जिला भाजपा द्वारा e – चिंतन शिविर का आयोजन- डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन एवं विचार पर पूर्व कैबिनेट मंत्री चंद्रशेखर साहू ने दिया उद्बोधन


बालोद
जनसंघ के संस्थापक राष्ट्रवादी नेता डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन एवं विचार पर भारतीय जनता पार्टी जिला बालोद द्वारा चिंतन शिविर का आयोजन रखा गया जिसके मुख्य वक्ता पूर्व छत्तीसगढ़ कैबिनेट मंत्री चंद्रशेखर साहू एवं अध्यक्षता पूर्व विधायक प्रीतम साहू ने किया अध्यक्ष उद्बोधन में प्रीतम साहू ने मुख्य अतिथि का परिचय कराते हुए कहा कि छात्र नेता के रूप में राजनीतिक में आए जनपद सदस्य, जनपद अध्यक्ष, विधायक, सांसद, बीज निगम के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री के रूप में कृषि मंत्री का कार्य करने वाले तथा संगठन में प्रदेश मंत्री सहित अन्य अनेकों दायित्वों का निर्वहन कर आजीवन भारतीय जनता पार्टी की सेवा करने वाले चंद्रशेखर साहू जी हम कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं
भारतीय जनता पार्टी के पितामह कहे जाने वाले प्रखर राष्ट्रवादी नेता डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन एवं विचार पर उद्बोधन देते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री चंद्रशेखर साहू ने बालोद की धरती, गंगा मैया व सिया देवी को प्रणाम करते हुए कहा कि बंगाल की धरती में अनेकों संत महात्मा वैज्ञानिक बुद्धिजीवियों ने जन्म लिया जिनमें से एक बालक ने 6 जुलाई 1901 को बंगाल की धरती पर जन्म लिया बाल्यकाल से ही विलक्षण प्रतिभा के धनी जिन्हें विरासत में ही ज्ञान का भंडार मिला इनके पिता आशुतोष मुखर्जी कोलकाता हाई कोर्ट के जज व महान शिक्षाविद रहे नेशनल लाइब्रेरी कोलकाता में उनके द्वारा आजादी के पुर्व दान में दी गई 1लाख 20 हजार पुस्तकों मे लेखों पर उनके स्वयं के अंडर लाइन किए हुए पुस्तके आज भी संरक्षित हैं श्यामा प्रसाद मुखर्जी 33 वर्ष की अल्पायु में ही कोलकोता यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर बने व शिक्षा के विजन को नीचे स्तर तक पहुंचाने में काम किया वे राष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष भी रहे विनायक दामोदर सावरकर के संपर्क में आने से सामाजिक जीवन से राजनीतिक जीवन में प्रवेश किया उनके असाधारण ज्ञान व विलक्षण कार्य पद्धति तथा कुशल संगठन करता के गुण को गांधी जी ने पहचान कर उन्हें आजाद भारत के नवनिर्माण के लिए मंत्रिमंडल में शामिल होने को कहा किंतु हिंदू वादी नेता की छवि होने के कारण वे लगातार मना करते रहे अंततः नेहरू मंत्रिमंडल में उन्हें वित्त नागरिक आपूर्ति एवं उद्योग मंत्री के रूप में कार्य किया उनके ही नेतृत्व में जहाजरानी, चितरंजन स्टील प्लांट, भिलाई स्टील प्लांट, खादी ग्राम उद्योग मंझोले एवं कुटीर उद्योग से देश में विकास के नए आयाम गढ़े किंतु नेहरू शासन की राष्ट्रविरोधी नीतियों से धुब्द्ध होकर व लियाकत अली समझौते एवं पश्चिम बंगाल व पंजाब को पाकिस्तान में विलय के विरोध में वे राष्ट्र के कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले प्रथम मंत्री रहे इस्तीफे के बाद कोलकाता एयरपोर्ट पर उस समय 5 लाख लोग उन्हें स्वागत करने आए यह उनकी लोकप्रियता रही गुरुदेव गोवलकर जी सर संघचालक से मार्गदर्शन लेकर 31 अक्टूबर 1951 को 11 लोगों के साथ भारतीय जनसंघ की नींव रखी 1952 में तीन सांसद भारतीय जनसंघ के चुने गए जिन्होंने नेहरू कैबिनेट को हिला कर रख दिया जनसंघ के पहले अधिवेशन में धारा 370 को हटाने का प्रस्ताव उन्होंने लाया जम्मू कश्मीर में परमिट प्रथा थी जिसका उन्होंने विरोध किया एक देश में दो प्रधान दो निशान एवं दो विधान के वे विरोधी थे इसका विरोध करने पर कुछ साथियों के साथ कश्मीर को रवाना हुए उन्हें रोकने कांग्रेस सरकार द्वारा 11 मई 1953 को श्रीनगर की जेल में नजरबंद कर दिया गया तथा 23 जून 1952 में उनकी रहस्यमई हत्या कर दी गई किंतु उनके विचार से आज वटवृक्ष की तरह जनसंघ एवं राजनीतिक संगठन भारतीय जनता पार्टी द्वारा शतत् कार्य करते हुए धारा 370, 35a को हटाया व मोदी जी के नेतृत्व में राष्ट्र निरंतर आत्मनिर्भर शक्तिशाली व विकसित राष्ट्र की ओर अग्रसर है इस वर्चुअल मीटिंग में जिला भाजपा अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ,वरिष्ठ नेता यशवंत जैन, लेख राम साहू, पवन साहू ,राजेंद्र राय, देवलाल ठाकुर, प्रमोद जैन ,किशोरी साहू, सुदेश सिंह, देवेंद्र जायसवाल, नरेश यदु, संध्या भारद्वाज, राकेश छोटू यादव, त्रिलोकी साहू, जयेश ठाकुर ,शरद ठाकुर, कौशल साहू, सुरेश निर्मलकर ,प्रेम साहू ,प्रणेश जैन, गोविंद वाधवानी, टिनेश्वर बघेल, दुष्यंत सोनवानी ,कौशल साहू, आदित्य पिपरे, मालती जोशी ,दीपा साहू, जितेंद्र साहू ,कासिम कुरैशी, खेमलाल देवांगन,विकाश जैन,रानू हेमंत सोनकर, हरीश कटघरे, अबरार सिद्दीकी, खिलेश्वरी साहू,अंजनी साहू, भुनेश्वरी ठाकुर, माया चंद्राकर, सुलेखा सोनी ,राजीव शर्मा, रामसहाय साहू ,सुजीत झा ,संदीप बाजपेई, टूकेशवर पांडे, केशव साहू ,कमलेश सोनी, एकांत पवार, आशीष लालवानी, विरेंद्र साहू ,बॉबी छतवाल, दिलीप सिंगरौले, शिवेंद्र देशमुख, टुमन साहू, दानेश्वर मिश्रा ,संदीप सिन्हा, गजेंद्र यादव ,जागृत देवांगन, सौरभ चोपड़ा ,शशिकांत निषाद ,नरेंद्र सोनवानी आदि सम्मिलित हुए।

You cannot copy content of this page