार्य , आचार्य/दीदियों का आवर्ती प्रशिक्षण वर्ग कोबा विद्यालय में आयोजित किया गया।
विषय= समस्त अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के छाया चित्र में पूजन अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया अतिथियों का परिचय हुआ सरस्वती शिशु मंदिर कोबा के अध्यक्ष श्री ढाल सिंह साहू जी उपाध्यक्ष गजानंद साहू ने
सचिव युवराज देशमुख जी और मालीघोरी संकुल के संकुल प्रमुख श्री चेमन लाल साहू जी स्थानीय विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री विष्णु प्रसाद सिंघारे जी होम लाल पटेल जी प्रधानाचार्य संबलपुर तथा समस्त आचार्य दीदियों का स्वागत किया गया अनमोल वचन त्रिवेणी देशमुख द्वारा संपन्न किया गया।
अतिथियों के स्वागत के पश्चात उद्बोधन की कड़ी में श्री गजानंद साहू जी द्वारा आशीष वचन दिया गया जिसमें बच्चों को संस्कार देने और उनके गुणों को उजागर करने के लिए प्रयास करें इसके पश्चात श्री दीपचंद देशलहरे जी द्वारा उद्बोधन दिया गया जिसमें बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए प्रेरित किया गया फिर संकुल प्रमुख श्री चेमन लाल साहू जी प्रधानाचार्य मालीघोरी जी के द्वारा जिसमें आचार्य जी ने बताया कि नियमों का कड़ाई से पालन करें और हमारे शिक्षा प्रणाली को एक उत्कृष्ट शिक्षा प्रणाली हो भूमि वंदन करना माता-पिता का प्रणाम करना दीदी आचार्यों का प्रणाम करना आदि बच्चों में यह गुण होना चाहिए और सभी दीदी आचार्य जी प्रार्थना के समय इधर-उधर ना देखें ऐसे भैया बहन को प्रेरित करना चाहिए। प्रार्थना के समय सभी भैया बहन अपना नेत्र बंद रखें और जिस विद्यालय में दर्ज संख्या बढ़ती है उनके प्रधानाचार्य को पुरस्कृत किया जाएगा यह संकुल मालीघोरी के द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
तत्पश्चात संस्कृत शिक्षण हेतु श्री पी एल देशमुख कमरौद एवं श्री डी के देशमुख जी पापरा उपस्थित रहे। देशमुख जी ने सर्वप्रथम हिंदी शिक्षण की जानकारी सभी दीदी आचार्यों को दी तत्पश्चात विज्ञान विषय की जानकारी दी उसके बाद संस्कृत शिक्षण की जानकारी सभी दीदी और आचार्यों में प्रेरित किया शिशु नगरी कार्यक्रम सावित्री धनकर और अमित देशमुख दीदी जी द्वारा संपन्न हुआ जिसमें शिशु वाटिका के 12 आयाम के बारे में बताया गया और इंद्री विकास के 5 आयाम के बारे में बताया गया जिसमें सुनकर ,चक्कर, स्पर्शकर,देखकर, सुनकर । इनके बारे में बताया गया
तत्पश्चात गणित शिक्षण के लिए त्रिवेणी देशमुख दीदी जी द्वारा गणित शिक्षण के बारे में बताया गया जिसमें अनुक्रमांक व्यतक्रमानूपात के बारे में बताया गया।
मालीघोरी संकुल के 12 विद्यालय में से 9 विद्यालयों की उपस्थिति रही जिसमें सरस्वती शिशु मन्दिर घीना, कोबा,सुरेगांव, भीमकन्हार, खरथुली, रेंगाडबरी,कोटरा संबलपुर,मालीघोरी यह सभी विद्यालय की प्रधानाचार्य दीदी आचार्य की उपस्थिति रही
अछोली,मंगचूआ, संजारी , ये तीनों विद्यालय अनुपस्थित रहे। संकुल प्रमुख श्री चेमन लाल साहू जी द्वारा वित्तीय अभिलेख लेजर,रोकड़,बिल वाउचर आदि की जानकारी सभी प्रधानाचार्य को दी और मार्च माह में सभी अभिलेख को पूर्ण कर माह अप्रैल में विद्यालय का ऑडिट अनिवार्य रूप से कराने की सलाह दी।
यह जानकारी सरस्वती शिशु मंदिर घीना के प्रधानाचार्य जी श्री गोविंदा सिन्हा जी ने दिया है।