इस गांव में छात्राओं ने दीवाली में बेटियों के सम्मान में बांटे दीये
बालोद/ डौंडीलोहारा।डौंडीलोहारा विकासखंड के ग्राम, कोचेरा, दुम्माटोला के हॉस्पिटालिटी कोर्स के छात्राओं ने बेटियों के सम्मान में गांव में हर घर मिट्टी के दीपक बांटे। दीपावली को दीपों का त्यौहार भारत का सबसे बड़ा और लोकप्रिय त्यौहार माना जाता है। इस दीपावली त्यौहार प्रथम हॉस्पिटालिटी प्रशिक्षण केंद्र सांकरा, सोमनी के छात्र-छात्राओं ने बेटियों के सम्मान में 5 दीये वितरण किये।
“बेटी है तो कल है” थीम पर ग्राम कोचेरा, दुम्माटोला के ऑनलाइन हाँस्पिटैलिटी कोर्स में प्रशिक्षणरत छात्रा मनीषा सलामे, जया निषाद ने गांव में लोगो को दीया बांटकर बेटियों की पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।बालिका शिक्षा का महत्व बताया गया कि घर की बेटी पढ़ाई करेंगे परिवार को शिक्षित बना सकती है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर औऱ कोरोना के खतरे को ध्यानरखर सावधानी से भीड़ ना जुटाकर दूरी बनाते हुये दीप उत्सव करने लोगों को संदेश दिया। कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन लगवाना बहुत जरूरी है।
इस आयोजन और पहल में प्रथम हाँस्पिटैलिटी प्रशिक्षण सोमनी केंद्र प्रमुख सुभाष डोंगरे , ट्रेनर रामप्रवेश कुमार, आलोक कुमार, धनेश्वर साहू, सूर्यकांत देशमुख, रेखालाल कौशिक आदि स्टाफ का विशेष सहयोग रहा।