November 22, 2024

रासेयो बौद्धिक परिचर्चा मे विधिक साक्षरता व्याख्यान के लिये सम्मिलित हुए शासकीय महाविद्यालय बालोद के प्रो. जे. के. पटेल

बालोद। शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय बालोद की इकाई राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर ग्राम धोबानी में दिनांक 18 जनवरी से 24 जनवरी तक आयोजित है ।

शिविर के चतुर्थ दिवस में शिविरर्थीयों के द्वारा प्रातः काल प्रार्थना, योगाभ्यास ,शारीरिक व्यायाम कर ग्राम वासियों को शरीर और मन को स्वस्थ रखने का संदेश दिया गया। चतुर्थ दिवस के परियोजना कार्य के दौरान ग्राम धोबनी के आंगनबाड़ी मे स्वच्छता कार्य किया गया ,नालियों की भी सफाई की गई इसके अलावा दल्लीराजहरा बस स्टैंड में भी जाकर रासेयो व नगर पालिका परिषद के संयुक्त तत्वाधान में वृक्षारोपण एवं साफ सफाई किया गया। चतुर्थ दिवस बौद्धिक परिचर्चा में मुख्य अतिथि प्रो.सी.डी. मानिकपुरी विभागाध्यक्ष गणित, मुख्य वक्ता डॉ. जे. के. पटेल सहायक प्राध्यापक विधि विभाग ,अध्यक्षता कार्यक्रम अधिकारी प्रो.जी. एन. खरे, विशेष अतिथि प्रो.एल.के. गवेल सहायक प्राध्यापक कंप्यूटर साइंस उपस्थित थे । मुख्य वक्ता प्रो.जे. के. पटेल ने विधिक साक्षरता के दौरान ग्रामीण विकास में विधि की भूमिका विषय पर अपना व्याख्या रखा जिसके अंतर्गत उन्होंने नागरिकों को संविधान द्वारा मिले अधिकारों के बारे में जानकारी दी जिसमें समानता का अधिकार ,सूचना का अधिकार ,स्वतंत्रता का अधिकार के बारे में स्वयंसेवकों को बताया उन्होंने अनुच्छेद 17 के अंतर्गत समाज में सभी वर्गों के नागरिकों के लिए समानता का अधिकार है उनमें कोई भेदभाव नहीं है, उन्होंने संविधान में लिखित कर्तव्यों की जानकारी दी , विभिन्न अधिनियमों जैसे टोनही प्रताड़ना अधिनियम, बंधुवा मजदूर अधिनियम ,बाल श्रम प्रतिषेध अधिनियम के बारे में जानकारी दी और उनमें सजा का प्रावधान को भी बताया .। मुख्य अतिथि प्रो. सीडी. मानिकपुरी ने सभी स्वयंसेवको द्वारा शिविर के सफल संचालन के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की और शिविर के दिनचर्या को शिविर के समाप्ति के पश्चात अपने घर में पालन करने की बात कही। विशेष अतिथि प्रो .लीलाधर कुमार गवेल ने आईटी एक्ट अधिनियमों के बारे में बताया जिसके अंतर्गत उन्होने कहा आज के आधुनिक जमाने में टेक्नोलॉजी विकसित हो रही है और यह टेक्नोलॉजी मनुष्य के लिए वरदान भी है तो अभिशाप भी है कहा उन्होंने स्वयंसेवको को मोबाइल से होने वाली फ्रॉड, फेक आईडी से बचने की जानकारी दी । कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ स्वयंसेवक देवेन्द्र कुमार साहू ने किया । संध्या बेला में स्वयंसेवकों के द्वाराखेल खेला गया । रात्रि कालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेवकों ने ग्राम वासियों का मनोरंजन भी किया छत्तीसगढ़ और बस्तर की संस्कृति को दिखाने का भी प्रयास किया नारी शिक्षा, दहेज प्रथा पर नाटक प्रस्तुत कर समाज मे जन जागरूकता लाने कि पहल की गई ।

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