तंबाकू निषेध दिवस पर चित्र प्रदर्शनी से ब्रह्माकुमारीज ने किया लोगों को जागरूक

बालोद। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय आत्मज्ञान भवन आमापारा बालोद के तत्वाधान में विश्व तंबाखू निषेध दिवस मनाया गया। यह ब्रह्माकुमारीज द्वारा पूरे भारत में सरकार के साथ मिलकर नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत् कृष्ण कुंज चौपाटी एवं गंगा मैय्या मंदिर झलमला में आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी लगाया गया। जिसका उद्घाटन सोहन लाल टावरी , वेल जी भाई पटेल , बी.के. विजयलक्ष्मी दीदी, एवं गंगा मैय्या ट्रस्ट के सदस्य द्वारा किया गया।
इस अवसर पर बी.के. विजयलक्ष्मी ने कहा कि किसी भी व्यसन जैसे- बीड़ी, सिगरेट, तंबाखू, शराब का गुलाम बनने पर व्यक्ति का चारित्रिक, शारिरिक, सामाजिक और आर्थिक पतन शुरू हो जाता है, खासकर युवा वर्ग के लोग दिन-प्रतिदिन किसी न किसी तरह के व्यसन के चंगुल में फंस गए है। आंकड़ो के मुताबिक एक सिगरेट पीने से 6 मिनट जीवन की आयु कम होती है और भारत में प्रतिदिन तंबाखू या धूम्रपान के सेवन से 2500 से 3000 व्यक्ति की मौत होती है। इसके अलावा मुंह, गला, श्वांस नली व फेफड़ो का कैंसर होता है। इससे मुक्त होने के लिए राजयोग पध्दति एक ऐसी कला है जिससे अपने विचारों को सकारात्मक दिशा दे सकते है और अनेक प्रकार के व्यसनों से मुक्त होने में मदद करती है, सच्ची शांति की अनुभूति अतीद्रिय सुख, कर्मेंन्द्रियों पर अधिकार और नशीले द्रव्यों से दूर रहने की इच्छा को मजबूत करता है।
प्रतिदिन राजयोग केे अभ्यास से स्वाभिमान, सहनशक्ति, सकारात्मक शक्ति को बढ़ाता है जो दुष्चक्र से निकालने में मदद करता है। बी.के. नेहा बहन ने बताया कि ब्रह्माकुमारी संस्थान विश्व के 146 देशों में हजारोें शाखाओं के माध्यम से राजयोग ध्यान एवं आध्यात्मिक शिक्षा द्वारा समाज में फैली विकृति और बुराईया और नशे से दूर रहने की शिक्षा दी जाती है। हानिकारक पदार्थो से अपने आपको बचाना एवं उनसे दूर रहने के लिए जागरूक करना इस संस्था का उद्देश्य है। इस तरह इस चित्र प्रदर्शनी में संस्था से जुड़े हुए भाई बहने अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है।

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