विश्व हाथ धुलाई दिवस:- डुड़िया के बच्चों ने दिया संदेश-खाने से पहले और शौच के बाद हाथ जरूर धोएं
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला डुड़िया के स्कूली बच्चों ने गोला बनाकर किया जागरूक
बालोद। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला डुड़िया में विश्व हाथ धुलाई दिवस के एक दिन पहले ही गुरूवार को विश्व हाथ धुलाई दिवस मनाया गया इसमें बच्चों और शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। विश्व हाथ धुलाई दिवस पर शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला डुड़िया में पहुंचे दल्लीराजहरा निवासी ग्रीन कमाण्डों विरेन्द्र सिंह ने स्कूली बच्चों को 20 पैकेट साबुन का वितरण किया और हमेशा बच्चों को अपने हाथों को खाना खाने से पहले और शौच से आने के बाद हाथों को साबुन से धोनें के लिए प्रेरित व जागरूक किया गया।
हाथों को साफ-सुथरा रखें और बिमारियों से दूर रहें
केवल हाथों का धोना पर्याप्त नहीं है। हाथ कब और कैसे धोना चाहिए, यह बात मायने रखती है। सफाई को विद्यार्थी अपनी दिनचर्या बनाएं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि गंदगी की वजह से कई तरह की संक्रामक बिमारियां होती है। ग्रीन कमाण्डों विरेन्द्र सिंह ने साबुन से हाथों को धोनें का सही तरीका बच्चों को बताया।
कीटाणुओं का हमारे शरीर में पहुंचाने का प्रथम मार्ग है हमारा हाथ :- रासेयो स्वंय सेवक यशवंत टंडन
विश्व हाथ धुलाई दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक यशवंत कुमार टंडन ने बताया कि हमारे शरीर में कीटाणुओं और बैक्टीरिया का हमारे शरीर में पहुंचने का प्रथम मार्ग हमारा हाथ है जिसके माध्यम से ही कीटाणु और जीवाणु हमारे शरीर के अंदर पहुंच सकते हैं। और हमें बीमार बना सकते हैं। अगर हमारे साफ सुथरे और स्वच्छ होंगे तो हम बिमारियों और रोगों से सुरक्षित रहेंगे और स्वस्थ्य रहेंगे।
वैसे तो पूरे शरीर की सफाई आवश्यक है। लेकिन हाथ धोना बहुत जरूरी है। क्योंकि हाथ के माध्यम से ही खाना आदि खाने के दौरान कीटाणु हमारे पेट में चलें जाते हैं। जो कि हमारे स्वास्थ्य को खराब करते हैं। इस लिए हमें हाथ की धुलाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
छह चरणों में हाथों को धोएं :- प्रधानपाठक आई.पी. सारंग
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला डुड़िया के प्रधानपाठक आई पी सारंग ने कहा कि हमें अपने हाथों को हमेशा छह चरणों में धोना चाहिए। ताकि हमारे हाथों में मौजूद कीटाणु और जीवाणु अच्छी तरह से नष्ट हो जाए और हमारा हाथ स्वच्छ और साफ सुथरे हमेशा रहें।
इस अवसर पर शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला डुड़िया के प्रधानपाठक आई.पी सारंग, शिक्षक जी.एन साहू, सी.एल गजेन्द्र, और अधिक संख्या में स्कूली बच्चे मौजूद रहें।