आर्मी के जवान युवराज चंद्राकर की सड़क हादसे में मौत, अंतिम संस्कार में रो पड़ा रजोली गांव
भानु साहू, गुण्डरदेही। क्षेत्र के ग्राम रजोली निवासी भारतीय सेना के जवान युवराज चंद्राकर की अंडा में सड़क हादसे में मौत हो गई। बुधवार को उनके अंतिम संस्कार में रजोली वासी रो पड़े। जवान छुट्टियों से अपने ड्यूटी यूनिट लौटते समय सड़क हादसे का शिकार हो गया था। 14 अगस्त 2017 से देशसेवा का जज्बा लेकर वे सेना में भर्ती हुए थे। लंबे समय तक लद्दाख जैसे दुर्गम क्षेत्र में पदस्थ रहे युवराज चंद्राकर का अभी हाल ही में पठानकोट यूनिट में तबादला हुआ था। इसी दौरान वे छुट्टियां बिताने घर आये थे। यूनिट से वापसी का आदेश मिलने पर वे अपनी ड्यूटी निभाने घर से एक साथी के साथ निकले थे। इसी दौरान ग्राम अंडा के समीप सड़क हादसे ने इस देशभक्ति के चिंगारी को सदा के लिए बुझा दिया। साथ ही उनका साथी भी दुर्घटना के बाद घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती है। वे ग्राम रजोली के यमुना प्रसाद चंद्राकर एवं शीतेश्वरी चंद्राकर के पुत्र थे। उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। उनके हर एक शुभचिंतक अपने देश के इस रक्षक को अंतिम विदाई देने लालायित रहा। फौज के जवान व रनचिरई पुलिस स्टाफ भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल होकर सलामी दी। उनके निधन पर ग्रामीण सदस्य व जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर, सरपंच रजोली ओम प्रकाश नेताम, सांसद प्रतिनिधि दयाराम सिन्हा, गुण्डरदेही तहसीलदार रनचिरई थाना प्रभारी यामन कुमार देवांगन, पूर्व सैनिक बोर्ड के जिला दुर्ग से दस सैनिक व बालोद रनचिरई पुलिस स्टाफ पहुंचकर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर ग्रामीण पंचगण सैकड़ों ग्रामीण युवा साथी सभी सामाजिक प्रतिनिधि ग्राम प्रमुख मिलन साहू, शांति लाल फ़ौज के जवान जो छुट्टी मनाने आए थे वो भी अपने साथी को नम आंखों से बिदाई दिए। मृतक के पिता यमुना प्रसाद चंद्राकर व उनकी मां शीतेश्वरी चन्द्राकर चाचा हेमशंकर उप सरपंच व अन्य परिजन पूरे गांव ने अपने वीर सपूत को अंतिम दर्शन कर नम आँखों से बिदाई दी गई। डोमन तिवारी पंडित के द्वारा विधि विधान से अंतिम संस्कार किया गया है।
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