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कोटा में नीट की कोचिंग के लिए पहुंची बालोद की लीना ने बताए उदयपुर की घटना के बाद हालात, कर्फ्यू लगा, घर लौटना मुश्किल,17 को टेस्ट एक्जाम,,,

अग्निपथ योजना से हंगामे के बाद ट्रेनें भी रद्द, छात्रा ने फोन पर साझा की हमसे वहां के हालात

3 दिन से इंटरनेट भी है बंद, 17 जुलाई को है नीट का टेस्ट एग्जाम, परीक्षा दिलाने आना जरूरी है छत्तीसगढ़

बालोद। इन दिनों जहां अग्निपथ योजना के चलते नाराज लोगों का हंगामा थमा नहीं है। ट्रेनों में आगजनी और हिंसा जारी है। जिससे पूरे भारत भर में खासतौर से उत्तर भारत क्षेत्र में कई ट्रेनें रद्द कर दी गई है। जिससे मध्य भारत छत्तीसगढ़ और दक्षिण क्षेत्र में जाना मुश्किल हो गया है। ऐसे संकट के दौर के बीच राजस्थान के उदयपुर में नूपुर शर्मा के समर्थक कन्हैया लाल दर्जी की हत्या के बाद मामला और गंभीर हो गया है। राजस्थान की गहलोत सरकार के खिलाफ जहां विरोध जारी है तो राज्य भर में हालात बिगड़ गए हैं। जिसके चलते वहां कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू है। पूरे राज्य में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। तो वहां जो भी रह रहे हैं और वह अगर बाहर से हैं तो उन्हें जाने की इजाजत भी अभी मुश्किल से मिल पा रही है। ऐसे ही हालातों के बीच कोटा, राजस्थान में नीट की कोचिंग करने के लिए पहुंची बालोद जिले के ग्राम भीमकन्हार की बेटी लीना साहू भी वहां फंसी हुई है। जो नीट का ही टेस्ट एग्जाम देने के लिए छत्तीसगढ़ नहीं आ पा रही है। अब तक दो ट्रेनें जिसमें उन्हें आना था दोनों ही एक-एक कर रद्द हो चुकी है। उन्हें चिंता है कि वह 17 जुलाई तक अपने परीक्षा केंद्र भिलाई छत्तीसगढ़ पहुंच पाएंगी या नहीं? लीना, भीम कन्हार के सरपंच पोषण साहू की बेटी है। वहां के हालातों के बारे में हमने लीना से फोन पर चर्चा की। बताई कि वहां 3 दिन से इंटरनेट बंद है। सिर्फ फोन से ही बात कर पा रहे हैं। वहां के हालातों के बारे में तस्वीर भी साझा करना मुश्किल है। किसी तरह की अफवाह जनक बातों से माहौल ना बिगड़े और लोग आक्रोश को सोशल मीडिया के जरिए बढ़ावा ना दें सहित कई सुरक्षा कारणों से सरकार ने वहां इंटरनेट सुविधा बंद कर दी है। हालांकि जिस उदयपुर क्षेत्र में घटना हुई है वहां से 280 किलोमीटर दूर कोटा क्षेत्र में एक हॉस्टल में लीना अपने सहपाठी सहेलियों के साथ रह रही है। उसे 28 जून को निकलना था लेकिन ट्रेन रद्द होने से वह आ नहीं पाई।

झारखंड रूट से ट्रेन का है विकल्प, बस रद्द ना हो जाए

अब वह 2 जुलाई को झारखंड रूट के ट्रेन से जाने की तैयारी कर रही है। अगर ट्रेन रद्द नहीं हुआ तो वह झारखंड होते हुए बिलासपुर तक पहुंचेगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर उसके सामने फ्लाइट के अलावा कोई चारा नहीं होगा। चिंता है कि वह समय पर नीट का टेस्ट एग्जाम देने भिलाई सेंटर पहुंच पाएगी या नहीं. क्योंकि जिसकी पढ़ाई के लिए वह यहां आकर कोचिंग कर रही थी उसी का टेस्ट नजदीक आ गया है और ऐसे हालातों में वह कोटा में फंसी हुई है।

जहां रहती हूं वहां भी लगा है कर्फ्यू

लीना ने बताया कि जिस क्षेत्र में वह रह रही है वहां भी कर्फ्यू लागू है। तीन से चार लोगों का एक साथ निकलने पर पाबंदी है। पुलिस प्रशासन सख्ती बरत रही है। तो इधर ट्रेनें एक-एक कर कैंसिल हो रही है। बता रहे हैं कि 12 जुलाई तक उस क्षेत्र में ट्रेन कैंसिल कर दी गई है। जो सीधे छत्तीसगढ़ की ओर चलती थी। अब वह झारखंड के रूट से आने का प्रयास करेगी।

बेटी से रोज फोन पर बात कर बढ़ाते हैं हिम्मत

सरपंच पोषण साहू ने बताया कि बेटी से रोज फोन पर बात कर उनका हौसला बढ़ाते हैं। कहते हैं कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। सब कुछ सामान्य हो जाएगा। सामने परीक्षा है इसलिए वह तनाव ना ले। कैसे भी करके उसे घर पहुंचाएंगे और वह परीक्षा में शामिल होगी। कोटा राजस्थान में नीट की तैयारी के लिए छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के अलावा झारखंड से भी बच्चे पढ़ने के लिए पहुंचे हुए हैं।। लगभग पुराने बैच वालों का टेस्ट एग्जाम 17 जुलाई को निर्धारित है। जिसमें लीना को भिलाई छत्तीसगढ़ सेंटर जिसके लिए प्रवेश पत्र भी जारी हो चुका है पर उसके सामने चुनौती है कि कैसे वो इन हालातों का सामना करके अपने गांव पहुंचे।

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