पटरी पर लौटने लगी बोर्ड कक्षाओं की पढ़ाई, इस बार बच्चे भी कह रहे परीक्षा हो तो असल योग्यता साबित होगी

बालोद- अगस्त से सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला लिया। करोब दो हफ्ते से स्कूल चल रहे हैं। 50% बच्चों की मौजूदगी से बारी- बारी से उन्हें पढ़ाया जा रहा है। इससे ख़ास तौर से बोर्ड क्लास के बच्चों को काफी लाभ हो रहा है। बच्चे भी कह रहे हैं कि कोरोना की वजह से पिछले वर्षों में घर बैठे परीक्षा हुई थी। पर इस साल जो भी बोर्ड क्लास में हैं, वे चाहते हैं कि आने वाले दिनों में हालत सुधरे। तो असल परीक्षा हो ताकि असल योग्यता साबित करने का मौका मिलें। 16 महीने बाद स्कूल खुलने से बच्चे उत्साह से पढ़ाई कर रहे हैं। 6,7,9 और 11वीं क्लासेज अभी शुरू नहीं हुई हैं। इसके अलावा जिन छात्र/छात्राओं को कफ, सर्दी और बुखार की शिकायत हैं, उन्हें कक्षा में शामिल होने की इजाजत नहीं है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ज/सांकरा जिला बालोद में भी बच्चों के चेहरे पर खुशी दिखती नजर आ रही। जिसके चलते बच्चों में एक बार और स्कूल जाने की खुशी दिख रही।

यहां विवेक धुर्वे व्याख्याता (वाणिज्य) ने बताया कि 2 अगस्त से विद्यालयों में कक्षा 10 वी व कक्षा 12 वी के विद्यार्थी आना शुरू कर दिये है। उनको कोविड -19 के सभी गाइड लाइन का पालन करवाते हुए मास्क, सेनेटाइजर, व सोशल डिस्टेन्स पालन करते हुए विद्यालय में बिठाया जा रहा है। विवेक धुर्वे जो कि पिछले वर्ष से मोहल्ला कक्षा का सफल संचालन कर रहे थे, जिसके चलते उनके द्वारा नवाचार तरीके से पढ़ाई को रोचक ढंग से पढ़ाया गया और अपने बच्चों को कार के म्यूजिक सिस्टम से पढ़ाई करवा के कार वाले गुरुजी के नाम से पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में अपनी एक अलग पहचान बनाई,उन्होंने चर्चा के दौरान बताया कि वर्तमान में कोरोना महामारी के कारण सभी विद्यालय बंद थे और 2 अगस्त से विद्यालयों को पुनः खोला गया है।

जिसमें कक्षा 10 वी व कक्षा 12 वी की कक्षा को संचालित करने कहा गया। हमारे विद्यालय में भी पूरी कोरोना गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है और प्रतिदिन सभी विद्यार्थियों को सेनेटाइजर करवाके कक्षा में बैठाया जाता है। विद्यालय के प्राचार्य एनके गौतम ने बताया कि विद्यालयों में सभी कक्षा 10 वी व कक्षा 12 वी के विद्यार्थियों को सोशल डिस्टेन्स का पालन करवाते हुए दूर-दूर बैठाया जा रहा है। जिससे सभी बच्चे व शिक्षक सुरक्षित रहे। हमारे विद्यालय में सभी शिक्षकों को कोरोना वैक्सीन के टीके लग चुके है और सभी शिक्षक भी कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए पढ़ाई संचालित करवा रहे है। विवेक धुर्वे ने बताया कि विद्यालय में विगत दिनों वृक्षारोपण भी किया गया। जिससे सभी को पर्यावरण बचाने का एक अच्छा संदेश भी गया है। कुछ बच्चों ने ये भी कहा “हम बहुत दिन बाद स्कूल आ रहे हैं इसलिए बहुत अच्छा लग रहा है। ऑनलाइन क्लास में मोबाइल के नेटवर्क के कारण जुड़ नही पाते थे अब स्कूल में पढ़ के अच्छा लग रहा है।

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