राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस पर एक दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन
राजनांदगांव।
शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के 54 वे स्थापना दिवस के अवसर पर संस्था के प्राचार्य डॉक्टर के.एल.टांडेकर के संरक्षण एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर संजय सप्तर्षी और प्रोफेसर करुणा रावटे के नेतृत्व में शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में एक दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना 24 सितम्बर 1969 में हुई थी। जिसके अवसर पर हर साल राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस 24 सितम्बर को मनाया जाता है। इस वर्ष भी एक दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया गया।
इस शिविर में स्वयंसेवियों द्वारा स्वच्छ्ता ही सेवा अभियान के अंतर्गत परियोजना कार्य किया गया महाविद्यालय परिसर में साफ सफाई कर अन्य विद्यार्थियों एवं अन्य लोगो को जागरूक किया गया।
इस एक दिवशिय विशेष शिविर का दुसरा सत्र बौद्धिक परिचर्चा की शुरुआत सरस्वती वंदना और राजकीय गीत तथा हमारे प्रेरणा पुरुष स्वामी विवेकानंद जी के तैलचित्र पर आगे दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
बौद्धिक परिचर्चा में मुख्य अतिथि के रुप में राष्ट्रीय सेवा योजना राजनांदगांव के जिला संगठन डॉ. एस.के.पटेल, स्वीप जिला नोडल अधिकारी डॉ.रश्मि सिंह, संस्था के प्राचार्य डा.के. एल. टांडेकर, छत्तीसगड कॉलेज रायपुर से प्रोफेसर नंदागौरी, रेड क्रॉस रीबन की कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर वंदना मिश्रा, भूतपूर्व कार्यक्रम अधिकारी प्रो.नूतन देवांगन, प्रो.संजय देवांगन एवं वरिष्ठ स्वयंसेवक राहुल देवांगन, थानसिंह साहू, दीपक कोसमा, मनीराम सिन्हा उपस्थित रहें । मुख्य अतिथि जिला संगठक डॉ.एस के. पटेल जी द्वारा युवाओ को अच्छे कार्य निःस्वार्थ भाव से करने के लिए प्रेरित किये। गीत के माध्यम से युवाओ में एक नवाचार के लिए उत्साह भर दिए। कार्यक्रम में उपस्थित स्वीप जिला नोडल अधिकारी डॉ. रश्मि सिंग जी द्वारा वोट देने और मतदान करने सभी युवाओ को प्रेरित किये साथ ही अपने क्षेत्रो में जागरूकता अभियान चलाने के लिए कहा। सहायक प्राध्यापक विधि श्री हेमन्त नंदा गौरी जी द्वारा कानून धारा एवं वकील एल एल बी जैसे विषयों को अध्यन करने विद्यार्थियों को प्रेरित किये। संस्था के प्राचार्य डॉ. के एल टांडेकर जी द्वारा रासेयो के पुराने अपने अनुभव को साझा करते हुए विद्यार्थियों को उद्बोधित किये। कार्यक्रम में आये भूतपूर्व कार्यक्रम अधिकारी प्रो.नूतन देवांगन एवं प्रो.संजय देवांगन जी द्वारा स्वयंसेवियों समय को बांधकर और नवाचार सीखते रहने हेतु मार्गदर्शन किया गया।
साथ ही साथ शिविर में स्वयंसेवियों द्वारा ही सभी स्वयंसेवियों और विशेष अतिथियों के लिए भोजन की व्यवस्था किया गया था।
इस शिविर का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ। जिसमे स्वयंसेवियो द्वारा महिला सशक्तीकरण,और हमारी संस्कृति से लेकर रानी लक्ष्मी बाई के जीवनकाल को एक संक्षिप्त रूप में नृत्य के द्वारा समझाया गया व लोगों को जागरूक किया गया।
इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की समस्त स्वयंसेवी उपस्थित थे।और बहुत ही उत्साह पूर्वक इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया।