एबीवीपी के 69 में राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली में बालोद की नव जिला संयोजिका घोषित हुई मनीषा राणा
बालोद। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 75वें वर्ष पूर्ण होने पर अमृत महोत्सव के तहत 69 वां राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली में 7 से 10 दिसंबर के बीच हुआ जिसमें संघ की व्यवस्था वाले सभी 45 प्रांत से 10000 कार्यकर्ता उपस्थित रहे वहीं छत्तीसगढ़ प्रांत की मनीषा राणा को जिला बालोद की नव जिला संयोजिका के दायित्व की घोषणा की गई कौशिक ने पूर्ण निष्ठा से अपना कर्तव्य निर्वहन किया
इस अधिवेशन में गृह मंत्री माननीय श्री अमित शाह ने उद्घाटन समारोह में आकर कहा की एबीवीपी ने राष्ट्र सेवा व आत्म गौरव के 75 वर्ष पूर्ण करते हुए कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश को अपने संघर्षों से सींचा है और युवाओं में राष्ट्र प्रेम की विचारधारा के बीज बोऐं हैं।
वहीं मुख्य संपादक इंडिया टीवी :श्री रजत शर्मा ने इस अधिवेशन में कहा कि आज से 50 वर्ष पहले 16 साल का एक लड़का जिसके पास न पहनने को कपड़े, ना खाने को खाना था, ना कोई पहचान उसकी विद्यार्थी परिषद ने दी वह लड़का मैं था। हमारे देश ने जो हासिल किया है विद्यार्थी परिषद का उसमें बहुत बड़ा योगदान है इस कार्यक्रम में स्मृति ईरानी भी उपस्थित रही ,प्रोफेसर यशवंत राव केलकर युवा पुरुस्कृत श्री शरद विवेक सागर (सामाजिक उद्यमी एवं संस्थापक डेक्सटीरिटी ग्लोबल )व सुश्री लहरी बाई ( मिलेट्स क्वीन बाजरा रानी) डॉक्टर वैभव भंडारी (संस्थापक स्वालंबन फाउंडेशन) की उपस्थिति युवाओं के अंदर ऊर्जा का संचार कर गई तथा एबीवीपी के इस अधिवेशन में छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साहू भी पहुंचे।
छत्तीसगढ़ जिला बालोद से प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यों में शामिल हुए दीपेश साहू ,सोनल ठाकुर ,जयकिशन साहू,
मनीषा राणा ने कहा मैं अभाविप से 2021 से जुड़ी हुई हूं और बचपन से ही दिल में कहीं ना कहीं राष्ट्र प्रेम की भावना रही तथा कश्मीर हो या गुवाहाटी अपना देश अपनी माटी का नारा लगाकर हम विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता निरंतर आगे बढ़े हैं और आज कश्मीर भी हमारा है और नॉर्थ ईस्ट भी विद्यार्थी परिषद के संगठन की व्यवस्थाएं इतनी मजबूत रही की 75 वर्षों में एबीवीपी रास्ते से भटका और ना ही सरकारों को रास्ता भटकने दिया हम राष्ट्रीय अधिवेशन में पांच कार्यकर्ता जिला बालोद से शामिल हुए जिसमें हमारे पूर्व जिला संयोजक आशुतोष कौशिक भैया व अंश योगी नगर सह मंत्री बालोद से भी शामिल रहे हमने अधिवेशन में कई चीज सीखी व अन्य राज्यों के विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ता से मिलने व उनकी परंपराओं को जानने का मौका मिला व शोभायात्रा में प्रमुख रूप से सुंदर झांकियो में शामिल होने का मौका मिला हम सभी स्वयंसेवक अपने आप को सौभाग्य शाली व गौरांवित महसूस कर रहे हैं।