अपने विशेष कामों के कारण राज्यपाल से तीसरी बार सम्मानित हुई व्याख्याता मधुमाला कौशल, इस बार बालोद जिले से मिला सर्वश्रेष्ठ गाइडरअवार्ड
बालोद। गुण्डरदेही की रहने वाली और सिकोसा हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ व्याख्याता मधुमाला कौशल को लगातार तीसरी बार राज्यपाल पुरस्कार मिला है। तीसरी बार उन्हें राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया है। इस बार उन्हें स्काउटिंग के क्षेत्र के लिए सर्वश्रेष्ठ गाइडर का अवार्ड दिया गया है। विगत दिनों राज भवन छत्तीसगढ़ के दरबार हाल में आयोजित राज्यपाल पुरस्कार और अलंकरण समारोह में भारत स्काउट एवं गाइड से संघ छत्तीसगढ़ के तत्वाधान में उन्हें सर्वश्रेष्ठ गाइडर का सम्मान महामहिम राज्यपाल बिश्वभूषण हरिचंदन के द्वारा दिया गया। ज्ञात हो कि इसके पहले उन्हें स्कूल शिक्षा विभाग से 2016 में, रेडक्रॉस के तहत 2022 में भी राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।
आयोजन में मुख्य अतिथि राज्यपाल थे। अध्यक्षता भारत स्काउट एवं गाइड संघ छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल (स्कूल एवं उच्च शिक्षा मंत्री छत्तीसगढ़) ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में भारत स्काउट एवं गाइड संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्य नारायण शर्मा पूर्व मंत्री छत्तीसगढ़ शासन,भारत स्काउट एवं गाइड संघ छत्तीसगढ़ के राज्य मुख्य आयुक्त विनोद सेवन लाल चंद्राकर, पूर्व संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन, राजेश अग्रवाल कार्यकारी अध्यक्ष भारत स्काउट एवं गाइड संघ छत्तीसगढ़, सिद्धार्थ कोमल परदेशी सचिव स्कूल शिक्षा छत्तीसगढ़ भी मौजूद रहे।
मधुमाला कौशल द्वारा शैक्षणिक कार्य के अलावा बच्चों के समग्र विकास के साथ स्काउट गाइड रेडक्रॉस, योग एवं समाज सुधार के कार्य भी बढ़ चढ़कर किए जाते हैं। उनके निर्देशन में करीब 30 बच्चे भी राज्यपाल अलंकृत हुए हैं। रेडक्रॉस में भी बच्चे नेशनल तक जाकर अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। प्रतिवर्ष नेशनल योग में राजस्थान, गोवा, मुंबई, भुसावल एवं महासमुंद में नेशनल योग में छत्तीसगढ़ का स्थान रहता है। नेशनल ट्रेनर के रूप में जाने जाने वाली मधुमाला कौशल विकास 12 वर्षों से लगातार निशुल्क योग कक्षा भी ले रहे हैं और योग से लोगों को स्वास्थ्य लाभ दे रहे हैं। कोरोना कल में भी कोविड सेंटर में जाकर एवं ऑनलाइन कक्षा से लोगों को स्वास्थ्य लाभ उन्होंने दिलाया। इस तरह विभिन्न संस्था से जुड़कर छात्र-छात्राओं और महिलाओं को जागरूक करने और व्यवसाय परक शिक्षा देखकर बेटियों को प्रोत्साहित करती है। नेशनल एशिया फैसेपिक अवार्ड से भी उन्हें नवाजा गया है।