डीईओ का संशोधन जायज, जेडी का संशोधन नाजायज, शिक्षा विभाग एक, और नियम अनेक
बालोद। हाल ही में शिक्षा विभाग में शिक्षक पदोन्नति को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। विभाग हजारों शिक्षकों के प्रमोशन पश्चात संशोधन को निरस्त करने की तैयारी में है। ऐसी खबरे आ रही है। इसके पूर्व में गड़बड़ी के आशंका से कई अधिकारियों व 4 जेडी को निलंबित किया जा चुका है। ज्ञात हो कि शिक्षक संशोधन के पूर्व प्रधान पाठक के पदों पर भी भारी मात्रा में संशोधन का कार्य लगभग सभी जिलों में किया गया है। ऐसे में शासन क्या सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निलंबित करेगी ? या सिर्फ शिक्षकों को ही मानसिक रूप से प्रताड़ित करेगी ? तर्क की बात यह है कि शिक्षा विभाग में डी ईओ के संशोधन को जायज व जेडी के संशोधन को नाजायज बताया जा रहा। यह दोहरा नीति समझ से परे है। प्रभावित शिक्षकों का कहना है शासन के ऐसे दोहरे नियमो से पीड़ित शिक्षक व उनके परिवार मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं एवं सभी मंत्रियों से बार बार संशोधन यथावत रखने के लिए न्याय की गुहार लगा रहे हैं।