November 22, 2024

संत दिनेंद्र दास साहित्य शिरोमणि अलंकरण से सम्मानित

बालोद। भारत के हृदय स्थल मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी , देवी अहिल्या की नगरी इंदौर में अखिल हिंदी साहित्य सभा अहिसास शाखा इंदौर के तत्वाधान में भव्य साहित्यिक गोष्ठी हुई। प्रथम सत्र में सुबह सूर्य की चमक तेज अरुणिमा का विमोचन हुआ। ‘अरुणिमा’ पुस्तक में भारत के विभिन्न प्रांतो के 61 साहित्यकारों की संघर्ष गाथा लिखी गई है। जिसमें छत्तीसगढ़ के बालोद जिला से संत श्री दिनेंद्र साहेब ,डॉ अशोक आकाश एवं भाटापारा से श्री ललित ठाकुर शामिल हैं।


कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में भव्य कवि सम्मेलन हुआ ।जिसमें लगभग 25 कवियों ने भाग लिया। संत श्री दिनेंद्र साहब ने भी अपनी पहेलियां बुझाई एवं ‘कफन में जेब नहीं होती’ कविता का पाठ किया। इस अवसर में अखिल हिंदी साहित्य सभा अहिसास, शाखा अमरावती के अध्यक्ष डॉक्टर श्रीमती शीला डोंगरे ,इंदौर शाखा के जामवंत डॉक्टर बनवारी लाल जाजोदिया एवं मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कवि पूर्व विधायक सत्यनारायण सत्तन के कर कमलों द्वारा संत श्री दिनेंद्र साहेब को साहित्य शिरोमणि अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया गया।

इस सुअवसर पर संत श्री देवेंद्र साहेब कबीर आश्रम करहीभदर एवं भक्तप्रवर श्री गिरीश शर्मा जी इंदौर से उपस्थित थे। संत श्री दिनेंद्र साहेब की पुस्तक सुखमय जीवन की प्रेरक कहानी पर डॉक्टर राजेंद्र खरे ने अपनी धर्म पत्नी स्वर्गीय इंदु खरे के स्मृति में मोमेंटो एवं ₹ 2100 की सम्मान राशि से सम्मानित किया। साहित्य समाज का दर्पण है और साहित्यकार समाज के प्रेरणा स्रोत। संत दिनेन्द्र साहेब की इस उपलब्धि पर मधुर साहित्य परिषद जिला बालोद छत्तीसगढ़ के साहित्यकार डॉ अशोक आकाश, देव जोशी गुलाब, कन्हैया लाल बारले, बूटुदास पूर्णे , देवनारायण नगरिहा, वीरेंद्र अजनबी,हर्षा देवांगन, अजय कुमार चौहान,तोषण चुरेंद्र, लालेश्वर अरुणाभ,पीतांबर साहू आदि ने हर्ष व्यक्त कर उन्हे बधाई प्रेषित किए हैं।

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