आज का सस्पेंस खत्म- डेढ़ घंटे तक हुई बालोद के कांग्रेसियों की सीएम से मुलाकात बैठक, अपनी योजनाओं का सीएम ने लिया फीड बैक, पढ़िए क्या-क्या हुआ सीएम हाउस में?
बालोद/ रायपुर। आखिरकार मुख्यमंत्री ने बालोद जिले के कांग्रेस पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को किसलिए बुलाया था यह सस्पेंस शाम को खत्म हो गया। दोपहर करीब 2:30 बजे से शाम 4 बजे तक सीएम भूपेश बघेल जिले के पदाधिकारियों से रूबरू हुए। सीएम हाउस में बैठक मुलाकात का आयोजन हुआ। जहां पर बारी-बारी से सभी प्रमुख जनप्रतिनिधियों की बातें भी सुनी गई तो वही उनसे सरकारी योजनाओं का फीडबैक लिया गया कि उन योजनाओं का लाभ जनता को मिल रहा है नहीं। और हमारी योजनाएं कैसी हैं। आप इस योजना में प्रचार प्रसार में कितना योगदान दे रहे और उनसे सुझाव मांगते हुए मुलाकात का दौर चला। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर के नेतृत्व में बालोद जिले से करीब ढाई सौ पदाधिकारियों की मौजूदगी इस दौरान रही।
तो वही विधायक संगीता सिन्हा व संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद गुंडरदेही विधायक भी सीएम से मिलने के लिए पहुंचे थे
। बालोद नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा, उपाध्यक्ष अनिल यादव, दल्ली राजहरा नगर पालिका अध्यक्ष शिबू नायर, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना देवी देशलहरा सहित अन्य प्रमुख पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि मुलाकात में शामिल हुए सभी पदाधिकारियों का फीडबैक सभी की मौजूदगी में लिया गया। हालांकि इस मुलाकात बैठक के दौरान सियासी चर्चा नहीं हुई, ना हीं कैबिनेट मंत्री सिंहदेव को लेकर कोई चर्चा हुई, ना ही किसी जनप्रतिनिधि ने इस पर चर्चा की। सीएम अपनी हाल ही में जारी की गई विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी लेते रहे और बालोद जिले में उन योजनाओं की क्या स्थिति है इस पर जनप्रतिनिधियों के विचार पूछते रहे। कुल मिलाकर हर जिले में सरकारी योजना का धरातल पर क्या स्थिति व वास्तविकता क्या है यह टटोलने की कोशिश की जा रही है हालांकि सभी कांग्रेसियों ने योजनाओं पर पॉजिटिव प्रतिक्रिया दी। किसी की ओर से कोई शिकायत नहीं आई। अंत में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर ने सीएम को बालोद आने का न्योता दिया। उन्हें कहा कि आप जरूर आएं और एक रात रूके और सभी पदाधिकारियों से वहां भी बैठकर विस्तृत चर्चा करें। सीएम ने इस बैठक मुलाकात में बालोद जिले के एक निराश्रित को ₹100000 का सहायता राशि तत्काल दिलवाने की घोषणा भी की। गोधन न्याय योजना व राजीव गांधी नया योजना पर उनका ज्यादा फोकस था। कांग्रेसियों से पूछा गया कि आपको उन योजनाओं का लाभ मिला है या नहीं। आप स्वयं गौठान में गोबर बेचते हैं या नहीं, और दूसरों को भी प्रेरित करते हैं या नहीं। उन्हें कहा गया कि अगर कोई गोबर नहीं बेच रहे हैं तो उन्हें जाकर समझाएं।
गौठान में ही बैठक ले और लोगों को गोबर बेचने के लिए प्रोत्साहित करें। इसी तरह अन्य योजनाओं पर भी उन्होंने कांग्रेस समर्थित जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लिया। जानकारी के अनुसार सभी जिले के कांग्रेस पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को अलग-अलग दिन इसी तरह चर्चा करने के लिए सीएम हाउस बुलाया जा रहा है। सुकमा व गरियाबंद के कांग्रेसियों की मुलाकात हो चुकी है।
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