संकुल स्तरीय बाल क्रीड़ा स्पर्धा में माध्यमिक शाला गैंजी 64 अंकों के साथ रही अव्वल

डौंडीलोहारा ।वनांचल क्षेत्र में स्थित ग्राम साल्हेटोला में तीन दिवसीय संकुल स्तरीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन संकुल केंद्र किल्लेकोडा तथा सहगांव के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया था।

जिनके संरक्षक अजय मुखर्जी प्राचार्य किल्लेकोडा तथा भीषण सिंह रावटे प्राचार्य सहगांव थे।

उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि राजाराम ताराम जनपद सदस्य. क्रमांक 24 डौंडी लोहारा थे ,तथा अध्यक्षता गोकुल प्रसाद भुआर्य सरपंच झरनटोला थे।

विशेष अतिथि की भूमिका में श्रीमती तेजस्वी दुग्गा सरपंच जाटादाह, सुंदर सिंह यामले सरपंच सहगांव ,श्रीमती सावित्रीबाई जगनायक सरपंच गैंजी, श्रीमती सोनारिन बाई पोया सरपंच पिंगाल, श्रीमती ललिता बाई गांवरे सरपंच किल्लेकोडा ,गोविंद राम देहारी शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष ,श्री भादूराम रावटेग्राम पटेल, श्रीमती रामकली नेताम उप सरपंच झरनटोला थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे के तैल चित्र की पूजन अर्चना व राष्ट्रगान के साथ हुआ।

खेल का प्रारंभ अतिथियों द्वारा गोला फेंक कर किया गया जिसमें –भीषमसिंह रावटे प्राचार्य सहगांव प्रथम तथा भादूराम रावटे ग्राम पटेल द्वितीय स्थान पर रहे। इस अवसर पर संबोधित करते हुए मुखर्जी सर प्राचार्य ने कहा कि -वर्तमान में पढ़ाई के साथ-साथ शारीरिक विकास व स्वस्थ रहने के लिए खेल का होना नितांत आवश्यक है , मेरी ओर से आप सबको बहुत-बहुत बधाई।राजाराम ताराम ने कहा कि– खेल के बिना हमारा जीवन अधूरा है ,अतः हमें चुस्त- दुरुस्त रहने के लिए खेल खेलना आवश्यक है, उक्त खेल को संपन्न कराने में सहगांव व किल्लेकोडा के संकुल समन्वयक का महत्वपूर्ण योगदान रहा है

जिनमे- गिरीश निर्मोही सहगांव तथा नितिन देशमुख किल्लेकोडा का रहा है। समापन समारोह के मुख्य अतिथि राजाराम ताराम जनपद अध्यक्ष थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता गोकुल प्रसाद भुआर्य सरपंच झरण टोला ने किया ।विशेष अतिथि के रूप में- डॉक्टर बी. एल. साहसी व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किल्लेकोडा तथा मैनूराम ठाकुर ग्राम प्रमुख थे ।
इस अवसर पर डॉक्टर बी. एल. साहसी ने संबोधित करते हुए कहा कि– असफलता एक चुनौती है। अतः हमें उस चुनौती को स्वीकार करना चाहिए। तथा सफलता प्राप्त करने के लिए पुनः प्रयास करना चाहिए, मेरी ओर से विजयी प्रतिभागियों को ढेर सारी शुभकामनाएं। अपने अध्यक्षीय भाषण के दौरान गोकुल प्रसाद बुआ जी ने कहा कि- जीवन में खेलों का अत्याधिक महत्व है ,अतः हमें खेल कीओर विशेष ध्यान देना चाहिए। क्योंकि जीवन में खेल में हार जीत होते ही रहता है। जिससे हमें निराश नहीं होना चाहिए बल्कि निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। मुख्य अतिथि के आसंदी पृृर बोलते हुए राजाराम ताराम ने कहा कि- पढ़ाई और खेल जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है ,इसलिए हमें इन दोनों पहलुओं का ध्यान रखना चाहिए ।विजयी प्रतिभागियों को मेरी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएं। इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में जिनकी माहिती भूमिका रही है उनमें सर्व प्रमुख- माध्यमिक शाला की ओर से अर्जुन देवांगन प्रधान पाठक, के.एल. चुरेंद्र प्रधान पाठक ,एन. के. गौर प्रधान पाठक, बी. एल. सिन्हा प्रधान पाठक एन. आर . शिवना प्रधान पाठक तथा बेदबाई ठाकुर प्रधान पाठक रही है। इसी प्रकार प्राथमिक शाला प्रधान पाठक में-श्रीमती अनीता मेश्राम ,विजय पटेल, नेतराम हिरवानी, शहनाज बेगम, योगिता ठाकुर, राजेश्वरी गांवरे, रामकुमार ठाकुर,कलीराम दादरे,उमेंद मंडावी, वेदप्रकाश साहू थे। निर्णायकों में जिसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है उनमें एन.के. कौर ,ह़ोम लाल पटेल, के.एल. चुरेंद्र, शरद कुमार मालेकर, उमेंद सिंह मंडावी ,अमित सिन्हा, मेघनाथ रावटे, के. एस. उर्वशा, श्रीमती केसर अलेंद्र, रेखा देवांगन, चंद्रशेखर ठाकुर, मेघनाथ रावटे, के.एल. गंजीर, मुनमुन सिन्हा,अनामिका गोयल ,प्रवीण मानिकपुरी, जगेंद्र कुल्हार्य, चमन लाल भंडारी, रेखा देवांगन तथा पीटीआई रंजना साहू का भी योगदान महत्वपूर्ण रहा है। पूर्व माध्यमिक शाला गैंजी 64 अंकों के साथ प्रथम स्थान तथा किल्लेकोडा और सहगांव 49-49 अंको के साथ द्वितीय स्थान पर रहा है। प्राथमिक शाला में 49 अंको के साथ गैंजी प्रथम तथा किल्लेकोडा 43अंकों के साथ द्वितीय स्थान पर रहा है। पूरे खेल में माध्यमिक शाला से कुमारी जिज्ञासा जाटादाहा, कुमारी रेखा गैंजी चैंपियन रही है तथा जैत कुमार 09अंको के साथ माध्यमिक शाला चैंपियन रहे हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम में माध्यमिक विभाग से पूर्व माध्यमिक शाला सहगांव प्रथम और प्राथमिक विभाग में भी सहगांव प्रथम रहे हैं ।अंत में अतिथियों द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया और उक्त पुरस्कार की व्यवस्था कराने में गोकुल प्रसाद भुवार्य झरन टोला की महिती भूमिका रही है। कार्यालयीन कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका गोपाल घरेंद्र ,संतोष राणा, दिलेश्वर ठाकुर, डोमार सिंह ढलेंद्र, चंद्रशेखर ठाकुर, नूतन चुरेंद्र का रहा है ,तथा कार्यक्रम का सफल संचालन विजय कुमार पटेल, मेघनाथ रावटे और एन.एल .चुरेंद्र के द्वारा किया गया तथा में मेजबान ग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका- विष्णु प्रसाद नायक, वेद प्रकाश साहू जी का रहा है। अंत में ध्वज अवतरण व राष्ट्रगीत के साथ कार्यक्रम की समापन की घोषणा की गई और ध्वज को मुख्य अतिथि के हाथों में सौंप दिया गया।

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