स्व सहायता समूहों को मिला इंडियन स्नेक्स बनाने का प्रशिक्षण, 30 महिलाओं ने सीखा कैसे बनाते हैं पिज्जा बर्गर, नारियल लड्डू आदि
बालोद। सोसाइटी फॉर इंटीग्रेटेड रुरल डेवेलपमेंट (SIRD) के द्वारा नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से MEDP कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम कोटेरा एवं रानाखुज्जी के 3 स्व सहायता समूहों के सदस्यों को 12 दिवसीय खाद्य पदार्थों को बनाने का प्रशिक्षण दिया गया ।
विगत दिनों कार्यक्रम के समापन समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम समन्वयक सतेंद्र सिन्हा के द्वारा सभी आमंत्रितों का स्वागत करते हुये समूह के सभी सदस्यों का परिचय कराया गया । कार्यक्रम में सर्वप्रथम संस्था के सचिव एस. के. खरे ने जानकारी दी की आजकल बाजारो मे बने हुये व्यंजनो की काफी मांग है, तीज त्योहारों पर नमकीन गुजिया आदि सभी कुछ पैकेट में उपलब्ध है। इसी को देखते हुये समूहों को प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पिज्जा बर्गर से लेकर नारियल लड्डू, चना मशाला, मठरी चकोली आदि के निर्माण के साथ साथ उत्पादों की पैकिंग एवं विक्रय की जानकारी भी दी गई। कार्यक्रम में आमंत्रित छ.ग. राज्य ग्रामीण बैंक डौंडीलोहारा के प्रबन्धक श्री राजेन्द्र कुमार देवांगन ने समूहों को बैंक ऋण से अपने व्यवसाय को बढ़ाने हेतु प्रोत्साहित किया एवं समूहों को वित्तीय मुद्दों पर जागरूक किया । कार्यक्रम में उपस्थित ग्राम पंचायत कोटेरा के सरपंच श्री भानू देवदास साहू ने समूहों को खरखरा डेम के पास स्टॉल लगाने की सलाह दी एवं गाँव के अंदर भी बिक्री की व्यवस्था का आश्वासन दिया । दुर्ग जिले से मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक श्री मिलियोर बारा ने नाबार्ड के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व की जानकारी देते हुये बताया की समूहों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से इस तरह के छोटे छोटे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। समूहो के द्वारा बनाए गए उत्पादो की गुणवता एवं पैकिंग को सराहते हुये उन्होने समूहों को आगे बढ़ने हेतु शुभकामनाए दी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम मे ग्राम्या सीता स्व सहायता समूह, कोटेरा पाट स्व सहायता समूह और ग्राम्या ज्योति स्व सहायता समूह रानाखुज्जी के 30 सदस्य शामिल हुये प्रशिक्षण कार्यक्रम श्रीमति हेमलता तारम एवं श्रीमति दूजेश्वरी निषाद के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ | कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर जीवन लाल भट्ट रहे ।