कहीं आप भी तो नहीं हो रहे हैं हनी ट्रैप का शिकार, पढ़िए क्या होता है हनी ट्रैप ताकि रह सके सावधान-टीआई रोहित मालेकर की कलम से
बालोद। बालोद जिले के रोहित मालेकर थानाप्रभारी गुंडरदेही ने आज लोगों से हनी ट्रैप के बारे में जानकारी साझा की है। इस खबर के जरिए आप उनकी कलम से समझ सकते हैं कि यह हनीट्रैप क्या होता है। कहीं आप भी इस हनीट्रैप का शिकार तो नहीं हो रहें हैं। यह शब्द अक्सर लोगों ने सुना होगा लेकिन इसकी पूरी सच्चाई क्या होती है, इसकी बारीकी क्या है यह जानना है तो यह खबर पढ़ लीजिए।
हनीट्रैप क्या है
हनीट्रैप को शब्दों से मिलकर बना है। हनी और ट्रैप। हनी का मतलब शहद और ट्रैप का मतलब जाल होता है। सरल शब्दों मे कहें तो एक ऐसा मीठा जाल जिसमें फंसने वाले को अंदाजा भी नहीं होता कि वो कहां फंस गया है। ठग महिलायें प्रोफाइल लोगों को इसका शिकार बनाती हैं और उनसे मोटी रकम वसूल लेती हैं। इसके साथ- ही ये महिलाएं अधिकारियों के माध्यम से बड़ी-बड़ी जानकारियां निकालकर अन्य लोगों तक भी पहुंचाती हैं।
हनी ट्रैप का मतलब है माया जाल
जहां पर महिलाये ऍप्लिकेशन का उपयोग करके यूथ को अपने जाल में फंसाती है ।कई प्रकार के फर्जी साइट्स ,डेटिंग ऍप्लिकेशन होते है जिनके माध्यम से हनी ट्रेप किया जाता है । जब आप गूगल में चेक करेंगे तो कई ऐसे ऍप्लिकेसन होते है जिसमे लिखा होता है ,मनचाही बात करें ,चैट करें। वास्तव में ये हनी ट्रैप के लिए बनाए हुए ऍप्लिकेशन होते है।
सोशल मीडिया का लिया जाता है सहारा
सोशल मीडिया के जरिए हाई प्रोफाइल लोगों को लड़कियां अपने जाल में फंसाती हैं। फेक प्रोफाइल बनाकर भी ब्लैकमेल और खुफिया जानकारी निकाली जाती हैं। दोस्तो ये जरूरी नहीं कि सामने जो लड़की बातें कर रही है वो वास्तव में लड़की ही हो। कई बार पुरुष एजेंट, महिला बन कर बातें करते हैं। लोगों का भरोसा हासिल करने के लिए मोबाइल नंबरों का आदान प्रदान भी किया जाता है और चैटिंग की जाती है। बाद में उनके साथ अश्लील फोटो या वीडियो क्लिक कर उन्हें वायरल करने की धमकी दी जाती है ,और रुपयों की मांग की जाती है। फेस बुक में भी कई ऐसे एकॉउंट होते है जिनमें लड़कियों की प्रोफाइल फोटो लगी होती है ,जिनको देखकर हम उनसे दोस्ती कर लेते है ,मोबाइल नम्बरों का आदान प्रदान होता है ,चैटिंग के दौरान अश्लील बातें और उन बातों को वे महिलाए स्क्रीन रिकॉर्ड कर लेती है और आपको बदनाम कर देने की धमकी देती है ।पैसों की मांग की जाती है।
इस तरह से बचें इस जाल से
हनी ट्रैप से बचने का सिर्फ एक ही तरीका है कि लोग जागरूक हों. साथ ही किसी अनजान से अपनी व्यकितगत जानकारी किसी भी स्थिति में शेयर न करें और ऑनलाइन पैसे मांगने जैसे कोई भी ईमेल मिले तो तुरंत इसकी जानकारी साइबर सेल को देनी चाहिए। यह एक साइबर क्राइम है और ऐसे लोग इस जाल में आसानी से फंस जाते हैं जो इंटरनेट या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन दोस्ती करने की तलाश में होते हैं. ऐसे लोगों को हनी ट्रैप से सतर्क रहने की आवश्यकता है।