क्या आपको पता है हर विभाग के अफसरों ने लिया गौठान को भी गोद, ऐसे 91 गौठानों को स्वावलंबी बनाने कलेक्टर ने दिया लक्ष्य
बालोद- कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने आज यहाॅ संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयेाजित प्रशिक्षण सह कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना अंतर्गत जिन 91 गौठानों को गोद लिया गया है, उन 91 गौठानों को जिम्मेदारीपूर्वक कार्य कर स्वावलंबी बनाएं। उन्होंने कहा कि नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी शासन की महत्वपूर्ण योजना है। गौठानों में विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियाॅ संचालित होने से ग्रामीणों को अतिरिक्त आमदनी मिलेगी। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि उन्हें जिन गौठान की जिम्मेदारी दी गई है, उसका निर्वहन करें। गौठानों में स्वयं भ्रमण कर वस्तुस्थिति की जानकारी लें। गोधन न्याय योजना के तहत खरीदे गए गोबर से वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण व विक्रय तथा चारागाह में चारा उत्पादन लगातार जारी रहे। स्वसहायता समूहों के सदस्यों को विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों के माध्यम से उनका आमदनी बढ़ाने उन्हें प्रोत्साहित करें। गौठान के भ्रमण के समय गौठान समिति के सदस्यों, स्वसहायता समूहों के सदस्यों, ग्रामीणों से चर्चा करें। गौठान में किसी भी समस्या का स्थानीय स्तर पर निराकरण करें। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि वे मुख्यालय में निवास करें। प्रत्येक सप्ताह प्रगति की समीक्षा की जाएगी। शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं के क्रियान्वयन में उदासिनता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
प्रशिक्षण सह कार्यशाला में अधिकारियों को बताया गया कि गौठान के निरीक्षण के दौरान गौठान में मवेशियों की उपस्थिति, गौठान में फेंसिंग, सी.पी.टी. या बायोफेंसिंग की स्थिति, मवेशियों के पीने के लिए पानी की व्यवस्था, विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों के संचालन के लिए विद्युत व्यवस्था, चारागाह में सिंचाई की व्यवस्था, गौठान में स्वीकृत वर्मी टंाका, गोबर से भरे वर्मी टंाका, रिक्त वर्मी टंाका, स्वीकृत चारागाह, पूर्ण चारागाह, वृक्षारोपण कार्य, स्वसहायता समूहों की संख्या, संचालित आजीविकामूलक गतिविधियाॅ, संलग्न स्वसहायता समूहों तथा सदस्य, आजीविकामूलक गतिविधियों से स्वसहायता समूहों की कुल आय आदि की जानकारी लिया जाए। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रेणुका श्रीवास्तव, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हेमंत ठाकुर, एस.डी.एम. बालोद श्री आर.एस.ठाकुर, एस.डी.एम. गुण्डरदेही श्री भूपेन्द्र अग्रवाल, एस.डी.एम. डौण्डीलोहारा श्रीमती प्रेमलता चंदेल, एस.डी.एम. गुरूर श्री अमित श्रीवास्तव, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।