एक दीप प्रकृति के नाम थीम स्कूली, कालेज छात्राओं को किए 300 दीपदान
अर्जुन्दा। बालोद जिले के दल्लीराजहरा निवासी ग्रीन कमांडो विरेन्द्र सिंह बालोद जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों स्कूलों और कॉलेजों में जा जाकर स्कूलों बच्चों और कालेज के छात्र-छात्राओं को 300 दीप दान कर दीपावली पर पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पटाखे की जगह ज्यादा से ज्यादा दीप जलाकर दीपावली मनाने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही स्कूलों बच्चों को अपने स्कूलों और घरों में दीप चलाने के लिए प्रेरित किया। जिसमें गुण्डरदेही विकासखंड के अन्तर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला मटिया (अ) व शहीद दुर्वासा निषाद शासकीय महाविद्यालय अर्जुन्दा के छात्र छात्राओं को 300 दीप भेंट किए।
बेटी का नाम प्रकृति इसी थीम पर इस वर्ष 1000 दीप दान किया
ग्रीन कमांडो विरेन्द्र सिंह ने अपनी सुपुत्री प्रकृति सिंह के नाम बालोद जिले सहित कांकेर, भानुप्रतापपुर,डौण्डी,अर्जुन्दा, जैसे विभिन्न क्षेत्रों में जाकर स्कूली बच्चों, कालेज के छात्र-छात्राओं, छात्रावास , शिशु मंदिर में जाकर दीप दान किया। और कहा कि आओ एक दीप प्रकृति के नाम जलाकर प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करें। जिसमें प्रकृति की सुरक्षा और सम्मान भी बना रहें।
दीपावली के त्योहार के पहले, दीपदान करना एक पारंपरिक और शुभ कार्य माना जाता है। यह दीप प्रकृति के नाम थीम पर दीपावली के पूर्व दीपदान का महत्व इस प्रकार है
दीपदान करने का महत्व
- अंधकार पर प्रकाश की जीत: दीपदान करने से घर में प्रकाश फैलता है और अंधकार दूर होता है।
- शुभता और समृद्धि: दीपदान करने से घर में शुभता और समृद्धि आती है।
- पापों का नाश: दीपदान करने से पापों का नाश होता है और आत्मा को शुद्धि मिलती है।
- देवताओं का आह्वान: दीपदान करने से देवताओं का आह्वान किया जाता है और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है।
- पर्यावरण की सुरक्षा: दीपदान करने से पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी प्रार्थना की जाती है।
दीपदान के लिए कुछ सुझाव
- प्रदूषण मुक्त दीपक: प्रदूषण मुक्त दीपक का उपयोग करें।
- पर्यावरण अनुकूल: पर्यावरण अनुकूल दीपकों का उपयोग करें।
- दान: दीपदान के साथ-साथ गरीबों और जरूरतमंदों को भी दान दें।
दीपावली के पूर्व दीपदान करने से आपके जीवन में शुभता, समृद्धि और प्रकाश की वृद्धि होगी।
इस अभियान में मुख्य रूप से यशवंत कुमार टंडन (राज्य स्तरीय पुरस्कृत वरिष्ठ स्वयंसेवक)भारती साहू, सुदर्शन साहू, प्रियांचल टंडन ,लीना देवांगन, चेतन सिन्हा का विशेष सहयोग रहा।