November 22, 2024

चर्चित मुद्दा: कौन सच्चा, कौन झूठा! विधायक संगीता सिन्हा बोली: मैंने नहीं बनाया पुलिस प्रशासन पर कोई दबाव, रिपोर्ट लिखाने वाली महिला का बदल गया मन, ले ली केस वापस, भाजपा लगा रहे मुझ पर झूठा आरोप, देखिए अब तक की पूरी कहानी, कहां से शुरू हुआ विवाद,,,

बालोद। गुरुर में कांप्लेक्स तोड़े जाने के बाद से राजनीति गरमाई हुई है। आरोप प्रत्यारोप का दौर चल ही रहा है। जहां एक पत्रकार पर मारपीट किए जाने का मामला पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा सहित पांच लोगों के खिलाफ दर्ज हो चुका है। तो वही नया मामला विधायक संगीता सिन्हा को लेकर सामने आया है। जिसमें यह आरोप लगाया जा रहा है कि एक महिला जिन्होंने खुद पर छेड़खानी का आरोप पार्षद कुंती सिन्हा के दामाद पर लगाया था, उन्होंने केस वापस ले लिया है तो भाजपाई ये कह रहे हैं कि विधायक संगीता सिन्हा द्वारा झूठा एफआईआर लिखाने के लिए दबाव बनाया गया था। अब स्वयं पीड़िता ने शिकायत वापस ले लिया है। भाजपा द्वारा यह आरोप इसलिए लगाया जा रहा है क्योंकि जिस दिन एफआईआर दर्ज हुआ उस दिन विधायक संगीता सिन्हा थाने में घंटो बैठी हुई थी।

उनके समर्थक भी थाने के बाहर डटे हुए थे। जिनका वीडियो भी सामने आया था। इस वीडियो के आधार पर भाजपाई उन्हें पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने का आरोप लगा रहे थे और अंततः शाम तक एफआईआर दर्ज भी हो गया था।


इस पर विधायक संगीता सिन्हा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने पुलिस प्रशासन पर किसी तरह से दबाव नहीं बनाया है। पीड़िता मेरे पास आई थी। उन्होंने 14 तारीख को ऑनलाइन शिकायत की थी उसके बाद 19 तारीख को थाने में भी आवेदन दी थी। फिर भी एफआईआर दर्ज नहीं किया जा रहा था। तब जाकर मैंने थाने में पूरे 5 घंटे तक बैठी तब एफआईआर हुआ। मैंने कोई दबाव नहीं बनाया। अब अचानक पीड़िता का मन परिवर्तित हो गया तो उन्होंने केस वापस ले लिया है। बेवजह भाजपाई मुझ पर आरोप लगा रहे हैं। जिसे मैं खंडन करती हूं।

नशे में चूर रहता है विनोद नेताम

विधायक संगीता सिन्हा ने विनोद नेताम के साथ हुई कथित मारपीट घटना को लेकर कहा कि वह हमेशा अभद्र व्यवहार करता है। उसे किसी ने नहीं मारा है। वह शराब के नशे में विधायक कार्यालय पहुंचकर गाली गलौज कर रहा था । जिसे धक्का देकर बाहर निकाला गया। उसके बाद उसने थाने में जाकर विधायक कार्यालय में मारपीट और अपहरण करने का झूठा आरोप लगाया है। इसके खिलाफ सरपंचों से वसूली करने की लगातार शिकायत है। वह हमेशा शराब के नशे में चूर रहता है।

पार्षद को भी किसी ने नहीं मारा था, साड़ी में फंसकर गिर गई थी

वही विधायक संगीता सिन्हा ने विगत दिनों वायरल हुए वीडियो जिसमें पार्षद कुंती सिन्हा के साथ कथित मारपीट का दावा किया जा रहा था। जिसमें कुछ महिलाओं के खिलाफ एफआईआर तक हो चुका है। उस पर भी कहा कि पार्षद से किसी तरह से मारपीट नहीं की गई थी चूंकि व्यवसायिक परिसर का निर्माण कई लोगों ने कर्ज लेकर करवाया था और उस पर स्टे लाने का काम पार्षद कुंती सिन्हा द्वारा किया गया था। जब परिसर टूटा तो आक्रोशवश पीड़ित महिलाएं पार्षद के घर जाकर उन्हें बुलाने के लिए जा रही थी कि चलो देखो तुम्हारे कारण तुमने जो स्ट लगवा कर व्यावसायिक परिसर रुकवाया था वह तोड़ा जा रहा है। तुम्हारा काम पूरा हो रहा है। इस बीच महिलाएं पार्षद को बाहर निकाल रही थी तभी वह साड़ी में फंसकर अचानक सड़क पर गिर गई। जिस वीडियो को भाजपा द्वारा गलत तरीके से प्रसारित किया गया कि महिलाओं ने उन्हें मारपीट किया है। लेकिन ऐसा नहीं है। जब व्यावसायिक परिसर तोड़ा जा रहा था तो उक्त पार्षद कुंती सिन्हा के लोग पटाखा फोड़ रहे थे। जिससे आक्रोश और बढ़ गया था। पर इस सब बातों को भाजपाइयों ने राजनीतिक रंग देकर माहौल बना दिया।

