बालोद – शिक्षक कला व साहित्य अकादमी बालोद इकाई के तत्वाधान में कबीर दर्शन मंदिर में बसंतोत्सव अकादमी सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि आरएल ठाकुर जिला शिक्षा अधिकारी थे। अध्यक्षता शिक्षा अकादमी छत्तीसगढ़ के संयोजक व संस्थापक डाॅ. शिवनारायण देवांगन आस ने की। विशेष अतिथि राष्ट्रपति पुरस्कृत जगदीश देशमुख वरिष्ठ साहित्यकार एवं लोक कलाकार सीताराम साहू एवं वरिष्ठ नागरिक व राष्ट्रपति पुरस्कृत एडी दास के सानिध्य में व अकादमी बालोद अरुण कुमार साहू प्राचार्य शा.क.उ.मा.वि.बालोद के दिशा निर्देशन पर कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षक व छात्रों की प्रतिभा को निखारना, संवारना, मंच प्रदान करना,नवाचारी शैक्षणिक गतिविधियों से जोड़ना एवं प्रशंसनीय व उत्कृष्ट कार्य करने वाले को सम्मानित करना था। समारोह में शिक्षक व विद्यार्थीयों द्वारा विविध विधाओं पर बेहतरीन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जो सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया गया।
सरस्वती वंदना हर्षा देवांगन के गीत के साथ शुभारंभ हुआ। छत्तीसगढ़ के परम्परा अनुसार डाॅ. नरेन्द्र देव वर्मा द्वारा रचित राजगीत अरपा पइरी के धार को अकादमी के सभी सदस्य सामूहिक रूप से प्रस्तुत कर कार्यक्रम का आगाज किया गया। अतिथि नृत्यांगना नन्हीं सी छोटी सी प्यारी सी बिटिया शास्त्रीय भरतनाट्यम नृत्य पर कु. शांभवी यादव नटेश्वर विधा के माध्यम से नयनाभिराम प्रस्तुति द्वारा अतिथियों का अभिनन्दन व स्वागत किया गया । स्वागत उद्बोबोधन में अकादमी के अध्यक्ष अरुण कुमार साहू ने बसंतोत्सव के पर बधाईयाँ प्रेषित करते हुए वर्षभर में हुए क्रियाकलापों की जानकारी व भारतवर्ष छत्तीसगढ़ में होनेवाले विशेष त्यौहारों , महापुरुषों के जयंती एवं नवीन गतिविधियों पर ऑनलाइन ऑफलाईन कार्यक्रमों की क्रियान्वयन पर सारगर्भित विचार प्रस्तुत किया गया। सभी सदस्यों के सहयोग व योगदान से आनेवाले आगामी वर्ष में बेहतर कार्यक्रम संचालित करने हेतु आश्वस्त किया।
अतिथि उद्बोधन में राष्ट्रपति पुरस्कृत जगदीश देशमुख वरिष्ठ साहित्यकार ने बसंत पर्व पर स्वरचित गीत के माध्यम से एवं सीताराम साहू कि राष्ट्रपति पुरस्कृत सेवानिवृत्त शिक्षक लोक कलाकार ने छत्तीसगढ़ी गीत बुझो बुझो गोरखना. सुस्वर व लय बद्ध मधुर कंठ तरीके से गायन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
स्कूली छात्र-छात्राओं की मनमोहक कार्यक्रम
छग शासन समग्र शिक्षा योजना अंतर्गत ऑनलाइन राज्य स्तरीय शालेय कला महोत्सव में चयनित छात्र छात्राओं का शास्त्रीय व लोक-पारम्पारिक वादन गायन व नृत्य के क्षेत्र में कु.लिलेश्वरी कौशिक लोक नृत्य ,कु.पीयूषा रजक गायन एवं विवेक कुमार उर्वशा शास्त्रीय वादन शास.उ.मा.वि खलारी, क.राशि देवांगन लोक पारंपरिक वादन जो कि बालोद जिला छत्तीसगढ़ की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर कला महोत्सव हेतु प्रतिनिधित्व करेगी। पुष्पांजलि यादव शास्त्रीय संगीत ,कु.रेखा शर्मा कोरोना गायन शास क उ मा वि बालोद वि खंड एवं कुबेर निषाद लोक पारंपरिक वादन शा स उ मा वि भेड़िया नवागाॅव के बच्चों ने सराहनीय प्रदर्शन कर बालोद जिला को गौरवान्वित करने में कामयाबी दिखायी है, उन सभी बच्चों को अतिथियों द्वारा सहभागिता प्रशस्ति पत्र से नवाज़ते हुए आशीर्वाद देकर नये नित आयाम के साथ प्रगति पथ पर पहुँचने हेतु शुभकामनाएं दी ।
