बच्चों के लिए बचत की सीख- पढ़िए बालोद के इस खास बच्चे की कहानी उम्र 5 माह और बैंक ने जारी किया इसे चेक बुक और एटीएम कार्ड, इस तरह कर रहा है इस्तेमाल
बालोद(छत्तीसगढ़)।बालोद जिला मुख्यालय के सिविल लाइन स्थित युवराज बेल्सर के 5 माह के बेटे अद्विक बेल्सर को स्टेट बैंक प्रबंधन ने चेक बुक और एटीएम कार्ड जारी किया है। यह बालोद स्थित एसबीआई बैंक का ऐसा पहला बच्चा (ग्राहक) बन गया है। जिसके नाम से ये सब जारी हुआ है। दरअसल में बच्चे का खाता भी इस बैंक में है। बचपन से ही बच्चे को बचत की सीख देने के लिए माता-पिता ने उनके नाम से खाता खुलवाया है। जिसमें ₹8547 भी जमा है। अद्विक बेल्सर जब एक माह का हुआ तो उसका जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड भी बन गया था। दूसरे माह में राशन कार्ड ही बन गया। तीसरे माह में बैंक खाता खुलवाया और पैन कार्ड भी बन गया। अब पांचवे महीने में चेक बुक एटीएम कार्ड इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा भी हासिल कर लिया। इस खास बच्चे की कहानी आपको रोचकता के साथ-साथ बचत की सीख भी प्रदान करेगी। बच्चे के पिता युवराज ने कहा कि मेहमान जब उनके घर आते हैं और बच्चे को कुछ पैसा तोहफे के रूप में देते हैं, उस पैसे को हम इकट्ठा करके बच्चे के खाते में ही जमा करते हैं। जो भी पैसा जमा हो रहा है वह बच्चे के हक का ही है। जो उसके भविष्य में काम आएगा।
स्टेट बैंक प्रबंधन पहले कर रहा था इंकार फिर भोपाल से हुआ काम
पहले तो स्टेट बैंक प्रबंधन इस बात पर अड़ा हुआ था कि बच्चों को एटीएम कार्ड जारी नहीं कर सकते। पर पिता युवराज ने बताया कि स्टेट बैंक की वेबसाइट में इसका उल्लेख है कि बच्चों को भी कार्ड व चेक बुक जारी किया जा सकता है। पर स्थानीय बैंक प्रबंधन इससे नकारती रही। जिसके बाद उन्होंने एसबीआई के वेबसाइट पर दिए नंबर व मेल आईडी पर भोपाल हेड ऑफिस में इस संबंध में निवेदन पत्राचार किया व सूचना के अधिकार के तहत भी जानकारी हासिल किया कि बच्चों को चेक बुक व बैंक एटीएम कार्ड दिया जा सकता है। मामला स्थानीय प्रधान कार्यालय, भोपाल ऑफिस तक पहुंचने के बाद वहां से फिर बालोद स्टेट बैंक प्रबंधन को मेल से सूचना आई है और बताया गया कि कैसे हम बच्चों को यह सुविधा दे सकते हैं। फिर खुद स्टेट बैंक प्रबंधन ने पिता युवराज बेल्सर को फोन करके बताया कि आपका काम हो सकता है और फिर पहली दफा बालोद के स्टेट बैंक से 5 माह के बच्चे को एटीएम कार्ड व चेक बुक जारी किया गया व स्टेट बैंक प्रबंधन ने कहा कि अब इसकी जानकारी अन्य ग्राहकों को भी देंगे ताकि अगर कोई इच्छुक हो तो वह भी बच्चों के नाम से खाता जो खुलवाएं हैं उनके नाम से एटीएम कार्ड और चेक बुक जारी करवा सकते हैं।
आप भी जानिए उस खाते के बारे में
खाता का नाम – पहला कदम
पात्रता– किसी भी आयु का अवयस्क। यह खाता संयुक्त रूप से माता-पिता/ अभिभावक के साथ खोला जाएगा।
पहली उड़ान :10 वर्ष से अधिक की आयु के अवयस्क तथा जो एक समान हस्ताक्षर कर सकें। यह खाता अवयस्क के एकल नाम में खोला जाएगा।
परिचालन का प्रकार
पहला कदमः माता-पिता/ अभिभावक के साथ संयुक्त रूप से अथवा माता-पिता/अभिभावक द्वारा एकल रूप से।
पहली उड़ानः एकल रूप से परिचालित।
ये है विशेषताएँ
पहला कदमः
मासिक औसत अधिशेष (एमएबी) आवश्यकता : लागू नही
Monthly Average Balance : Nill
चैक बुक : विशेष रूप से डिजाइन की गई वैयक्तिकृत चेकबुक (10 चैक पन्नों के साथ), अवयस्क के नाम से अभिभावक को जारी की जाएगी।
ATM- फोटो एटीएम सह डेबिट कार्ड
पहला कदमः 5,000/- रु. की आहरण/पीओएस सीमा के साथ बच्चे की फोटो लगा एटीएम सह डेबिट कार्ड
कार्ड अवयस्क तथा अभिभावक के नाम पर जारी किया जाएगा।
मोबाइल बैंकिंग
पहला कदमः खाता देखने के अधिकार तथा सीमित लेनदेन अधिकार के साथ जैसे बिल भुगतान, टॉप अप। 2,000/- रु. की दैनिक लेनदेन सीमा।
इंटरनेट बैंकिंग
पहला कदमः पूछताछ तथा सीमित लेनदेन के अधिकार के साथ जैसे – बिल भुगातन, ई-मियादी जमा (ई-टीडीआर)/ ई-विशेष मियादी जमा (ई-एसटीडीआर)/ ई-आवर्ती जमा (ई-आरडी) खोलना, अंतर बैंक निधि अंतरण (केवल एनईएफटी), तथा मांग पत्र जारी करना।
5,000/- रु. की दैनिक लेनदेन सीमा