विनोद नेताम ने व्हाट्सएप ग्रुप में लिखी थी अभद्र पंक्तियां

परसुली के विनोद नेताम द्वारा सोशल मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप कलम की ताकत में पार्षद कुंती सिन्हा और उसके दामाद के बारे में कुछ पंक्तियां लिखी गई। जिसमें अभद्र तरीके से भी बात की गई थी। पंक्तियों के अंत में अश्लील गाली उल्टे अक्षर में लिखा गया था। विनोद के इस पोस्ट के बाद बवाल मच गया था। विनोद द्वारा आरोप लगाया गया है कि उनके साथ पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा सहित पांच से ज्यादा लोगों ने मिलकर मारपीट की। उनके इस शिकायत पर गुरुर थाने में मामला भी दर्ज कर लिया गया है।

किस तरह का डाला गया था पोस्ट

विनोद नेताम के द्वारा थाने के सामने खड़ी अपनी मीडिया से संबंधित आईडी लेकर फोटो डालते हुए पंक्तियां लिखी गई थी। इसमें लिखा है जिधर बम उधर हम,,,,सूत्रों की माने तो संजारी बालोद की विधानसभा क्षेत्र की लोकप्रिय विधायक संगीता सिन्हा की दावे फर्जी, कुंती सिन्हा के दामाद पर लगाए गए आरोप निकला झूठा, शिकायतकर्ता मोहतरमा ने कहा विधायक संगीता सिन्हा के दबाव में आकर कुंती सिन्हा के दामाद पर रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसके आगे की पंक्तियां उल्लेख करने लायक नहीं है। वही इस पोस्ट के कुछ घंटे के बाद कलम की ताकत नामक ग्रुप में ही विनोद नेताम द्वारा एक और पोस्ट डाला गया था जिसमें लिखा है कि मैं संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की लोकप्रिय विधायक संगीता सिन्हा के खिलाफ कुछ भी गलत शब्द का इस्तेमाल नहीं किया हूं और यदि कोई भी व्यक्ति को मेरे द्वारा लिखे गए शब्द विधायक संगीता सिन्हा के खिलाफ पढ़ता है या सोचता है तो वह उसकी घटिया मानसिकता की विचारधारा है। मेरे लिए लोकप्रिय विधायक संगीता सिन्हा मेरी बहन, बेटी और सम्माननीय है। अतः गलत तरह की विचारधारा ना बनाएं। सभी साथियों से निवेदन है,,, ऐसा उनके द्वारा पोस्ट किया गया है ।

गुरुर थाने में दर्ज हुआ एफआईआर, इस तरह के लगे हैं आरोप

प्रार्थी का कहना है मैं विनोद नेताम निवासी ग्राम परसुली चौकी कंवर थाना गुरूर का रहने वाला हूं , टाप भारत न्युज नेटवर्क का पत्रकार हूं । दिनांक 30 जुलाई को पुर्व विधायक भैंय्याराम सिन्हा , सुमित राजपुत , तुलेश सिन्हा, साजन पटेल ,ओंकार महमल्ला और अन्य लोगों के द्वारा जान से मारने की धमकी देते हुए हाथ मुक्का से मारपीट करना एवं जबरदस्ती गाड़ी में बिठाकर ले जाने के संबंध में एक लिखित आवेदन थाने में पेश किया हूं । जिस पर पुलिस ने प्रथम दृष्ठया में धारा 191(2), 296, 115(2), 351(2)(3), 140(3) भा0न्याय0सं0 का पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है । संजारी बालोद विधानसभा के पूर्व विधायक भैयाराम सिन्हा के द्वारा जान से मारने की धमकी गाली गलौच और जानलेवा हमला किया गया है। जिसकी शिकायत उन्होंने की है। विनोद का कहना है घटना के दिन लगभग 11 बजे अपने साथी पत्रकार अमित मंडावी के साथ गुरूर आया और सौराष्ट्र मिष्ठान भंडार में नाश्ता कर रहा था । तभी सुमित राजपुत और तुलेश सिन्हा आये और मुझे जबरदस्ती अपने कार में बिठाकर भैय्याराम सिन्हा के कार्यालय में ले गया। जहां पर भैय्याराम सिन्हा, ओंकार महमल्ला और साजन पटेल और अन्य लोगों ने जान लेवा हमला किया, पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा के कार्यालय में भैय्याराम सिन्हा ने मुझे जाति सूचक गाली देते हुए कहा कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे खिलाफ खबर लिखने की। मै तेरे घर गया था तेरी बीवी बच्चों को बोलकर आया हूं कि तु आज जिंदा घर वापस नहीं आयेगा। घटना के दौरान मेरा मोबाईल और पैसे को भैय्याराम सिन्हा छिन लिया है । मै जान बचाकर गुरूर थाना आया। जिसके बाद मुझे डाक्टरी जांच के लिये अस्पताल ले जाया गया। जहां पर मै बाथरूम गया था वहां फिर से 2 लोग आये और बाथरूम में मेरे साथ फिर मारपीट करते हुए मेरे कपड़ा फाड़ दिया।

संबंधित खबरें भी पढ़िए

जिले की अन्य खबरें पढ़िए

You cannot copy content of this page