अच्छी खबर – अर्जुन्दा में अस्थायी रूप से खुला उद्यानिकी कॉलेज, कार्यालय व शिक्षण काम शुरू, संसदीय सचिव के आतिथ्य में शुरुआत,968.58 लाख से भवन व छात्रावास निर्माण की भी मिली सौगात
बालोद – कोरोना संक्रमण में कमी आने के उपरांत 15 सितम्बर 2021 को शासकीय उद्यानिकी महाविद्यालय अर्जुन्दा के अर्जुन्दा स्थित शास.प्राथ. शाला भवन में नियमित कार्यालय संचालन एवं शिक्षण कार्य का शुभारंभ हुआ. मुख्य अतिथि कुंवर सिंह निषाद, संसदीय सचिव एवं विधायक गुण्डरदेही ने सरस्वती की प्रतिमा में माल्यार्पण कर इसकी शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने महाविद्यालय भवन एवं छात्रावास निर्माण हेतु रू. 9 अरब 68 करोड़ 58 लाख शासन से स्वीकृति प्राप्त होने की जानकारी भी दी। इस अवसर पर चन्द्रहास देवांगन, अध्यक्ष न.पं.अर्जुन्दा, सुषमा चंद्राकर उपाध्यक्ष,डॉ.जितेन्द्र सिंह अधिष्ठाता, सुभाष गजेंद्र निजी सचिव, दिग्विजय ठेठवार, रंजना देवांगन , रोशन सिन्हा, ओसाब यदु, सुरेश गांधी, जीतू गुप्ता , रामाधार गजेंद्र , ओम प्रकाश गजेंद्र एवं महाविद्यालय स्टाफ उपस्थित रहे।
प्रदेश का यह तीसरा सरकारी उद्यानिकी कॉलेज
दो साल पहले अर्जुन्दा दौरे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्यानिकी कॉलेज की सौगात देने की घोषणा की थी। कृषि, उद्यानिकी विभाग के अनुसार प्रदेश में सिर्फ दो ही सरकारी उद्यानिकी कॉलेज जगदलपुर और राजनांदगांव में संचालित हो रही है। वहीं प्राइवेट कॉलेज रायपुर और धमतरी में ही है। यह तीसरा कॉलेज होगा.
भालूकोन्हा में भवन बनने के बाद स्थायी क्लास लगेगी
जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर ग्राम भालूकोन्हा में उद्यानिकी कॉलेज और मटिया व डुडिया में शैक्षिक एवं प्रायोगिक अनुसंधान केंद्र खुलना प्रस्तावित है। जिसका उपयोग पढ़ाई, रिसर्च के लिए हर साल उद्यानिकी कॉलेज में प्रवेश लेने वाले जिला व प्रदेश के स्टूडेंट्स करेंगे। दूसरे जिले में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। भालूकोन्हा में आम, आंवले के पेड़ भी लगे है, इसलिए मुख्य कैंपस के लिए उपयुक्त माना गया है। नए भवन बनने तक अर्जुन्दा बाजार चौक में अस्थाई तौर पर कॉलेज संचालित होगी। इस नवीन सत्र के लिए कोरोनाकाल के चलते परीक्षा नहीं बल्कि कक्षा 12वीं में मिले प्राप्तांक अंक मेरिट के आधार पर 24 स्टूडेंट्स को प्रवेश दिया गया था । जिनकी ऑनलाइन बीएससी की क्लास चल रही थी। अब अस्थायी रूप से ऑफ़ लाइन कक्षाएं भी लग रही हैं।