November 21, 2024

भाजपा जिला बालोद द्वारा अयोध्या गए कारसेवकों का किया सम्मान, कार सेवकों ने बताए उन दिनों के हालात!

बालोद। भारतीय जनता पार्टी जिला बालोद द्वारा 1990 – 92 एवं 2002 के जिले में निवासरत कार सेवकों का 22 जनवरी को अयोध्या में 500 वर्षों के संघर्ष के पश्चात भगवान श्री राम के विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर इस क्षण की अभिलाषा एवं संकल्प के साथ कार सेवा में अयोध्या गए बालोद जिले के राम भक्तों को आमंत्रित कर सम्मानित किया गया। जिन कारसेवकों का स्वर्गवास हो गया है उनके परिवारजनों को बुलाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कुछ कार सेवकों ने अपने संस्मरण सुनाएं।

सर्वप्रथम तात्कालिक समय में विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष एवं बालोद जिला के जत्था प्रमुख एवं वर्तमान भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने कहा कि 500 वर्षों के सतत संघर्ष के पश्चात मृग शिरा नक्षत्र में अयोध्या में भगवान श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है।

त्रेता युग में असत्य पर सत्य की जीत, अधर्म पर धर्म की जीत के लिए प्रभु श्री राम अवतरित हुए थे और अयोध्या में राम जी की जन्म भूमि एवं श्री राम के अस्तित्व को नकारते हुए कांग्रेस पार्टी के 20 वकिलों ने सुप्रीम कोर्ट में विपक्ष की भूमिका निभाई किंतु माननीय सुप्रीम कोर्ट ने प्रमाणित साक्ष्य के आधार पर राम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला दिया। जिससे अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। प्रधानमंत्री मोदी , यूपी के सीएम योगी एवं 500 वर्षों के संघर्षों में लगे लाखों लोगों के परिश्रम के फल स्वरुप आज धर्म की जीत हुई। लक्ष्मी चंद नुणिवाल ने कहा कि 6 दिसंबर 1990 में अनेक बाधाओ को पार करते हुए अयोध्या में कार सेवा करने गए। वहां विवादित मस्जिद के ढांचे का मलमा फेंकने का काम किया। जहां स्वास्तिक बने ईटो के राम मंदिर के अवशेष जमीन पर मिले। वही सितारे बन ईट जो मंदिर तोड़कर बनाए गए थे उसके अवशेष मिले। जिसमें के दो ईट सहेज कर घर लाया जिसे सभी को दिखाया। कार सेवक प्रमोद जैन ने कहा कि उस वक्त जो जोश था जज्बा था मुलायम सिंह की सरकार के भय, आतंकवाद, गोलीबारी भी कार सेवकों के हैसलों को नहीं तोड़ पाई। मलमा उठाकर हम फेंकने में सफल रहे। कार सेवकों ने जो सपना संजोया था आज मोदी जी, योगी जी के द्रिण संकल्प से वैभव स्वरूप लिया है। मोहन साहू सुरेश साहू ने कहा कि दुर्ग से सेवाएं मिली शुरू हो गई इलाहाबाद से फैजाबाद के बीच ट्रेनों में पत्थर बाजी की जा रही थी। सरयु नदी में स्नान किये और निकले तो पता चला कि एक ढांचा ढह चुका है। मलमा उठाकर आडवाणी जी की उपस्थिति में उमा भारती महिला होकर भी प्रथम हथोड़ा से विवादित ढांचे को तोड़ा वहां कोई भी कार सेवक औजार लेकर नहीं गए रेलिंग और खम्भो को तोड़कर ढांचा ढहाने में उपयोग किया गया। नंदकिशोर शर्मा ने कहा कि 1528 में अहिल्याबाई होल्कर ने मंदिर बनवाया था। जिसे मुगलों ने तोड़कर विवादित मस्जिद बनाया। जिससे विध्वंस करने के बाद ही मंदिर बनाने का रास्ता प्रशस्त हुआ। हमारे पांच साथियों को गुंडरदेही में ही बस से उतर कर पुलिस ने अयोध्या जाने से रोका और 24 घंटे जेल में डाले रखा और वापस घर भेज दिया।