हसदेव सहित छत्तीसगढ़ के जंगलों को बचाने का संदेश दे रहा साइकिल राइडर योगेश मरकाम, बालोद जिले में भी हुआ स्वागत
युवक का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में जाकर देंगे पर्यावरण जागरूकता का संदेश, साइकिल चलाने लोगों को कर रहे हैं प्रेरित
इसके पहले ऑल इंडिया साइकिल राइडिंग का बन चुका रिकॉर्ड, क्लीन इंडिया ग्रीन इंडिया का भी दे चुका संदेश
बालोद। इन दोनों छत्तीसगढ़ में हसदेव जंगल बचाने को लेकर आंदोलन जारी है। सरकार कोयला निकालने के लिए जंगल को कटवा रही है। इसका विरोध भी बड़े स्तर पर हो रहा है। ऐसे में लोग जंगल बचाने के लिए भी आगे आ रहे हैं। इस मुहिम में एक युवक साइकिल लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में भ्रमण पर निकला हुआ है। लोगों को हसदेव ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के सभी जंगलों को बचाने के लिए प्रेरित कर रहा है। इस युवक का नाम है योगेश मरकाम। जो धमतरी जिले के सिहावा अंचल के सबसे अंतिम छोर पर बसे ग्राम लिखमा (बोरिया)का रहने वाला है। विगत दिनों युवक मानपुर मोहला क्षेत्र से होते हुए साइकिल से दल्ली राजहरा और बालोद पहुंचा। जहां पर लोगों ने इनका उत्साह पूर्वक स्वागत किया। इस दौरान युवक ने बालोदजिला वासियों को बताया कि वह मुख्यतः हसदेव जंगल के पेड़ों को कटने से बचाने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे। गांव-गांव और शहरों में जाकर वे साइकिल चलाते हुए लोगों को प्रदूषण से बचने के लिए साइकिल चलाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनका उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा पर्यावरण को बचाने की जरूरत है। ताकि आने वाला दिन प्रदूषण मुक्त बना रहे। ज्ञात हो कि योगेश मरकाम इसके पहले पिछले साल ऑल इंडिया साइकिल राइडिंग का एक नया रिकॉर्ड बना चुका है। जिसके तहत उसने देश सभी राज्यों का साइकिल से ही घूमते हुए लोगों को ग्रीन इंडिया क्लीन इंडिया का संदेश दिया था। करीब 17500 किलोमीटर की साइकिल राइडिंग करके उन्होंने पूरे देश के लोगों को चौकाया था। अब उनका मकसद हसदेव जंगल को सुरक्षित करने को लेकर है। इसके पूर्व साइकिल भ्रमण पर निकलने का उनका उद्देश्य छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देना भी रहा। साथ ही दैनिक जीवन में साइकिलिंग को भी बढ़ावा देते हैं और संदेश देते हैं कि ऑक्सीजन की प्राप्ति और हरा भरा देश बनाने के लिए हर व्यक्ति को एक पेड़ लगाना जरूरी है। वर्तमान में हसदेव जंगल बचाने का संदेश लोगों को दे रहे हैं। उनका कहना है कि लोगों के बीच हसदेव को लेकर कई तरह की भ्रांति है जिसे वे उनके बीच जाकर इस साइकिल यात्रा के जरिए जंगल की सच्चाई बता रहे हैं कि हसदेव एक बहुत बड़ा जंगल है। जहां लाखों पेड़ है, इन्हें काटने से बचाना उनका उद्देश्य है। अब तक वे अपने मूल जिला धमतरी से होते हुए कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर, मोहला, मानपुर होकर बालोद प्रवेश कर चुके हैं। इसके बाद उनका दौरा दुर्ग भिलाई कवर्धा होते हुए हसदेव इलाका और बाकी जिलों तक पहुंचना है।
जल जंगल जमीन बचाने का दे रहा संदेश
योगेश मरकाम ने डेली बालोद न्यूज़ को बताया कि वह साइकिल यात्रा के जरिए छत्तीसगढ़ वासियों को जल जंगल जमीन बचाने का संदेश दे रहे हैं। 9 दिसंबर 2023 से उन्होंने अपनी यात्रा शुरू की थी। अब तक बस्तर संभाग के सभी जिलों में यात्रा कर चुके हैं। वर्तमान में बालोद के बाद दुर्ग में पहुंच गए हैं ।यहां से राजनांदगांव खैरागढ़ होते हुए आगे बढ़ेंगे।
बालोद और दल्ली की टीम ने किया स्वागत, बढ़ाया हौसला
बस्तर संभाग से होते हुए दल्लीराझरा पहुंचे योगेश मरकाम हसदेव में हो रहे जंगल की कटाई के विरोध में निकले हैं। इस दौरान आदिवासी समाज दल्लीराजहरा युवा प्रभाग और जनमुक्ति मोर्चा द्वारा योगेश मरकाम का स्वागत किया गया और आगे के सफर के लिए उनका हौसला बुलंद किया गया। छत्तीसगढ़ के हसदेव जंगल को बचाने के लिए मरकाम ने बहुत ही सुंदर पहल की है। हर जिला हर क्षेत्र में साइकल से प्रचार प्रसार कर लोगों को जागरुक कर रहे जंगल के महत्व को बता रहे। इस नेक काम के लिए उनको सभी ने बधाई दी।