दुर्ग जिले की बेटी देविका दीक्षित ने दिल्ली में नटनागर महोत्सव में दिखाई अपनी कला
रायपुर/दुर्ग ।छत्तीसगढ़ की बेटी देविका दीक्षित ने नई दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में आयोजित नटनागर महोत्सव में अपनी कला का प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है उक्त आयोजन स्वर्गीय गुरु पद्मविभूषण पंडित बिरजू महाराज के जन्म उत्सव के रूप में आयोजित किया गया जहां अन्य राज्यों सहित छत्तीसगढ़ से डॉक्टर आलोक दिक्षित की पुत्री देविका दीक्षित को विशेष रूप से आमंत्रित किया नृत्य कला में निपुण देविका ने अपनी नृत्य कला का जलवा बिखेरते हुए दो बार नृत्य का प्रदर्शन कर देशभर में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया। इस प्रस्तुति करण का आयोजन गुरु पंडित कृष्ण मोहन महाराज ने किया।वे पंडित बिरजू महाराज जी के छोटे भ्राता हैं। इस कार्यक्रम में देश के बहुत से नामी गिरामी कथक नृत्यकारों ने अपने नृत्य की प्रसूति दी। कथक की महानयिका पद्मश्री स्व. सितारा देवी जी के सुपोत्र श्री विशाल कृष्णा जी ने भी अपनी प्रस्तुति दी। वे नटराज स्व. पंडित गोपीकृष्ण जी के भतीजे हैं। वे कथक के मंजे हुए कलाकार व शिक्षक भी हैं। इनके अलावा जयपुर घराने की मशहूर नृत्यांगनाएँ बिस्मिल्ला ख़ान पुरस्कृत गौरी दिवाकर व विधा लाल ने भी नृत्य प्रस्तुत किया।
दुर्ग निवासी देविका दीक्षित ने इस कार्यक्रम में सराहनीय प्रस्तुति दी। देविका विगत २१ वर्षों से कथक कर रही है। कथक में उसने M.A.(कथक), कोविद व विशारद की डिग्री हासिल की है। देविका की गुरु कृष्णप्रिय कथक केंद्र की संस्थापक श्रीमति उपासना तिवारी हैं। देविका ने एक साक्षात्कार में बताया की उसके कथक के इस लंबे सफ़र में श्रीमती उपासना तिवारी जी का विशेष आशीर्वाद व सहयोग हमेशा मिलता रहा है और अपनी उपलब्धियों का बड़ा श्रेय वो उपासना तिवारी जी को देती हैं। उपासना तिवारी के अतिरिक्त देविका ने पंडित कृष्ण मोहन महाराज से भी कथक की शिक्षा प्राप्त की है।