कार सेवक मनोहर सिंह ने कहा कि आडवाणी जी के नेतृत्व में देशभर से 2002 में कार सेवक देश भर से रवाना हुए। हमे बिलासपुर में ही रोका जा रहा था। जिले के जत्था के मुखिया कृष्णकांत पवार ने तलवार लेकर सामने खड़े हुए सभी अधिकारियों को दहाड़ते हुए धमकी दी की रामकाज में जो बाधक बनेगा उसे रास्ते से हटा देंगे। उनके स्वरूप को देखकर कार सेवकों के जोश को देखकर अधिकारी भाग खड़े हुए। कमला कॉलेज झूसी में तीन दिनों तक हमें जेल में रखा गया किंतु हम टेंट में रखें रामलाल की पूजा अर्चना कर पाए ।उस दिन मन में संकल्प लिए थे रामलाल का मंदिर यहीं बनाएंगे जो आज फलीभूत हुआ। अन्य कार सेवकों ने भी अपने विचार बारी-बारी से रखें । सभी कार सेवकों का मस्तकाभिषेक कर भगवा दुपट्टा श्रीफल भेट कर सम्मानित किया गया। सम्मानित करने वालों में भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्णकांत पवार , पवन साहू ,प्रीतम साहू, यज्ञ दत्त शर्मा, लेख राम साहू ,छगन देशमुख, त्रिलोकी साहू, किशोरी साहू ,राकेश छोटू यादव, शरद ठाकुर ,नरेश साहू, रिंकू शर्मा, अनीता कुमेटी, लोकेश श्रीवास्तव, कृतिका साहू ,प्रेमलता साहू ,आदित्य पिपरे, जितेंद्र साहू ,टोमन साहू, कमल पनपालिया, संदीप सिन्हा, विनोद कौशिक, दुर्जन साहू, छगन साहू, संदीप बाजपेई, के. के देशमुख ,डॉक्टर मोना टुवानी ,प्राची लालवानी, विक्रम लालवानी, संजय साहू ,जागृत साहू सहित अन्य पदाधिकारि, परिवार जन उपस्थित रहे। कारसेवकों में प्रमुख रूप से स्वर्गीय विनायक सोनी के पौत्र अभिषेक सोनी, टहल सिंह साहू ,लक्ष्मी चंद नुणिवाल, नंदकिशोर शर्मा, स्वर्गीय बाबूलाल बोदेलकर, श्री जगन बोदेलकर,स्व. नारायण साहू, स्व.रमेश भास्कर, स्वर्गीय सुंदरलाल धाकड़ के परिवार से देवकी बाई, बीरो बाई , बिसन बाई, टीकमबाई ,टोमन लाल धाकड़, रामलाल सिन्हा, गिरधारी लाल यादव ,भारत नेताम, शंकर आमदिया ,मोहनलाल साहू, तीजू राम टेमरिया, हेमनाथ नाग, भीखम राम साहू ,गमन लाल साहू, ओम प्रकाश यादव ,सुरेश साहू ,चुन्नीलाल साहू, मनोहर लाल सिन्हा, बेनीराम सिन्हा,आसाराम सिन्हा, पुनीत राम निर्मलकर मुकंद राम निर्मलकर,मुकुंद राम निर्मलकर,चतुर सिंह साहू, ओमप्रकाश डाडसेना, गंगू निर्मलकर, कृष्ण कुमार कौमार्य, प्रमोद जैन, के पलटू राम, शिवराम निर्मलकर, भोलाराम साहू ,नरहारे निषाद, स्वर्गीय दुलरू राम साहू के पौत्र मोहनीश साहू, मोहम्मद खान सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी कार्यकर्ता एवं परिवारजन सम्मिलित हुए।

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