वनांचल में सुपोषण के प्रति जागरूक लाने तीन विभाग की मुहिम तेज, कुपोषण से जीत रहे जंग
बालोद।
पालकों को सुपोषण के प्रति जागरूक करने हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों में वजन त्यौहार का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग , स्वास्थ्य विभाग एवं शिक्षा विभाग साथ मिलकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इस क्रम में विकासखंड डौंडी के दूरस्थ वनानंचल मंगलतराई सेक्टर में वजन त्यौहार मनाया गया।
मंगलतराई सेक्टर की पांच आंगनवाड़ी केंद्रों में उक्त त्यौहार का आयोजन हुआ।वजन त्यौहार में छोटे बच्चों और किशोरी बालिकाओं का वजन तथा ऊंचाई मापा गया। साथ ही किशोरी बालिकाओं का (जिसमें मिडिल एवं हाई स्कूल की बालिकाएं भी सम्मिलित रहीं) उनका हीमोग्लोबिन टेस्ट किया गया और उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने एवं पोषण युक्त आहार लेने की जानकारी दी गई।इस वजन त्यौहार को सफल बनाने में डौंडी विकासखंड की महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी दीपा साह , जनपद अध्यक्ष डौण्डी बसंती दुग्गा , मंगलतराई सेक्टर की सुपरवाइजर हीरो साहू , स्वास्थ्य विभाग से एल. ठाकुर आरएचओ फीमेल तथा शिक्षा विभाग से ममता सोनेश्वर ( सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला कंजेली) ने सहभागिता दी। सुपरवाइजर हीरो साहू ने पालकों को जागरूक करते हुए बताया कि छोटे बच्चों को 3 वर्ष की आयु तक स्तनपान कराना चाहिए साथ ही स्वयं जागरूक रह कर बच्चों को चार से पांच बार भोजन कराना चाहिए ताकि बच्चे कुपोषण के चक्र में ना फंसे । इसके लिए उन्होंने बताया डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित
ग्रोव्थ चार्ट के अनुसार हरी पट्टी पर आने वाले बच्चे अच्छे माने जाते हैं जबकि पीली पट्टी पर आने वाले बच्चे सामान्य कुपोषित एवं संतरे रंग की पट्टी पर आने वाले बच्चे गंभीर कुपोषित की श्रेणी में आते हैं। अतः अपने बच्चों को पीले और संतरे पट्टी में ना आने देने और हरे पट्टी में लाने अर्थात आयु अनुरूप वजन एवं ऊंचाई के विकास के लिए, पालकों को बच्चों के खान-पान संबंधी आदतों का विशेष ध्यान रखना चाहिए । बताया कि बच्चों को चाय बिस्किट ,टोस आदी के स्थान पर फली ,गुड़ ,चना-मुर्रा, खिचड़ी ,हरी पत्तेदार सब्जी आदि भरपूर मात्रा में खिलाना चाहिए।
डौंडी की परियोजना अधिकारी दीपा साह ने किशोरी बालिकाओं से बात करते हुए उन्हें हीमोग्लोबिन की कमी से होने वाली समस्याओं के बारे में अवगत कराया । इन समस्याओं को दूर करने के लिए आयरन युक्त भोजन जैसे मुनगे की सब्जी, मूनगे की भाजी,गुड़, फल्ली,चना,आदि का सेवन करने की सलाह दी। अपनी आयु अनुरूप अपनी ऊंचाई, वजन और हीमोग्लोबिन की मात्रा के प्रति जागरूक रहने एवं स्वस्थ रहने के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि हीमोग्लोबिन कम से कम 10 पॉइंट या उससे अधिक होना चाहिए ।उससे कम होने पर यह खतरे की निशानी होती है। जिससे कई तरह के समस्याएं शरीर में उत्पन्न होती है। अतः उन्होने अपना हीमोग्लोबिन 10 से अधिक रखने हेतु पोषण युक्त आहार एवं मासिक धर्म संबंधीत स्वच्छता अपनाकर स्वस्थ रहने की बात कही।
5 आंगनबाड़ी तक पहुंची ममता
शिक्षा विभाग से ममता सोनेश्वर ने मंगलतराई सेक्टर के पांच आंगनवाड़ी केंद्रों का अवलोकन किया। जहां उन्होंने मंगलतराई आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक-1व 2 में किशोरी बालिकाओं से चर्चा करते हुए उन्हें अपने खानपान एवं स्वच्छता संबंधित आदत में सुधार करने, डीहाईड्रेशन से बचने समय -समय पर पानी पीते रहने, लंबे समय तक भूखे न रहने की बात कहते हुए बताया कि स्वस्थ शरीर से ही स्वस्थ मानसिकता का विकास होता है। स्वस्थ मानसिकता अच्छी पढ़ाई के लिए बहुत आवश्यक है। अतःअपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें।
डौण्डी जनपद अध्यक्ष श्रीमती बसंती दुग्गा ने बालिकाओं से स्वस्थ रहने और अच्छे से पढ़ाई करने की बात कही।
महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रयासों से बच्चे हो रहे सुपोषित
शिक्षिका ममता सोनेश्वर ने बताया की मंगलतराई आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 1 व 2 के कुलदर्ज 56 बच्चों में से उपस्थित 34 बच्चों का वजन व ऊंचाई जांच किया गया। जिसमें केवल 2 बच्चे ही कुपोषण की श्रेणी में रहे जबकि 32 बच्चे हरी पट्टी अर्थात सामान्य एवं अच्छे स्तर पर पाए गए। समय-समय पर महिला बाल विकास विभाग द्वारा बच्चों को सुपोषित करने हेतु पोषण पखवाड़ा एवं जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाता है। जिसके परिणाम स्वरूप बालकों में जागरूकता दिख रही हैं एवं बच्चों के पोषण स्तर में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा की शिक्षा विभाग समाज में स्थित सभी विभागों का जड़ है और हम इस तरह की सामाजिक जागरूकता एवं सुधार आयोजनों में हमारा विभाग सदैव आगे आकर सहयोग करता रहेगा। इससे पहले शिक्षिका ने जिला स्तरीय वैक्सीनेशन मड़ाई मंगलतराई के वृहद आयोजन में भी अपनी सहभागिता प्रदान की थी। जहां 33 गांवों के लगभग 1000से अधिक लोगों एवं फ्रंट लाईन वारियर्स का वैक्सीनेशन सफलता पूर्वक संपन्न किया गया।
इस आयोजन में परकालकसा से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दया सलाम ,मंगलतराई से जानकी नेताम , उमेश्वरी कुंजाम, मितानिन अनीता सोनवानी, पतोषा सलाम, त्रिवेणी गोटी एवं सहायिका ईश्वरी बाई, आंगनबाड़ी केंद्र कुर्सीटिकुर से सुकृता तारम एवं सहायिका व अन्य ने अपनी संस्थाओं में सक्रिय भागीदारी दी।
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