टीएलएम आधारित पुस्तक में प्रतिभा त्रिपाठी के नवाचार को मिला स्थान, संस्कृत के काल को बच्चे समझ सकेंगे आसानी से

बालोद। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बच्चों में विषय की सही व सरल समझ विकसित करने के लिए शिक्षको के पास पढ़ाने के आसान तरीके होने चाहिए, इसलिए राज्य के शिक्षक समूह ने शिक्षण सहायक सामग्री टी एल एम पुस्तक का निर्माण किया है।

इसमें राज्य के 35 शिक्षकों के लगभग 60 शिक्षण विधि को शामिल किया है। जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान शंकर नगर रायपुर में मुख्य अतिथि समग्र शिक्षा के संचालन डॉक्टर एम सुधीर और डायट प्राचार्य बीएल देवांगन ने पुस्तक का विमोचन किया। जिसमें बालोद जिला के शा पूर्व माध्यमिक शाला गोडेला की विज्ञान शिक्षिका प्रतिभा त्रिपाठी के नवाचार को स्थान दिया गया है। जिसमें संस्कृत विषय के लकारों अर्थात काल को समझने के लिए सरल तरीका बताया गया है। इस पुस्तक की खासियत यह है कि इसमें सभी शिक्षकों के टी एल एम की निर्माण विधि व यूट्यूब लिंक भी दिया हुआ है। जिससे घर बैठे ज्ञान अर्जन कर सकते हैं। इस पुस्तक की संपादिका के शारदा,डॉं प्रज्ञा सिंह व नंदा देशमुख के संयुक्त तत्वावधान में सभी शिक्षक शिक्षकों की नवाचारों को एक पुस्तिका में संकलित किया गया तथा यह टी एल एम पुस्तक अमेजॉन के वेबसाइट पर भी उपलब्ध है ।
टेक्निकल सपोर्ट टी सी जायसवाल सर के द्वारा दिया गया और संपादक मंडल में ज्योति बनकर ,पुष्पेंद्र कश्यप सुनीता यादव ,रेखा राय, सूरजकांत गुप्ता, देवेंद्र कुमार देवांगन, ममता सिंह, संतोष कुमार तारक, संतोष कुमार पटेल, नीतिका जेकब, अरुणा देशमुख ,सईदा खान ,बिसेलाल, लोकेश वर्मा शामिल रहे।

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