ये शिक्षक उत्कृष्ट कार्यक्रम प्रस्तुत कर अकादमी सम्मान से हुए सम्मानित
बालोद जिला इकाई के उत्कृष्ट शिक्षकों द्वारा लोक व शास्त्रीय नृत्य,गायन कराआके सांग व काव्य पाठ का सराहनीय कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। अरुण कुमार साहू के सुमधुर गीत, उमेशचंद्र अग्रवाल प्राचार्य शास हाई स्कूल भरदा परम्परागत लोकनृत्य व राधा कृष्ण डांस, एनुका शार्वां व्याख्याता ओडिसी नृत्य शास क उ मा वि डौण्डीलोहारा गायत्री साहू रिमिक्स लोकनृत्य शास उ मा वि भेड़िया नवागाॅव, नंदा सोनी राजस्थानी नृत्य, कैशरीन बैग पपेट डांस एवं मधुर गीत व्याख्याता शा.उ मा.वि भंडेरा ,मधुमाला कौशल भर्तृहरि गीत व्याख्याता शा.उ मा.वि सिकोसा, सीमा सुशील जयवंते मराठी गीत व्याख्याता शा. क.उ.मा.वि डौण्डीलोहारा , चन्द्र शेखर पवार कराओके सांग शा उ मा.वि चिखली ,प्रद्युम्न हिरवानी ओजस्वी काव्य पाठ सहा शिक्षक शा प्रा शाला कुजकन्हार,पुसन कुमार साहू छत्तीसगढ़ी काव्य रचना व्याख्याता शा.उ मा.वि चिखलाकसा पूरन लाल माली छत्तीसगढ़ी काव्यगीत कमला वर्मा छत्तीसगढ़ स्वरचित गीत व्याख्याता शा.उ मा.वि हर्राठेमा आदि शिक्षकों ने मनमोहक प्रस्तुतियां देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
शिक्षकों ने लगाया व्यंजन आर्ट एवं क्राफ्ट प्रदर्शनी
धर्मेन्द्र कुमार श्रवण व्याख्याता शा.उ मा.वि खलारी ने शैक्षणिक कबाड़ से जुगाड़,पशुधन ,पर्यावरणीय चिंत्रकला पोस्टर ,क्ले क्राफ्ट एवं फ्लावर शो गमला ,पैरा से शानदार व आकर्षक लाईट डेकोरेशन युक्त झोपड़ियां आदि , कैशरीन बैग के द्वारा कबाड़ से जुगाड़ व आर्ट एवं क्राफ्ट का बेहतरीन प्रभावोत्पादक खिलौना, पुष्पा चौधरी शिक्षिका शास पू मा शा अर्जुदा ने टेराकोटा आर्ट,कबाड़ से जुगाड़,पारम्परिक मिट्टी के खिलौने,पारम्परिक आभूषण,सिक्का कलेक्शन आदि, लिली पुष्पा एक्का ,कमला वर्मा एवं कादम्बिनी यादव व्याख्याता शास उ मा वि बड़गाॅव के द्वारा एक से एक बढ़कर स्वाद से भरपूर छत्तीसगढ़ी व्यंजन , धनेश्वरी सोनवानी , नोम साहू रोहिणी दिल्लीवार द्वारा रंगोली प्रदर्शन आदि शिक्षिकाओं ने दर्शक दीर्घा का दिल जीत लिया।
अकादमी सम्मान से नवाज़ा गया
उत्कृष्ट व उल्लेखनीय कार्य करने वाले अरुण कुमार साहू , कैशरीन बेग ,मधुशाला कौशल ,कादम्बिनी यादव, कमला वर्मा ,गायत्री साहू एनुका शार्वां , लिली पुष्पा एक्का, पुष्पा चौधरी ,डी के श्रवण,कामता प्रसाद साहू , दयालू राम पीकेश्वर, कविता वानखेड़े, बसंती पीकेश्वर,वसुधा, सीमा साहू, वारुणी दिल्लीवार रेखा बैस, दिलेश्वरी साहू,रोहणी नायक, डी मानिकपुरी पुरन कुमार, हेमंत साहू, चंद्रशेखर पवार, भोला राम साहू,कु रेणु निषाद नंदा सोनी के एल गजेंद्र , नीलम कौर ,विवेक धुर्वे, मुक्तानंद सोनी परमानंद साहू, द्रोण सार्वा संजय मार्टिन, लेखराम साहू, पूसउ राम साहू, हर्षा देवांगन, हिमांशी उज्ज्वला पटेल, वसुंधरा दिल्लीवार, सिमा सुशील जामवंते अनिल कुमार, खेमन्त कुमार साहू, चित्रमाला राठी, शिवकुमार अंगारे, प्रदुम्न हिरवानी, छगन बंसोर आदि उपरोक्त प्रतिभागी शिक्षक सहित 46 शिक्षक-शिक्षिकाओं को अतिथियों ने बसंतोत्सव अकादमी शिक्षक सम्मान प्रतीक चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन धर्मेन्द्र कुमार श्रवण व्याख्याता शा.उ मा.वि खलारी ने पूर्ण दायित्वों का निर्वहन करते हुए पब्लिक को समां बांधने सफल रहे।