बालोद जिले के इस थाने की पुलिस जरूरतमंद को बांट रही निशुल्क फेफड़ों का सैनिटाजर! पढ़िए आखिर क्या है वह चीज?
बालोद– जिले के गुंडरदेही पुलिस द्वारा इन दिनों खासतौर से जरूरतमंद व दिव्यांगों को भाप मशीन की सुविधा दी जा रही है। दरअसल में यह मशीन गुंडरदेही के एक हार्डवेयर व्यवसायी शंकर गोदवानी के द्वारा प्रदत्त की गई है। उन मशीनों को उक्त व्यापारी के द्वारा टीआई को सौंपा गया है कि जिसे जरूरत पड़े उन्हें यह मेरी ओर से जरूर दीजिएगा। जिसके बाद गुंडरदेही थाना प्रभारी रोहित मालेकर ने योजना बनाई कि इसे किसे दिया जाए। तो उन्होंने पहली प्राथमिकता खासतौर से दिव्यांगों को दी। जो कि कहीं भाप लेने जाने में असमर्थ होते हैं और ऐसे लोगों की सुरक्षा देना अहम जिम्मेदारी है।
इस काम में ऐसे लोगों की तलाश के लिए पार्षद टीकू निषाद व सलीम खान ने उनकी मदद की और गुंडरदेही शहर के विभिन्न वार्डों में सर्वे करवाया गया कि कहां कौन ज्यादा जरूरतमंद है और इस सर्वे के बाद 13 दिव्यांगजन व आर्थिक रूप से कमजोर परिवार चिन्हित किए गए। जिन्हें घर जाकर उन्हें थाना प्रभारी व स्टाफ द्वारा भाप मशीन सौंपा गया व उन लोगों को कोरोना संक्रमण को रोकने में भाप लेने की उपयोगिता के बारे में भी बताया गया।
थाना प्रभारी रोहित मालेकर ने बताया कि इस पहल को धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्र में भी लागू करेंगे व अन्य व्यापारियों सहित दानदाताओं से अपील कर रहे हैं कि वह भी इसमें आगे आए ताकि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद को हम भाप मशीन उपलब्ध करा सके। बता दें कि भाप मशीन वर्तमान में बालोद जिले तक में भी नहीं मिल रहा है। जैसे तैसे व्यापारी द्वारा इसकी व्यवस्था की गई और वितरण कराया गया। आज के समय में यह बहुत जरूरी हो गया है।
लॉकडाउन में दुकानें भी बंद है मशीन खरीदना भी आम लोगों के लिए मुश्किल है तो सक्षम परिवार भी इसे खरीद नहीं पा रहे हैं। क्योंकि स्थानीय बाजार में अभी मिल ही नहीं रहा है। ऐसे समय में 13 दिव्यांगों और जरूरतमंद को भाप मशीन की सुविधा देकर एक अच्छी पहल गुंडरदेही पुलिस के द्वारा की गई। जिसे काफी सराहा जा रहा है। थाना प्रभारी रोहित मालेकर ने कहा कि वैज्ञानिकों ने शुरू से ही स्ट्रीम यानी भाप को फायदेमंद बताया है। वही ताजा अध्ययन में यह बात साबित हो चुका है कि रोजाना दो से तीन बार 5 मिनट तक भाप लेने से कोरोना का फेफड़ों पर असर नहीं होगा। तो रोजाना भाप लेकर फेफड़ों को इतना मजबूत बनाया जा सकता है कि कोरोनावायरस का उन पर कोई असर नहीं होगा। फेफड़े सफलतापूर्वक कोरोनावायरस का सामना कर सकते हैं। वैज्ञानिकों ने भाप को फेफड़ों का सैनिटाइजर करार दिया है वैज्ञानिकों का मानना है कि भाप लेने से वायरस को मात दिया जा सकता है।