कोरोना टीका लगने के बाद 60 दिनों तक नहीं कर पाएंगे रक्तदान, इसलिए अवसर मिलते ही रक्तदान कर युवा बचा रहे जान, पढ़िए आखिर क्या है रक्तदान को लेकर एनबीटीसी की गाइडलाइंस
बालोद – कोरोना के संकट में रक्तदान को लेकर भी कई तरह की परेशानी आ रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी एक अलर्ट जारी किया गया था कि अगर आपको कोरोना टीका लगने वाला है तो उसके पहले रक्तदान कर सकते हैं लेकिन टीका लगने के बाद कुछ निर्धारित दिनों तक आपको रक्तदान नहीं करना होगा। इससे स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। इस वजह से रक्तदान करने वाले युवा कम मिल रहे हैं तो वहीं ब्लड बैंकों में भी रक्त की कमी हो रही है पर ऐसे अवसर पर इच्छुक युवा अपनी इच्छाओं की पूर्ति में भी पीछे नहीं हैं और अवसर मिलते ही वे रक्तदान भी कर रहे हैं। क्योंकि उन्हें अभी कोरोना का टीका नहीं लगा है। ऐसे ही एक शख्स हैं भाजयुमो के नेता शशि निषाद। जिन्होंने अपने जन्मदिन को खास बनाने के लिए कोरोना टीका लगवाने से पहले रक्तदान करके जिला अस्पताल में भर्ती मरीज की जान बचा दी ।क्योंकि उन्हें अभी टीका नहीं लगा है और आने वाले दिनों में उन्हें कोरोना का टीका लगने वाला है। इसलिए उन्होंने सोचा बाद में किसी ने रक्तदान की मदद मांगी तो तत्काल की स्थिति में रक्तदान नहीं कर पाऊंगा। इसलिए अगर वर्तमान में किसी को जरूरत है, उनकी जरूरत की पूर्ति रक्तदान से कर सकते हैं और इसी सोच के साथ ही जैसे ही सूचना मिली कि कोई मरीज जिला अस्पताल में भर्ती है और उसे रक्त की जरूरत है तो उन्होंने कोई भी देरी नहीं की और तत्काल अस्पताल पहुंचकर रक्तदान कर लिया। शशि निषाद द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना की जा रही है तो वहीं यह प्रेरक कार्य अन्य लोगों के लिए भी एक प्रेरणा व एक नई सीख है कि इस कोरोना संकटकाल में भी ऐसे रक्तदान की मुहिम को बचाए रख सकते हैं और टीका लगने से पहले ज्यादा से ज्यादा लोग ब्लड बैंकों में जाकर रक्तदान करें ताकि उनका रक्त सुरक्षित हो और समय आने पर जरूरतमंद को उन्हें चढ़ाया जा सके।
रक्तदान कर जन्मदिवस मनाई
भारतीय जनता युवामोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य शशीकांत निषाद ने जन्मदिन के अवसर जिला अस्पताल बालोद मे भर्ती मरीज गंगा बाई पटेल, झलमला बालोद के लिये रक्तदान किया । प्रधानमंत्री जी के घोषणा उपरांत 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो का भी टीकाकरण होना है । चुंकि रक्तदान करने वालो मे अधिकतर युवा वर्ग ही होते है इसलिये इस मौके पर उन्होने युवाओ से आह्वाहन करते हुए कहा कि स्वयं के टीकाकरण के पूर्व अधिक से अधिक युवावर्ग रक्तदान करे क्योंकि टीका लगने के 56 से 60 दिन तक आप रक्तदान नही कर पायेंगे । साथ ही लोगो से अपील किये कि वेबसाईट मे जाकर अपना पंजीयन अवश्य करे और अपनी बारी आने पर वैक्सीन अवश्य लगाये ।
क्या है रक्तदान को लेकर एनबीटीसी की गाइडलाइंस
राष्ट्रीय रक्त संचरण परिषद (एनबीटीसी) ने हाल में एक आदेश जारी कर कहा है कि कोविड-19 टीके की अंतिम खुराक लेने के 28 दिन बाद तक कोई व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकता है. एनबीटीसी के शासकीय निकाय की 17 फरवरी को हुई 30वीं बैठक में कोविड-19 (Covid-19) का टीका लगवाने के बाद रक्तदान नहीं करने की मियाद वैक्सीन की आखिरी डोज लेने के 28 दिन बाद तक की तय की गई है. प्रशासनिक आदेश में कहा गया कि टीके की दूसरी खुराक लगवाने के बाद रक्तदान करने वाले को 28 दिनों तक इंतजार करना होगा. जिसका मतलब है कि पहली खुराक लेने के बाद वह 56 दिनों तक रक्तदान नहीं कर सकेगा. एनबीटीसी के निदेशक डॉ. सुनील गुप्ता ने पांच मार्च को इससे संबंधित आदेश जारी किया था.
शराब के सेवन से बचने का भी निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को 28 दिनों के अंतराल पर टीके की दो खुराक लेने की जरूरत होती है अब यह दायरा 42 से 56 दिन कर दिया गया है. दूसरा टीका लेने के दो हफ्ते बाद सामान्य तौर पर एंटीबॉडी की सुरक्षात्मक स्तर का विकास होता है. मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि कोविड-19 का टीका लगवाने के बाद लोगों को शराब का भी सेवन नहीं करना चाहिए.