वायरल तस्वीर: शिक्षा के मंदिर में ये कैसा संस्कार!: एबीईओ मैडम का देखिए तरीका, बच्चों के मध्यान्ह भोजन कक्ष में पहुंच गई जूती पहन चेकिंग करने?
बालोद। सोशल मीडिया के कुछ ग्रुप में एक तस्वीर वायरल हो रही है जो शिक्षा विभाग के अधिकारी को लेकर है। इस तस्वीर में एक महिला अधिकारी किसी स्कूल के मध्यान्ह भोजन रसोई कक्ष का निरीक्षण कर रही है। लेकिन तस्वीर में एक निंदा जनक स्थिति यह है कि बाकायदा जूती पहने हुए वह सब्जी चेक कर रही है। इस तस्वीर के वायरल होने पर उक्त महिला अधिकारी की शिक्षा जगत में निंदा हो रही है। तो वही शिक्षा विभाग के ऐसे संस्कार पर सवाल भी उठने लगा है। जहां एक ओर शिक्षक सहित शिक्षा विभाग के अफसर बच्चों को संस्कारी बनाने का प्रयास करते हैं लेकिन स्वयं अधिकारी जब इस तरह की चूक करें तो फिर क्या कहना? जानकारी के मुताबिक यह तस्वीर बालोद में पदस्थ एबीईओ उमा ठाकुर की बताई जा रही है। जो की धरमपूरा प्राइमरी और मिडिल स्कूल में मध्यान्ह भोजन के निरीक्षण में पहुंची हुई थी। जहां पर दोनों स्कूल का भोजन एक ही किचन शेड में बनता है। जांच के तेवर में अधिकारी कहां निरीक्षण करने प्रवेश की है यही भूल गई और सीधे जूती पहने किचन पहुंची और बाकायदा फोटोग्राफी भी हो गई और इस फोटोग्राफी के चक्कर में उनका फोटो सोशल मीडिया में भी वायरल हो गया। हालांकि जानकारी मिली है कि जूती पहनकर चेकिंग और किचन से बाहर निकलने के बाद उक्त महिला अधिकारी को इस बात का अफसोस हुआ कि उनसे गलती हो गई। लेकिन अब इस तस्वीर के वायरल होने पर उक्त महिला अधिकारी की निंदा हो रही है। शिक्षा विभाग के कई ग्रुपों में यह तस्वीर सामने आई है। जहां इस कृत्य को लेकर अधिकारी सहित शिक्षक भी नाराजगी जता रहे हैं। वही जब मामले में हमने तहकीकात करने के लिए संबंधित स्कूल क्षेत्र के संकुल समन्वयक पीआर धनंजय से बात की तो उन्होंने कहा कि एबीईओ मैडम उमा ठाकुर निरीक्षण में आई थी और वह जूती पहनकर किचन में जाकर चेकिंग कर रही थी। वहां से निकलने के बाद उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि जूती निकालना भूल गई ।उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। इस बात के लिए उन्होंने अफसोस भी जताया। पहले अभी तक जो भी अधिकारी आए हैं ऐसा नहीं किए थे।
मैडम से हो गई गलती: बीईओ
मामले में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बसंत बाघ का कहना है कि तस्वीर देखने के बाद मैंने भी एबीईओ उमा ठाकुर से बात की तो उन्होंने बताया कि उनसे गलती हो गई। रसोई कक्ष में कहीं पानी गिरे होने के कारण कीचड़ जैसा था तो वह जल्दबाजी में जूती उतारना भूल गई। इसके लिए उन्होंने गलती स्वीकार की है। मैं भी कभी कोई निरीक्षण में जाता हूं तो ऐसी जगह पर जूता उतार कर ही प्रवेश करते हैं या बाहर तक ही खड़े होकर निरीक्षण करते हैं। ऐसा नहीं होना था।
हिंदू शास्त्रों में रसोई को अन्नपूर्णा ग्रह माना जाता है. कहते हैं कि यहां मां अन्नपूर्णा वास करती हैं. ऐसे में रसोई घर में जूते-चप्पल पहन कर जाने से अन्न की देवी नाराज हो जाती हैं. रसोई घर को मंदिर के सामान पूजनीय माना जाता है. इसलिए भूल से भी रसोई घर में जूते-चप्पलों के साथ प्रवेश न करें.