अनोखी पहल – 20 दिन में 717 गांव तक पहुंचे बूढ़ादेव रथ यात्री, बूढ़ादेव की मूर्ति बनाने लोगों ने दान की 1 टन से अधिक कांसा
रायपुर में पंच रत्न धातुओं को पिघलाकर बनाया जाएगा सबसे बड़ा बूढ़ादेव का सल्ला गागरा
बालोद । छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के प्रदेशाध्यक्ष अमित बघेल के आह्वान पर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना बालोद के द्वारा 20 दिनों में रथ यात्रियों ने जिले के 717 गांव का सफर तय किया और छत्तीसगढ़िया समाज से 1 टन से अधिक कांसा बूढ़ादेव की प्रतिमा निर्माण के लिए दान में लिया।
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के जिला संयोजक शशिभूषण चंद्राकर ने बताया कि दूसरे चरण की यात्रा 8 अप्रैल को सम्पन्न होगा। जिले भर से दान लिया गया धातुओं को रायपुर के बूढ़ादेव चौरा में अर्पित किया जाएगा। इसके बाद विधि-विधान से पूजा कर कारीगरों के द्वारा धातुओं को पिघला कर सल्ला गागरा (प्रतिमा) का निर्माण किया जाएगा। 8 अप्रैल को रायपुर में कांसा अर्पण तिहार मनाया जाएगा। इस आयोजन में पूरे प्रदेश से 10 लाख से अधिक लोग अपने कुल देव और मूल देव की पूजा करने पहुंचेगे। शहर में जात्रा जैसी संस्कृति देखने को मिलेगी।
गांव-गांव में हो रहा बूढ़ादेव की पूजा, सोना-चांदी तक दान किया गया: चंद्रभान
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना जिला सह संयोजक चंद्रभान साहू ने बताया कि गांव-गांव में आस्था की लहर है। छत्तीसगढ़िया समाज के लोगों ने इस यात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। लोगों ने बूढ़ादेव के निर्माण के लिए कांसा के साथ-साथ ऐंठी, बिछिया, सांठी, बिंदी, पायल भारी संख्या में दान किए हैं। कांसा के साथ ही देव में सोना, चांदी, पीतल और तांबा मिक्स किया जाएगा। हजारों की संख्या में कांसा के कोपरा और कांसा, पीतल के गंजी, तांबा का लोटा लोगों ने चढ़ाए हैं।
जहां रात होता है, वहीं होता है रात्रि विश्राम: देवेंद्र साहू
रथ प्रभारी देवेंद्र साहू ने बताया कि 20 दिनों से पानी-बरसात, भूख-प्यास में भी रथ निरंतर आगे बढ़ता चला है। जिस गांव में पहुंचते हैं वहां के ग्राम प्रमुखों के द्वारा बूढ़ादेव की रथ की अगुवाई की जाती है। एक दिन में 15 से अधिक गांव तक पहुंचने का लक्ष्य होता है। जहां रात हो जाता है। वहीं रथ और रथ यात्रियों का रात्रि विश्राम होता है। बूढ़ादेव का तीनों रथ जिले के सभी ब्लॉक में पहुंच चुका है। सिर्फ कुछ गांव रह गए है। वह भी 7 अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा।
नया गृह प्रवेश और शादी के मंडप में भी हुआ कांसा दान: सुभाष साहू
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष साहू ने बताया कि नया गृह प्रवेश और विवाह की खुशी में भी बूढ़ादेव को कांसा अर्पित किया गया। तरौद में नवदम्पत्ति नमन कोसमा और भुनेश्वरी कोसमा के द्वारा विवाह के मंडप पर कांसा दान किया गया। इस अभियान को सफल बनाने छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के डी. देशमुख, राजू साहू, प्रकाश निषाद, केदार साहू, दानी साहू, नरेंद्र साहू, टेकराम साहू, खोमन साहू, चम्मन साहू, झम्मन साहू, भगवान दास साहू, कामता साहू, दीपक सहारे, राहुल दास मानिकपुरी, जय सिन्हा, सोनू चंद्राकर, दुलार सिंह, आदित्य साहू, इमेश साहू, जीतू साहू, मिथलेश तारम, सूरज सेमरे, लोकेश निषाद, चुन्नू साहू, राहुल मानिकपुर, युवराज पटेल, हेमंत साहू, नेमेश ठाकुर, रूपेश साहू, करण निषाद, राजू सिन्हा, अश्विनी ठाकुर, हरीश देवांगन, बीरेंद्र देवांगन, युवराज पटेल सहित गांव के सेनानी दिन-रात कार्य कर रहे हैं।