कार्यशाला :- सुरेगांव व रेगाडबरी में तीन दिवसीय पंचायतों का चल रहा है प्रशिक्षण, स्वास्थ्य की स्थिति सुधारने व पर्यावरण बचाने पंचायत की भूमिका महत्वपूर्ण
देवरीबंगला / जलवायु परिवर्तन एवं स्वास्थ्य पर पंचायत प्रतिनिधियों का तीन दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। पंचायत भवन सुरेगांव में तीन पंचायत सिंगारपुर सुरेगांव तथा दुर्गा भाट के सरपंच एवं पंच प्रशिक्षण ले रहे हैं। प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य पंचायत समन्वयक अनीता रामटेके तथा मितानिन प्रशिक्षक केशव शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य की बुरी स्थिति के पीछे गरीबी स्वास्थ्य सेवा नहीं मिल पाना, रोजगार, पोषण, सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिलना, साफ पानी और शौचालय की कमी, जानकारी की कमी तथा महिलाओं के साथ भेदभाव प्रमुख कारण है। उन्होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन के लिए समुदाय एवं सरकार दोनों जिम्मेदार है इसलिए इस अनावश्यक परिवर्तन को रोकने के लिए सरकार एवं समुदाय दोनों की जिम्मेदारी है प्रशिक्षण में कुछ बीमारियों पर पंचायत प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई। उन्हें बताया गया कि स्वास्थ्य की स्थिति को सुधारने के लिए पंचायत आंगनबाड़ी, टीकाकरण, उप स्वास्थ्य केंद्र, स्कूल, पेयजल, कुपोषण, कम उम्र में किशोरी की शादी, परिवार नियोजन तथा महिला सशक्तिकरण पर निगरानी कर कार्य योजना तैयार करें। जल, वायु तथा मिट्टी के प्रदूषण के कारण पर्यावरण परिवर्तन तथा रोकने के लिए पंचायत के कार्य बताए गए। पंचायत प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण में सरपंच विष्णु नेताम, शोभा देशमुख, पंच पुष्पा साहू, दुर्गा प्रसाद, मधु देशमुख, ललिता गंधर्व, सुमित्रा नेताम, शैल देशमुख, श्रवण कुमार, विमला बाई, सोमलता साहू सहित बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।